8th Pay Commission: चल गया पता, आठवें वेतन आयोग से कर्मचारियों की सैलरी में 25.46% की वृद्धि

MY Job Alarm : (8th Pay Commission Salary Calculator) आठवें वेतन आयोग में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी कितनी बढ़ेगी, इस पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. फिटमेंट फैक्टर के कैलकुलेशन को लेकर भी चर्चा हो रही है. सरकारी कर्मचारियों को अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है.
ब्रोकरेज फर्में और एक्सपर्ट्स फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) और सैलरी में होने वाली बढ़ोतरी पर अपनी राय दे रहे हैं. हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जानकारों का मानना है कि कर्मचारियों की सैलरी (salary) में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो सकती है.
हाल ही में एंबिट कैपिटल और कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने रिसर्च रिपोर्ट जारी की है. इन दोनों की रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रभावी वेतन वृद्धि 13% से 34% तक हो सकती है. आइए पूरा कैलकुलेशन समझते हैं.
फिटमेंट फैक्टर और वेतन वृद्धि-
एंबिट कैपिटल ने पिछले दिनों जारी रिपोर्ट में कहा कि सैलरी रिवीजन के लिए इस्तेमाल होने वाला फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है.
- बेस केस (Base Case): अगर फिटमेंट फैक्टर 1.83 रहता है, तो प्रभावी सैलरी में 14% की बढ़ोतरी हो सकती है.
- मीडियन केस (Median Case): 2.15 के फिटमेंट फैक्टर से सैलरी में 34% की वृद्धि हो सकती है.
- अपर केस (Upper Case): अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 की सिफारिश की जाती है, तो सैलरी में 54% की भारी वृद्धि हो सकती है.
दूसरी ओर, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने 21 जुलाई को अपनी रिपोर्ट में 1.8 के फिटमेंट फैक्टर का अनुमान लगाया, जिससे वेतन में 13% की वृद्धि होगी.
सैलरी इंक्रीमेंट का कैलकुलेशन-
फिटमेंट फैक्टर 1.8 का मतलब है कि मौजूदा 'मूल' वेतन को 1.8 से गुणा किया जाएगा. लेकिन, प्रभावी वेतन वृद्धि कम होती है, क्योंकि नए वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई भत्ता (DA) जीरो हो जाता है.
उदाहरण के लिए सातवें वेतन आयोग (7th pay commission latest news) ने 2.57 का फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) सजेस्ट किया था. इससे 2016 में न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गया था (7,000 x 2.57). हालांकि, अगर महंगाई भत्ते को जीरो करने पर देखें तो वास्तविक वेतन बढ़ोतरी बहुत कम थी.
6वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन-
- 7,000 (मूल वेतन) + 8,750 (DA) + 2,100 (HRA) + 1,350 (TA) = 19,200 रुपये.
7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन-
-18,000 (मूल वेतन) + 4,320 (HRA) + 1,350 (TA) + 0 (DA) = 23,670 रुपये.
2016 में ये इस तरह संशोधित हुआ. इस तरह, 9 साल पहले सातवें वेतन आयोग (7th pay commission news) के लागू होने के बाद न्यूनतम वेतन में 19,200 रुपये से 23,670 रुपये तक, यानी 14.3% की प्रभावी वृद्धि देखी गई थी.
50 हजार है सैलरी तो कितनी बढ़ जाएगी?
उदाहरण के तौर पर हम किसी ऐसे सरकारी कर्मचारी के लिए कैलकुलेशन करेंगे, जिनका मौजूदा मूल वेतन 50,000 रुपये है. कैलकुलेट करते हैं कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर संभावित वेतन वृद्धि कैसी होगी.
मूल वेतन: 50,000 रुपये
HRA (24% पर): 12,000 रुपये
TA: 2,160 रुपये
DA (55% पर): 27,500 रुपये
कुल वेतन: 91,660 रुपये
(यह ध्यान रखने योग्य है कि DA 55% पर कैलकुलेट किया गया है, 7वें वेतन आयोग के दौरान ये 125% था)
अब 1.82 के फिटमेंट फैक्टर के साथ-
नया मूल वेतन (50,000 x 1.82) = 91,000 रुपये
नया HRA (91,000 x 24%) = 21,840 रुपये
TA = 2,160 रुपये
नया DA = 0
नया कुल वेतन: 1,15,000 रुपये (लगभग 25.46% की वृद्धि)
2.15 के फिटमेंट फैक्टर के साथ-
नया मूल वेतन (50,000 x 2.15) = 1,07,500 रुपये
नया HRA (1,07,500 x 24%) = 25,800 रुपये
नया TA = 2,160 रुपये
नया DA = 0
नया कुल वेतन: 1,35,460 रुपये (लगभग 47.78% की वृद्धि)-
आठवें वेतन आयोग (8th pay commission news) के गठन का इंतजार है. इस आयोग की सिफारिशों के बाद ही वास्तविक फिटमेंट फैक्टर तय होगा, जो अनुमानों पर आधारित नहीं होगा. सरकार सभी पक्षों से चर्चा के बाद ही इस पर कोई अंतिम फैसला लेगी. फिलहाल जो भी कैलकुलेशन (calculation) दिए जा रहे हैं, वे सिर्फ अनुमान हैं.