My job alarm

Wheat Price : कब रूकेगी गेहूं में तेजी, आटा मैदा के भाव सातवें आसामान में पहुंचे

wheat price rise : इन दिनों गेहूं के बढ़ रहे दामों से तो आप सब वाकिफ ही है। ये अब चिंता का एक विषय बन गया है। इतनी रेट बढ़ने के कारण आटा और मैदा के भाव तो सातवें आसामान पर पहुंच गए है जो कि आम जनता की पहुंच से बिलकुल ही बाहर है। आइए नीचे खबर में जान लें कि क्या लग सकती है इनके बढ़ते रेट पर लगाम...
 
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Wheat Price : कब रूकेगी गेहूं में तेजी, आटा मैदा के भाव सातवें आसामान में पहुंचे

My Job alarm (wheat price) : महंगाई के इस बढ़ते आलम में हर चीज के रेट रफतार पकड़ रहे है। आम जनता की परेशानियां तो बढ़ती चली जा रही है। वहीं गेहूं के दाम (gehoon ka daam) भी है कि रूकने का नाम नही ले रहे है। इनके भाव में लगातार उछाल दर्ज किया जा रहा है।

किचन के बजट को आटे के भाव (wheat flour price) ने ही बिगाड़ कर रख दिया है।  आशंका जताई जा रही है कि अगर सरकार ने गेहूं की बिक्री (wheat procurement) जल्द शुरू नहीं की तो आगे त्योहार की मांग में मिल क्वालिटी गेहूं 3500 से 4000 रुपये बिकने लगेगा (wheat wholesale price) और जनता पर इसका काफी असर दिखेगा। आज गेहूं की कीमतें लगभग 10 महीनों में अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गईं।  गेहूं की कीमतें (wheat rate) अप्रैल में 24000 रुपये प्रति मीट्रिक टन से बढ़कर 28000 रुपये प्रति मीट्रिक टन पर पहुंच गई हैं।  वहीं, सरकारी आंकड़ों के अनुसार गेहूं के आटे (wheat flour price) का अध‍िकतम दाम 66 रुपये प्रत‍ि क‍िलो, औसत दाम 34 और न्यूनतम दाम 30 रुपये प्रत‍ि क‍िलो रहा। दिल्ली में आटा का दाम 39, उत्तर प्रदेश में आटा 38 रुपये, जम्मू-कश्मीर में 43, हर‍ियाणा में 33 और महाराष्ट्र में 44 रुपये प्रत‍ि क‍िलो रहा। गेहूं की बढ़ती कीमतों (wheat price hike) के चलते आने वाले दिनों में आटा के इस दाम में और भी बढ़ौतरी होने की संभावना है।


देश की मंडियों में गेहूं की आवक कम


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आरंभिक चरण में सरकार ओएमएसएस (OMSS) के तहत बिक्री के लिए 25 लाख टन गेहूं का स्टॉक नियत कर सकती है। बल्क खरीदारों-फ्लोर मिलर्स एवं प्रोसेसर्स को अभी सरकारी गेहूं (wheat selling from government stock) की सख्त जरूरत है क्योंकि घरेलू मंडियों (domestic markets) में इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न की आवक बेहद कमजोर है और कीमतें ऊंची चल रही हैं। सरकारी बिक्री के साथ गेहूं की कीमते (wheat prices) कम होने का अनुामन लगाया जा रहा है। 


लगातार आ रहा गेहूं के दामों में भारी उछाल


गेहूं के दाम (wheat daam) इनकी आवक पर भी निर्भर करते है। फिलहाल मंडियों में इनकी आवक काफी कम हो रही है जिसके चलते दाम में लगातार उछाल देखा जा रहा है। ऐसा ही चलता रहा तो इसके दाम त्योहारी सीजन में आग की तरह बढ़ जाएंगे। ऐसे में त्योहारी सीजन सिर पर आने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा गोदामों में रखा स्टॉक (wheat stock) खुले बाजार में नहीं दिए जाने से कीमतें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं। वर्तमान समय में केंद्रीय पूल में गेहूं का काफी स्टॉक  (gehoon ka stock) मौजूद है। इनकी जल्दी से बिक्री शुरू होना बेहद जरूरी है ताकि  दाम पर नियंत्रण किया जा सके।  

 

देशभर की मंडियों में आज का गेहूं का भाव (wheat rate today)


उत्तर प्रदेश की टूंडला मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 2650 रुपये और अध‍िकतम भाव 2960 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा। 
उत्तर प्रदेश की बहराइच मंडी में गेहूं का दाम 3100 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल का रहा। 
राजस्थान की खानपुर मंडी में गेहूं का न्यूनतम दाम 2816 और अध‍िकतम दाम 3000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा। 
राजस्थान की देवली मंडी में गेहूं का न्यूनतम दाम 2711 और अध‍िकतम भाव 3150 रुपये प्रति क्व‍िंटल रहा। 
मध्य प्रदेश की टिमरनी मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 2684 और अध‍िकतम 2956 रुपये क्व‍िंटल रहा। 
मध्य प्रदेश की हरदा मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 2605 और अधिकतम दाम 3245 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा। 
गुजरात की जेतपुर मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 2750 और अध‍िकतम 3050 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा। 
गुजरात मोडासा मंडी में गेहूं का न्यूनतम भाव 3122 और अध‍िकतम भाव 3355 रुपये क्व‍िंटल रहा। 

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