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wheat price : गेहूं के भाव ने तोड़ा रिकॉर्ड, हाई स्पीड से बढ़ रहे रेट

wheat price today : गेहूं के भाव ने एक न रुकने वाली रफ्तार पकड़ ली है, जिसके चलते गेहूं के भाव  आसमान में पहुंच गए हैं। गेहूं के बेलगाम होते भाव (gehu k taja bhav) ने हर किसी को चौंका दिया है। लगभग हर राज्य में गेहूं के बढ़ते भाव ने तांडव मचा रखा है। इससे उपभोक्ताओं को रोटी भी इतनी महंगी पड़ रही है कि आटा महंगा (wheat and flour price) होने से उनका पूरा बजट ही बिगड़ गया है। आगामी कु माह तक गेहूं के रेट गिरने की भी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। 

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wheat price : गेहूं के भाव ने तोड़ा रिकॉर्ड, हाई स्पीड से बढ़ रहे रेट

My job alarm -(wheat price latest): लगातार बढ़ते गेहूं के भाव की वजह से बेशक किसानों को मुनाफा हो रहा है, लेकिन अब आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ने लगा है। हाई स्पीड से बढ़ रहे गेहूं के भाव (wheat price hike)पर रोकथाम के लिए सरकारी प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। हालांकि सरकार से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सस्ते रेट में मार्केट में सरकारी गोदामों से गेहूं सप्लाई किया जाए, ताकि हर रोज बेलगाम होते गेहूं के रेट कम हों व आम लोगों को राहत मिले। इस समय कई राज्यों में तो गेहूं के दाम इसके एमएसपी (wheat MSP) से डबल हो गए हैं।

सरकार से यह की जा रही उम्मीद - 

लगता है कि कभी न खत्म होने वाले रास्ते पर गेहूं के भावों (gehu ka aaj ka bhav) ने अपना सफर शुरू कर दिया है, जिसके चलते वह निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। यहां तक कि नवंबर माह के दौरान सरकार ने जो बाजार में गेहूं के रेट सेट किए थे अब वह भी निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) से दुगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। यह भी अपडेट आया है कि सरकार भी गेहूं की कीमतों (wheat rate and flour rate) को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रही है, जिसके तहत सरकार ने एक खास कदम उठाया है, जिससे गेहूं की आसमान छूती कीमतों से राहत पाने का अनुमान लगाया जा रहा है।

पिछले माह से लगातार तेजी जारी - 

नवंबर माह से गेहूं के दामों में तेजी (wheat rate today) जारी है। तब त्योहारी सीजन को कारण बताया जा रहा है तो अब दिसंबर माह में ब्याह शादी के सीजन के कारण इसके रेट बढ़ते ही जा रहे हैं। एक अन्य मुख्य कारण यह भी है कि गेहूं की नई आवक मंडी में आने में समय लगेगा तथा सरकार ने भी सस्ता गेहूं मार्केट में नहीं उतारा है। इस कारण आटे के रेट भी आसमान पर जा पहुंचे हैं। आटा 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। वहीं गेहूं के दाम 5900 रुपये प्रति क्विंटल (wheat price update) के पास जा पहुंचे हैं। कई मंडियों में तो ये इससे भी ज्यादा हैं। गेहूं की कीमत मंडियों और खुले बाजार में भी अब लगातार बढ़ रही है।

इन राज्यों में नवंबर में ये थे भाव

पिछले माह में ही दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और गोवा की मंडियों में गेहूं की थोक कीमतों (mandi bhav)में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जो 5800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थी। यह कीमत गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कहीं अधिक है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गेहूं का औसत मूल्य 31.92 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि उच्चतम कीमत 58 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकी थी। उत्तर प्रदेश में गेहूं के दाम 2870 रुपये प्रति क्विंटल रहे। वहीं दिल्ली में गेहूं की कीमत 31 रुपये (wheat price in delhi) प्रति किलोग्राम रही। 

 इन किसानों को मिलेगा एमएसपी में बढ़ोतरी का फायदा-

नवंबर माह में गुजरात में गेहूं का रेट3500 रुपये (wheat price in gujrat)प्रति क्विंटल से भी पार हो चुका था। बात करें महाराष्ट्र की तो यहां भाव करीब 4000 रुपये प्रति क्विंटल के करीब जा पहुंचे थे। गोवा में गेहूं का न्यूनतम मूल्य 5010 रुपये(wheat price in goa) प्रति क्विंटल रहा था। नवंबर के अंतिम सप्ताह में तो गेहूं के भाव में आग ही लग गई, तब मुंबई में गेहूं की थोक कीमत 6010 रुपये प्रति क्विंटल (wheat price in mumbai) तक पहुंच गई थी, जो कि गेहूं के MSP से लगभग 64 प्रतिशत अधिक है। इस बार के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये (gehu ka MSP) प्रति क्विंटल निर्धारित किया था, जिसमें 150 रुपये की बढ़ोतरी भी की गई। अब यह 2425 रुपये प्रति क्विंटल है। हालांकि यह बढ़ोतरी साल 2025–26 के लिए की गई है। इसका फायदा नए सीजन में गेहूं की नई आवक वाले किसानों को मिलेगा।

कैसे लगेगी गेहूं के भाव पर लगाम -

गेहूं की निरंतर बढ़ती कीमतों ने आम जनता के लिए ही नहीं बल्कि सरकार के लिए भी एक चुनौती खड़ी कर दी है। जिसके जवाबी तौर पर एफसीआई (FCI)की ओर से 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं को ई-ऑक्शन के माध्यम से खुले बाजार में लाने का फैसला किया गया है। साथ ही सरकार ने भी ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) 2024 के तहत गेहूं को ई-नीलामी  के द्वारा बेचने का निर्देश देते हुए आटा मिलों, गेहूं उत्पादों के निर्माताओं और प्रॉसेसिंग यूनिट को यह गेहूं बेचने का आदेश दिया है।

एफसीआई ने क्या निर्धारित किया है गेहूं का मूल्य

केंद्र सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा निरंतर बढ़ती हुई महंगाई को रोकने के लिए ओएमएसएस (डी) नीति में गेहूं (gehu ka taja bhav kya hai)के लिए और 2024 के लिए 2325 रुपए प्रति क्विंटल (एफएक्यू) का रिजर्व मूल्य निर्धारित किया है। वहीं, जब तक नए गेहूं की आवक नहीं हो जाती, यानी 31 मार्च 2025 तक सभी किस्मों के गेहूं (यूआरएस) का मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल रखा है। यह सारा गेहूं 2300 रुपए प्रति (wheat rate ) क्विंटल की दर से ई-नीलामी के द्वारा निजी प्लेयर्स को बेचने की बात भी कही गई है।

सरकारी गोदामों में स्टॉक -

एफसीआई के पास गेहूं का पर्याप्त स्टॉक होने के दावे किए जा रहे हैं।  31 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार भारतीय खाद्य निगम (food corporation of india)  और राज्य एजेंसियों के गेहूं को मिलाकर भी गेहूं का स्टॉक 222 लाख मीट्रिक टन  से अधिक है। बाजार में गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति के लिए 205 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का  स्टॉक (gehu ka sarkari stock)सरकार के पास होना चाहिए।

इस हिसाब से एजेंसियों के पास तय हुए मानक से अधिक गेहूं उपलब्ध है। लेकिन अब सरकार ने बफर स्टॉक से 25 लाख मीट्रिक टन गेहूं खुले बाजार में जारी करने का ऑर्डर जारी किया है। उसके बावजूद बफर स्टॉक में 197 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं बचा रहेगा यानी सरकार के अनुसार गेहूं की किल्लत नहीं होगी।


प्रमुख राज्यों की मंडियों में गेहूं के भाव -

देश के प्रमुख राज्यों की मंडियों में गेहूं के भाव (gehu ka bhav 9 november 2024) का कोई जवाब ही नहीं है। सभी जगह भाव आसमान छू रहे हैं। जिनमें से कुछ मंडियों में भाव एमएसपी (MSP) से अधिक हैं तो किसी मंडी में गेहूं का भाव एमएसपी के दुगुने से भी ज्यादा है। आप खुद ही देख लिजिए कि किस प्रकार देश के प्रमुख राज्यों में गेहूं के भाव (wheat price today) निरंतर बढ़ते जा रहे हैं - 

महाराष्ट्र : मंडी भाव के अनुसार महाराष्ट्र में वर्तमान बाजार दरों के अनुसार गेहूं की औसत कीमत 2900 रुपए प्रति क्विंटल के करीब पहुंच चुकी है और सबसे अधिक बाजार की कीमत 6010 (wheat price latest )रुपए प्रति क्विंटल के आसपास है।


गुजरात में गेहूं के औसत रेट लगभग 2885 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है । गेहूं  के अधिकतम भाव की बात करें तो यह  करीब 3262 रुपए प्रति क्विंटल है।


उत्तर प्रदेश गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां पर औसत कीमत 2748 रुपए (wheat price in UP)प्रति क्विंटल है। और इसका अधिकतम भाव 2955 प्रति क्विंटल है।


राजस्थान में भी गेहूं का भाव (wheat price in rajasthan) आसमान छू रहा है  जिसके चलते इसकी औसत कीमत 2747 रुपए प्रति क्विंटल और अधिकतम बाजार की कीमत 2833रुपए प्रति क्विंटल है।


मध्यप्रदेश में  गेहूं का औसत मूल्य 2725 रुपए (wheat price in MP)प्रति क्विंटल जो पहले से और बढ़ गया है। वहीं, अधिकतम कीमत अभी भी 2743 रुपए प्रति क्विंटल है।


दिल्ली में गेहूं का भाव (wheat price in delhi) एमएसपी के दोगुना हो गया है, यहां औसत मूल्य 2989 प्रति क्विंटल और अधिकतम कीमत 3105 रुपए प्रति क्विंटल है।


बिहार में भी गेहूं के भावों (wheat price in bihar)ने अपना रंग दिखाया है, जिसके चलते गहूं का औसत मूल्य 2905 प्रति क्विंटल और अधिकतम भाव की बात करें तो कीमत 3010 रुपए क्विंटल है।


कर्नाटक में गेहूं की औसत रेट लगभग 3535 प्रति क्विंटल हैं । जबकि सबसे उच्च कीमत 4202 प्रति क्विंटल है।


पश्चिम बंगाल में भी गेहूं का रेट (west bangal me gehu ke rate)एमएसपी से दोगुना हो गया, जिसकी औसत कीमत 2604 प्रति क्विंटल है । बात करें अधिकतम कीमत की तो वह 3308 रुपए प्रति क्विंटल है।

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