UP में 12 से बढ़कर 21 हो जाएगी एक्सप्रेसवे की संख्या, इन जिलों में बनेंगे 9 नए एक्सप्रेसवे
UP News - उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेसवे प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। अब तक, प्रदेश में 6 एक्सप्रेसवे पूरी तरह बनकर तैयार हो चुके हैं, इसके अलावा, 6 और एक्सप्रेसवे अभी निर्माणाधीन हैं। इन परियोजनाओं के अलावा, 9 नए एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी भी चल रही है.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

MY Job Alarm : (UP News) उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेसवे प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। अब तक, प्रदेश में 6 एक्सप्रेसवे पूरी तरह बनकर तैयार हो चुके हैं, जिससे यात्रा की गति बढ़ गई है।
इसके अलावा, 6 और एक्सप्रेसवे अभी निर्माणाधीन हैं। इन परियोजनाओं के अलावा, 9 नए एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी भी चल रही है। इन सभी प्रयासों से उत्तर प्रदेश के परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। यह सब प्रदेश के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यूपी सरकार (UP Government) अब एक्सप्रेसवे के निर्माण में नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। सरकार की ओर से 9 नए एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। नए एक्सप्रेसवे (New Expressway) के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही इनकी संख्या 12 से बढ़कर 21 हो जाएगी। अभी प्रदेश के 6 एक्सप्रेसवे संचालित हैं। वहीं, छह का निर्माण कार्य चल रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPIEDA) ने राज्य में 9 नए एक्सप्रेसवे के निर्माण पर काम शुरू कर दिया है। यूपीडा के एसीईओ श्रीहरि प्रताप शाही के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) का लक्ष्य राज्य के हर जिले को देश के किसी भी हिस्से से हाई-स्पीड कनेक्टिविटी प्रदान करना है। इन नए एक्सप्रेसवे का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिल सके। यह पहल राज्य के बुनियादी ढांचे और समग्र विकास को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण कदम है।
प्रदेश में संचालित एक्सप्रेसवे-
एक्सप्रेसवे का नाम - लंबाई
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे - 24.53 किलोमीटर
यमुना एक्सप्रेसवे - 165 किलोमीटर
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे - 302 किलोमीटर
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे - 341 किलोमीटर
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे - 296 किलोमीटर
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे - 96 किलोमीटर
कुल लंबाई - 1224.53 किलोमीटर
20 हजार करोड़ से अधिक खर्च-
प्रदेश में एक्सप्रेसवे की नई परियोजनाओं पर 20 हजार करोड़ से अधिक खर्च किए जाने की तैयारी की जा रही है। नए प्रस्तावित एक्सप्रेसवे में रीवा लिंक एक्सप्रेसवे, मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेसवे (Meerut-Haridwar Expressway) और लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे (Lucknow Link Expressway) के साथ-साथ गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे एवं गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे प्रमुख हैं।
प्रदेश में बन रहे एक्सप्रेसवे-
एक्सप्रेसवे का नाम - लंबाई
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे - 91 किलोमीटर
गंगा एक्सप्रेसवे - 594 किलोमीटर
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे - 15.20 किलोमीटर
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे - 210 किलोमीटर
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे - 114 किलोमीटर
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे - 63 किलोमीटर
कुल लंबाई - 1087.20 किलोमीटर
एनएचएआई-यूपीडा के जिम्मे काम-
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में वर्तमान में 6 एक्सप्रेसवे चालू हैं, जिनमें से एक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का निर्माण NHAI ने कराया है। इसके अतिरिक्त, राज्य में 6 एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं, जिनमें से 3 का निर्माण यूपीडा (UPIDA) और 3 का NHAI द्वारा किया जा रहा है। भविष्य में, 9 और एक्सप्रेसवे प्रस्तावित हैं, जिनमें से 7 को यूपीडा द्वारा बनाया जाना है। यह पहल उत्तर प्रदेश में सड़क परिवहन को बेहतर बनाने और राज्य की कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए की जा रही है।
वहीं, दो एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य एनएचएआई के स्तर पर कराया जाएगा। इसमें गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे शामिल हैं। दोनों एक्सप्रेसवे यूपी की तस्वीर को बदलने वाले साबित होंगे।
यूपी में प्रस्तावित एक्सप्रेसवे-
एक्सप्रेसवे का नाम - लंबाई
लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे - 49.96 किलोमीटर
फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे (गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक) - 90.84 किलोमीटर
जेवर लिंक एक्सप्रेसवे (यमुना एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे वाया बुलंदशहर) - 74.30 किलोमीटर
झांसी लिंक एक्सप्रेसवे - 118.90 किलोमीटर
विंध्य एक्सप्रेसवे - 320 किलोमीट
मेरठ-हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे (उत्तर प्रदेश सीमा तक) - 120 किलोमीटर
चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेसवे - 70 किलोमीटर
गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे - 519 किलोमीटर
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे - 700 किलोमीटर
कुल लंबाई - 2063 किलोमीटर
4374 किलोमीटर में एक्सप्रेसवे-
यूपी सरकार ने 2063 किलोमीटर के नौ नए एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव दिया है। इनके बनने से प्रदेश में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 4374 किलोमीटर हो जाएगी, जो देश में सबसे ज्यादा है। इस उपलब्धि को हासिल करने में अन्य राज्यों को कम से कम पांच साल लगेंगे।