Wheat : गेहूं की इस किस्म का हर ओर बोलबाला, जानिए ऐसा क्या है खास
Wheat : भारत के प्रमुख राज्य पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में गेहूं की खेती (wheat farming) की जाती हैं। गेहूं खाद्य फसलों में एक मुख्य फसल है। गेहूं का करीब 97 प्रतिशत क्षेत्र सिंचित है। भारत में लगभग हर क्षेत्र में सामान्य किस्मों के गेहूं की खेती (gehu ki kheti) होती है। लेकिन आज हम गेहूं की जिस किस्म की बात करने जा रहे है वह गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है, जिसका हर ओर बाेलबाला है। आइए जानते है इसके बारे में...
My job alaram - देश में बढ़ती आबादी और खाद्य सुरक्षा को देखते हुए गेहूं की खेती (wheat farming) बड़े पैमाने पर की जाती है। ये भारत की प्रमुख फसल हैं जिसकी खेती हर साल की जाती है। भारत में गेहूं की खेती के लिए मुख्य राज्य पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात हैं। खाद्य फसलों में गेहूँ एक प्रमुख फसल है। गेहूँ का लगभग 97 प्रतिशत क्षेत्र सिंचित है।
भारत में लगभग हर क्षेत्र में गेहूं की सामान्य किस्मों (wheat variety) की खेती की जाती है, लेकिन आज हम गेहूं की जिस किस्म के बारे में बात करने जा रहे हैं वह गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है। गेहूं की इस प्रीमियम किस्म को शरबती-306 (Sharbati variety) के नाम से जाना जाता है।
शरबती गेहूं (sharbati gheu)
शरबती गेहूं (Sharbati variety) की एक क्षेत्रीय किस्म है, जो अशोकनगर और मध्य प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में उगाए जाते हैं. शरबती गेहूं में सी-306 किस्म बेस्ट मानी जाती है. इसकी क्रॉस वैरायटी भी बाजार में उपलब्ध है. गेहूं की इस किस्म की मांग ना सिर्फ भारत में है बल्कि विदेशी बाजारों में भी है. इसे एमपी गेहूं (MP Wheat) के नाम से भी जाना जाता है. गेहूं की इस अनूठी किस्म को इसके स्वाद और पोषण के लिए सराहा जाता है. इसका एक-एक दाना एक समान और सोने जैसा चमकता है.
कैसे करें शरबती गेहूं की पहचान
- शरबती गेहूं (Sharbati variety) देश में उपलब्ध सबसे प्रीमियम गेहूं किस्म है.
- सीहोर क्षेत्र में शरबती गेहूँ का उत्पादन बहुतायत में होता है।
- सीहोर क्षेत्र में काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए उपयुक्त है। शरबती गेहूं को सुनहरा अनाज भी कहा जाता है, क्योंकि इसका रंग सुनहरा होता है।
- शरबती गेहूं (Sharbati variety) गोल और एकदम चमकदार होता है.
- इस गेहूं का स्वाद मीठा होता है, इसलिए इसका नाम शरबती है.
- अन्य किस्मों की तुलना में इस गेहूं में ग्लूकोज और सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है.
कहां की जाती है इसकी खेती?
शरबती गेहूं (Sharbati variety) सीहोर के साथ-साथ नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा क्षेत्र के जिलों में बोया जाता है. पुराने आंकड़ों के मुताबिक सीहोर जिले में 42580 हेक्टेयर क्षेत्र में शरबती गेहूं की खेती की जाती है. सीहोर जिला मुख्य रूप से शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए जाना जाता है. सीहोर का शरबती गेहूं देश के सात राज्यों तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के दौरान सीहोर आती हैं और शरबती गेहूं खुद खरीदती हैं।
शरबती गेहूं की खासियत (Specialty of Sharbati Wheat)-
- देश में गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म शरबती ही है। इसे 'द गोल्डन ग्रेन' भी कहा जाता है, क्योकि इसका रंग सुनहरा होता है।
- यह हथेली पर भारी लगता है और इसका स्वाद मीठा होता है।
- गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज जैसे सरल शर्करा की मात्रा अधिक होती है।
- सीहोर में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार होती है।
- बाजार में मिलने वाला महंगा चक्की आटा ज्यादातर शरबती गेहूं से बनाया जाता है.
- शरबती गेहूं (Sharbati variety) पर रासायनिक दवाओं का बुरा असर होता है और उत्पादन भी बहुत कम होता है. इसी कारण इसकी खेती प्राकृतिक रूप से की जाती है.
- इसकी खेती में किसी भी प्रकार के कीटनाशक रसायन यूरिया डीएपी (Pesticide Chemical Urea Dap) का प्रयोग नहीं किया जाता है.
- शरबती गेहूं (Sharbati variety) का दाना 99 प्रतिशत सूखा होता है क्योंकि इसकी खेती ज्यादातर असिंचित क्षेत्रों में की जाती है.
शरबती गेहूं की खेती कैसे करें? (How to cultivate Sharbati wheat?)-
- सामान्य गेहूं की तरह ही शरबती गेहूं की खेती की जाती है।
- इसकी खेती में सामान्य गेहूं की तरह रासायनिक खाद का इस्तमाल ना करके पूर्ण रूप से जैविक खेती की जाती है।
- इसकी बुवाई नवंबर के प्रारंभ में ही शुरू कर दिया जाता है। शरबती गेहूं की खेती एक प्रकार से असिंचित क्षेत्रों (Unnirigated areas) में की जाने वाली गेहूं की फसल है इसे सिंचाई की बहुत ही कम आवश्यकता होती है।
- शरबती गेहूं (sharbati wheat) को नियमित अंतराल में तीन से चार सिंचाई की आवश्यकता होती है।
- यह गेहूं 5 फीट तक की ऊंचाई तक जाता है।
- रासायनिक खादों के प्रयोग से यह पकने की अवस्था में पूरी फसल गिर सकती है।
- शरबती गेहूं किस्में की खेती में जितना हो सके किसाना भाई रासायनिक खाद के उपयोग से बचे एवं जैविक खाद का ही प्रयोग करें।