क्या अब जेल से चलेगी दिल्ली की सरकार ? केजरीवाल बने रहेंगे दिल्ली के सीएम विधानसभा स्पीकर का बड़ा बयान
क्या अब जेल से चलेगी दिल्ली की सरकार ? केजरीवाल बने रहेंगे दिल्ली के सीएम विधानसभा स्पीकर का बड़ा बयान
नई दिल्ली अब तक न्यूज : दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने केजरीवाल से करीब दो घंटे तक पूछताछ की और इसके बाद टीम उन्हें लेकर ईडी दफ्तर पहुंची। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला मामला है जब मुख्यमंत्री रहते हुए किसी नेता को केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि अब दिल्ली में आम आमदी पार्टी की सरकार का क्या होगा। यानी कौन सरकार चलाएगा। इसको लेकर आम आमदी पार्टी का स्पष्ट स्टैंड है कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे। यानी वह पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
अब इस सवाल पर आते हैं कि क्या गिरफ्तारी के बाद अब अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चला सकते हैं? और क्या वो अब भी मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं? देश में ऐसा कोई कानून नहीं है, जो किसी पार्टी और मुख्यमंत्री को जेल से सरकार चलाने से रोकता हो। भारत के संविधान में भी इस पर स्थिति को स्पष्ट नहीं कि नहीं किया गया है। कानून में ये बताया गया है कि दोषी साबित होने से पहले कोई भी नेता जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक बने रह सकता है और जेल से ही सरकार को भी चला भी सकता है। और इस हिसाब से अभी अरविंद केजरीवाल को जेल से दिल्ली की सरकार चलाने में कानूनी रूप से कोई परेशानी नहीं होगी। बता दें कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी की ये चौथी बड़ी गिरफ्तारी है।।
केजरीवाल सरकार जेल से ही चलाएंगे: विधानसभा स्पीकर
वहीं दिल्ली विधानसभा स्पीकर ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए रामनिवास गोयल ने कहा कि कहा कि पार्टी ने विधायकों की सलाह ली थी कि केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो वह जेल से सरकार चलाएंगे। आम लोगों से लेकर विधायकों, पार्षद और राज्यसभा सांसदों तक ने यही निर्णय लिया था। केजरीवाल सरकार जेल से ही चलाएंगे। विरोध प्रदर्शन करना हमारा हक है। चाहे तो हमें गिरफ्तार कर लें। ये सिलसिला कहां तक कहां तक चलेगा। अरविंद केजरीवाल ने एक दिसंबर से 20 दिसंबर 2023 के बीच, दिल्ली में लोगों से उनकी राय लेने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था, जिसका नाम था, मैं भी केजरीवाल और इस अभियान में दिल्ली के लोगों से ये पूछा गया था कि क्या अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी के बाद जेल से ही सरकार चलानी चाहिए या उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए? आम आदमी पार्टी का दावा है कि इस अभियान में दिल्ली के लगभग सभी लोगों की राय ये थी कि अरविंद केजरीवाल को जेल से ही सरकार चलानी चाहिए। इसके बाद दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि अगर अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हुए तो सरकार जेल से ही चलेगी और अगर जरूरत पड़ी तो आम आदमी पार्टी कोर्ट जाएगी और कोर्ट से ये इजाजत लेगी कि जेल में अरविंद केजरीवाल बैठकें कर सके और जेल में फाइलें ले जाई सकें।
ये गिरफ्तारी एक नयी जन- क्रांति को जन्म देगी- अखिलेशः
अखिलेश यादव ने कहा, ‘जो खुद हैं शिकस्त के खौफ में कैद ‘वो’ क्या करेंगे किसी और को कैद। भाजपा जानती है कि वो फिर दुबारा सत्ता में नहीं हैं आनेवाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ्तारी तो बस बहाना है। ये गिरफ्तारी एक नयी जन-क्रांति को जन्म देगी।’
इस्तीफा नहीं देंगे केजरीवाल ‘ :
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि वो (केजरीवाल) सीएम बने रहेंगे। वो इस्तीफा नहीं देंगे। मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल सीएम थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक विचार हैं, उन्हें खत्म नहीं किया जा सकता है। आतिशी ने कहा, “यह आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को रोकने की साजिश है। दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल से प्यार करती है और वे इसका जवाब बीजेपी को देंगे।” उन्होंने कहा, “हमने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। हमने आज रात ही सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई की मांग की है।”
दिल्ली हाईकोर्ट ने सीएम केजरीवाल को लगा था झटका : बता दें कि दिल्ली के शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट से फौरी राहत देने की मांग की थी। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके साथ ही ईडी को जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह में जवाब देने को कहा था।