UP News : 12000 हेक्टयेर जमीन पर बसाया जाएगा यूपी का नया शहर, 38 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
UP News : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी का नया शहर 12000 हेक्टयेर जमीन पर बसाया जाएगा। इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। इस नए शहर को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण 38 गांवों की जमीन का अधिग्रहण करेगा.... आइए नीचे खबर में जान लेते है इससे जुड़ी पूरी डिटेल-

MY Job Alarm : (Greater Noida News) यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे ग्रेटर नोएडा से आगरा तक एक नया शहरी केंद्र विकसित किया जाएगा, जिसका नाम न्यू आगरा अर्बन सेंटर (New Agra Urban Center) होगा। यह शहर लगभग 12,000 एकड़ में फैला होगा और इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। इस नए शहर को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण 38 गांवों की जमीन का अधिग्रहण करेगा।
हाल ही में, गुरुग्राम की एक कंपनी को इस परियोजना के सर्वेक्षण का काम सौंपा गया है। अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
कमिश्नर व सीईओं ने खींचा खाका-
आगरा मंडल के कमिश्नर शैलेंद्र कुमार सिंह व यमुना प्राधिकरण के सीईओ डाॅक्टर अरूणवीर सिंह ने नए शहर को बसाने का खाका खींच दिया है। दोनों अधिकारियों ने इसका बारीकी से परीक्षण किया। आगरा के अधिसूचित क्षेत्र में यह शहर विकसित किया जाएगा। ऐसे में उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आकर बसेंगे। बगल में एक्सप्रेस वे होने का लाभ इस योजना को मिलेगा।
पर्यावरण का रखा जाएगा विशेष-
यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) की तरफ से इस शहर को बसाने का काम किया जाएगा। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए यहां पार्क डेवलप (develop) किए जाएंगे। विशेष थीम पर इसका विकास होगा। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कनेक्टिविटी पर विशेष जोर रहेगा। इस योजना से विकास की स्पीड तेज होगी। एयरपोर्ट (airport) के आस-पास की झलक आगरा तक पहुंच सकेगी।
छोटी-छोटी टाउनशिप होगी डेवलप-
इस शहर में प्राधिकरण की तरफ से छोटी-छोटी टाउनशिप (township) बसाई जाएगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां बालीवुड-हालीवुड समेत देश दुनिया के विख्यात स्मारक, म्यूजियम के मिनिएचर (Museum miniatures) बनाए जाएंगे। इससे शहर को हरा-भरा रखा जा सकेगा। प्राधिकरण यह विशेष ध्यान रखेगा कि यहां कोई ऐसी गतिविधि न हो, जिसका असर ताज महज पर पड़े।
जल्द तय होगी मुआवजा दर-
जिन 38 गांवों के किसानों की जमीन (farmers land) ली जा रही है, उन्हें जल्द ही मुआवजा (compensation) मिलेगा। अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत चल रही है ताकि मुआवजा दर तय की जा सके। जो किसान नौकरी का विकल्प चुनेंगे, उन्हें अन्य किसानों की तुलना में थोड़ा कम मुआवजा मिलेगा। अंतिम दरें जल्द ही घोषित की जाएंगी, जिससे पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।