My job alarm

wheat price : हाईलेवल पर पहुंचे गेहूं के रेट, रोटी हुई महंगी

Wheat Price today : गेहूं के दामों में इस बार अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। गेहूं के प्रति क्विंटल के दामों में लगातार तेजी आना गेहूं को स्टॉक करके रखने वाले किसानों के लिए अच्छा संकेत है। आने वाले समय में दाम और भी बढ़ सकते हैं। हालांकि गेहूं के रेट (wheat rate) बढ़ने का असर आटे के भाव पर भी प्रत्यक्ष रूप से पड़ा है। इससे आमजन के लिए रोटी महंगी हुई है। रसोईघर के बजट पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इस समय देशभर की कई मंडियों में किसानों को गेहूं के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर मिल रहे हैं।

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wheat price : हाईलेवल पर पहुंचे गेहूं के रेट, रोटी हुई महंगी

My job alarm - (wheat price update)  : गेहूं के प्रति क्विंटल के दाम कई मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (Wheat MSP)से ऊपर पहुंच चुके हैं। जिन किसानों ने अब तक गेहूं का स्टॉक किया हुआ था, वे ऊंचे दामों पर गेहूं बेचकर तगड़ा मुनाफा कमा रहे हैं। अक्टूबर में गेहूं के दाम तेजी से बढ़े हैं। ये नवंबर और दिसंबर माह में और ऊपर जा सकते हैं। किसानों और आढ़तियों का कहना है कि दिवाली के बाद गेहूं के रेट में और बढ़ोतरी होगी। इसके पीछे ब्याह-शादी के सीजन को भी कारण माना जा रहा है। नई गेहूं की आवक में लंबा समय होने के कारण भी अभी गेहूं के रेट (gehun ka taja bhav) कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

 


इस तरह हुई गेहूं के दामों में बढ़ोतरी

 


केंद्र सरकार (center government)ने साल 2024-25 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है। जबकि किसानों को कई मंडियों में भाव 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर मिल रहा है। केंद्रीय कृष‍ि मंत्रालय के अनुसार अगस्त में  क‍िसानों को गेहूं का भाव 2518 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल म‍िला है। सितंबर और अक्टूबर में तो भाव और ज्यादा बढ़े हैं। अगस्त के शुरुआती दो सप्ताह की बात करें तो  इस बार कर्नाटक में गेहूं (wheat price in karnatka)का थोक रेट 3300 रुपये प्रत‍ि क्विंटल रहा है।  गेहूं के भावों को लेकर राष्ट्रीय औसत की बात करें तो गेहूं के दामों में प‍िछले वर्ष की अपेक्षा 5.19 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर इस साल गेहूं का भाव 2520 रुपये (wheat price in india)प्रत‍ि क्च‍िंटल के आसपास है, जो पिछले साल 2390 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल के आसपास था।

 


आटे का भाव 60 रुपये प्रति किलो से ऊपर

 


गेहूं के आटे के अध‍िकतम दाम कई जगह 60 रुपये (wheat flour price) प्रत‍ि क‍िलोग्राम से अधिक पर ट्रेड कर रहे हैं। उपभोक्ता मामले व‍िभाग के प्राइस मॉन‍िटर‍िंग ड‍िवीजन ने भी इस संबंध में आंकड़े जारी किए हैं। हालांकि आटे के औसत दाम 35 रुपये और न्यूनतम दाम 28 रुपये प्रत‍ि क‍िलोग्राम हैं। द‍िल्ली में आटे के रेट 32 रुपये (wheat flour price in delhi)प्रति किलोग्राम तथा जम्मू-कश्मीर में करीब 41 रुपये प्रति किलोग्राम और महाराष्ट्र में 44 रुपये प्रत‍ि क‍िलोग्राम हैं। इस हिसाब से रोटी भी महंगी हो गई है।

 

देशभर की मंडियों में गेहूं की आवक

 


देशभर की मंडियों में इस साल बिकने के लिए आई गेहूं की बात करें तो इस साल गेहूं की आवक कम ही रही है।  अगर 1 से 14 तारीख तक के गेहूं आवक के कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture)द्वारा जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो पाते हैं कि प‍िछले वर्ष के मुकाबले आवक 13 प्रतिशत कम है। इस साल अगस्त में इस अवधि (1 से 14 तारीख) में 4,78,658 टन गेहूं देशभर की मंडियों में ब‍िकने के लिए आया। इसी अवध‍ि में पिछले साल यह 5,51,000 टन से ज्यादा था। यह कुल आवक उत्तर प्रदेश (Wheat price in UP), मध्य प्रदेश (Wheat price in MP), राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा (Wheat price in Haryana), पंजाब और तेलंगाना राज्यों की मंड‍ियों की है।

 

उत्तर प्रदेश में हुई गेहूं की आवक सबसे ज्यादा 

 


कृष‍ि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इस बार देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश की मंड‍ियों में गेहूं की सबसे ज्यादा आवक हुई है।  मध्य प्रदेश (MP me gehun ka rate) में प‍िछले साल के मुकाबले 26 प्रतिशत कम आवक हुई है। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य है। उत्तर प्रदेश में 15 अगस्त तक करीब 2,78,000 टन गेहूं की आवक हुई, जो प‍िछले साल से 9 प्रतिशत  अध‍िक रही है।  इस साल 15 अगस्त तक मध्यप्रदेश की मंड‍ियों में 1,65,347 टन गेहूं की आवक हुई जो पिछले साल की इसी अवध‍ि की आवक 2,22,931 टन से काफी कम थी।

महाराष्ट्र में गेहूं की सबसे कम आवक 


राजस्थान में गेहूं (Wheat price in rajasthan)की आवक इस बार काफी कम हुई है। यह पिछली साल की अपेक्षा घटकर 57 फीसदी कम हो गई है। राजस्थान में इस साल 14 अगस्त तक 12,870 टन गेहूं की आवक हुई है, जो पिछले साल 29,703 टन थी। महाराष्ट्र की मंड‍ियों में गेहूं (gehun ka aaj ka bhav)की आवक की बात करें तो यह प‍िछले साल के मुकाबले 72 प्रतिशत घट गई है। महाराष्ट्र में इस साल अगस्त के पहले दो सप्ताह में स‍िर्फ 5289 टन गेहूं मंडियों में बिकने के लिए आया, पिछले साल इसी अवध‍ि में 19,204 टन गेहूं की आवक हुई थी।

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