Wheat Price Today : 2 दिन में गेहूं के भाव में बंपर उछाल, अभी जारी रहेगी तेजी
My job alarm (wheat price) - गेहूं इंसान की मूलभूत जरूरत में से एक है। जैसे पानी के बिना इंसान नही रह सकता है वैसे ही अनाज के बिना भी जीवन निर्वाह संभव ही नही है। अब गेहूं से ही आटा (wheat flour) बनता है। गेहूं महंगा हुआ (flour price) है तो स्वाभाविक सी बात है कि आटे के रेट (aata ka bhaav) भी बढेंगे ही। इनके रेट बढ़ने के साथ ही दामों का असर जहां होटलों के खाने पर पड़ता है, वहीं ये रसोई के बजट (kitchen budget) को भी गड़बड़ा रहा है।
रसोई का सबसे अनिवार्य घटक होने के कारण मध्यम एवं निम्न मध्यवर्गीय परिवारों सहित गरीब परिवारों को दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ जाती है। गेहूं के दाम (gehoon ka daam) जब 18-20 रुपए किलो तक थे, तब आटा 22 रुपए प्रति किलो मिल जाता था। अब रेट बढ़ते ही जा रहे है। गेहूं के दाम पर नियंत्रण लगाना काफी जरूरी हो गया है। तभी आटे के दाम भी नियंत्रण (Flour prices control) में आ सकते है।
मौजूदा समय की अगर बात करें तो फिलहाल फुटकर किराना दुकानों में 1 किलो आटा 40 रुपए किलो मिल रहा (wheat flour rate) है। जबकि अधिक मात्रा में लेने पर यह दाम लगभग 34-36 रुपए किलो पड़ रहे हैं। हालांकि थोक दुकानों में इस आटे को लेने पर करीब 32 रुपए किलो पड़ता (aata rate) है। बड़े व्यापारियों का मानना है कि अगले कुछ दिनों में गेहूं के आटे में और भी बढ़ौतरी देखने को मिल सकती है। त्यौहारी सीजन में वैसे ही डिमांड बढ़ जाती है।
देशभर में गेहूं आटा भाव (wheat flour rate today)
प्राइस मॉनिटरिंग डिवीजन के मुताबिक 25 सितंबर 2024 को गेहूं के आटे का अधिकतम दाम (wheat flour price) 65 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। गेहूं आटे का औसत दाम औसत दाम 36.78 और न्यूनतम दाम 28.56 रुपये प्रति किलो रहा। आज दिल्ली में आटा का दाम 33, जम्मू-कश्मीर में 45, हरियाणा में 32 और महाराष्ट्र में 44 रुपये, उत्तर प्रदेश में 35 रुपये, मध्यप्रदेश में 36 रुपये प्रति किलो रहा।
कहां हो रही गेहूं की सबसे ज्यादा आवक
- कृषि मंत्रालय के अनुसार सबसे ज्यादा गेहूं उत्तर प्रदेश की मंडियों में बिकने आया। सितंबर महीने के पहले दो सप्ताह में यहां पर 241144 टन गेहूं की आवक हुई, जो पिछले साल से 9 फीसदी अधिक है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक है।
- देश के दूसरे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में आवक पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी कम हो गई है। इस साल 1 से 14 सिंतबर तक राज्य की मंडियों में 125347 टन गेहूं बिकने आया है।
- राजस्थान की मंडियों में गेहूं की आवक 59 फीसदी कम हो गई है। राजस्थान में इस साल सितंबर के पहले दो सप्ताह में 10870 टन गेहूं बिकने आया है।
- महाराष्ट्र की मंडियों में गेहूं की आवक पिछले साल के मुकाबले 78 फीसदी कम हो गई है। इस साल सितंबर महीने में राज्य में सिर्फ 4089 टन गेहूं बिकने आया है।