wheat flour price : गेहूं के भाव ने पकड़ी हाई स्पीड, सर्वोच्च स्तर पर पहुंचे आटे के रेट
wheat price : गेहूं के दाम इस समय लगातार आसमान छूते जा रहे हैं। गेहूं के रेट बढ़ने से आटा भी महंगा हो रहा है। इससे आम उपभोक्ताओं को रोटी महंगी पड़ रही है, उनका पूरा बजट भी गड़बड़ाने लगा है। इस समय गेहूं के भाव (wheat flour latest price) लगातार रफ्तार पकड़े हुए हैं। संभावना जताई जा रही है कि ये बढ़ोतरी आगामी कुछ माह तक और जारी रहेगी तथा महंगाई और बढ़ने के आसार हैं। आइये जानते हैं इस समय कहां पहुंच गए हैं गेहूं व आटे के रेट।

My job alarm - (wheat flour price update): पिछले कई दिनों से गेहूं के दामों में लगातार हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी थमने का नाम नहीं ले रही है। खासकर त्योहारी सीजन के बाद तो गेहूं के रेट बेलगाम हो गए हैं। यह तेजी गेहूं के भाव में ही नहीं, बल्कि आटे के दामों (wheat and flour price) में भी जारी है। इन दोनों के रेट बढ़ने से महंगाई भी लोगों की कमर तोड़ रही है। गेहूं के दाम फिलहाल अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। उत्तरी राज्यों के अलावा दक्षिण भारत में यह अपने न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ऊपर बिक रही है। आटे व गेहूं के रेट बढ़ने के कई कारण बताए जा रहे हैं। ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत गेहूं की बिक्री न होने से भी गेहूं की कमी हो गई, जिससे दामों में बढ़ोतरी (wheat flour price hike) देखी जा रही है।
इन मंडियों में ये पहुंचे गेहूं के भाव-
दिल्ली में गेहूं के रेट (wheat flour update price) कम होने का असर इंदौर मंडी में बिकने वाले गेहूं पर भी पड़ा है। यहां प्रति क्विंटल गेहूं 25 रुपये तक कम हो गया है, हालांकि यह स्थिति स्थिर नहीं बताई जा रही। यहां पर गेहूं (gehu ka taja bhav) की आवक लगभग 1510 बोरी की रही है। आटे के दाम यहां भी कम नहीं हैं, ये 3380-3400 रुपये क्विंटल जा पहुंचे हैं। इंदौर मंडी में गेहूं मिल क्वालिटी 2860-2910 रुपये प्रति क्विटंल तो पूर्णा 2870-2920 रुपये प्रति क्विंटल (gehu ka aaj ka bhav) तक बिक रही है। दूसरी ओर लोक वन 2910-3120 रुपये प्रति क्विंटल तो मालवराज 2900-2935 रुपये और मक्का 2275 से लेकर 2310 रुपये प्रति क्विंटल बेची जा रही है।
दक्षिण भारत के राज्यों में भी यही हाल-
गेहूं के दाम (gehu ka bhav kya hai) बीते कुछ ही दिनों में अपने रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं। दक्षिण भारत में तो गेहूं की मांग इतनी है कि यहां पर कई जगह गेहूं की आपूर्ति ही नहीं हो पा रही है। कई राज्यों व जिलों में गेहूं के रेट 3410 रुपये क्विंटल तक पहुंच गए हैं। दक्षिण भारत की मिलों को मध्य प्रदेश (MP wheat price), राजस्थान, पंजाब या हरियाणा जैसे प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों से भी उचित मात्रा में गेहूं की सप्लाई नहीं हो रही है।
उत्तर प्रदेश से ही कुछ गेहूं (wheat price today) यहां पहुंच पा रहा है। नवंबर माह की शुरुआत से ही गेहूं के दाम काफी तेजी पर थे। तब त्योहारी सीजन को कारण माना जा रहा था तो अब दिसंबर में ब्याह-शादी के सीजन को भाव (mandi bhav) में बढ़ोतरी का कारण माना जा रहा है।
अभी रेट गिरने के नहीं आसार-
यह तेजी अभी जारी रहने की उम्मीद है। खासकर जब तक मंडियों में अगले सीजन के गेहूं की आवक नहीं हो जाती, तब तक भाव गिरने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि कुछ व्यापारियों व जानकारों का कहना है कि सरकार ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के जरिये सस्ते रेट में बाजार में गेहूं उतारे तो इन पर लगाम लग सकती है। बताया जा रहा है कि गेहूं के उत्पादन के मामले में भी सरकार का अनुमान गलत साबित हो रहा है।
यह कहना है विशेषज्ञों का -
सरकार यह दावा कर रही है कि इस वर्ष गेहूं का उत्पादन 113 मिलियन (wheat stock) टन से ज्यादा पहुंच गया है। बाजार की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि असल उत्पादन इससे बहुत कम है। सरकार को दामों पर नियंत्रण की ओर ध्यान देना चाहिए। ओपन मार्केट सेल पर भी सरकार को विचार करना चाहिए। सरकार इस समय पीडीएस गेहूं और आटे की बिक्री को प्राथमिकता दे रही है। इस कारण गेहूं व आटे के दाम (wheat price 8 december 2024)बेलगाम हो रहे हैं।
पीडीएस गेहूं और आटा बिक्री पर जोर -
सरकार ने दावा किया था कि इस साल गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 113.29 मिलियन टन हुआ है। जबकि बाजार की स्थिति देखकर जानकार कह रहे हैं कि असल उत्पादन इससे कहीं नीचे हैं। दूसरी ओर अब सरकार अब भी दामों पर नियंत्रण की बजाय राजनीतिक कदम में जुटी है। सरकार का ध्यान अब भी ओपन मार्केट सेल पर नहीं है। बल्कि चुनावी गणित देखते हुए पीडीएस में गेहूं और आटा (wheat flour rate today) बिक्री पर जोर लगा रही है।
व्यापारियों को सता रही यह चिंता-
इन परीस्थितियों का बाजार पर लंबे समय में कोई बड़ा असर होता नहीं दिखाई दे रहा है। स्थानीय व्यापारियों को चिंता है कि अगर सरकार ने समय पर बिक्री पर ध्यान नहीं दिया, तो आटा और गेहूं की कीमतें(Madhya Pradesh Mandi) और बढ़ सकती हैं। किसानों के पास अब ज्यादा गेहूं नहीं बचा है और मिलों ने पिछले महीने सरकारी आपूर्ति की उम्मीद में ज्यादा माल नहीं खरीदा है। जब तक सरकार की ओर से इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की जाती तब तक आटा-गेहूं (wheat flour update rate) की महंगाई और बढ़ने की संभावना है। फिलहाल अन्य फसलों के देशभर की मंडियों में क्या भाव (mandi news) चल रहे हैं, नीचे खबर में इसे जान सकते हैं।
दालों के दाम
दाल का प्रकार मूल्य बेस्ट मूल्य
चना दाल 8550-8610 8920-9020
मसूर दाल 7470-7555 7660-7755
मूंग दाल 9220-9310 9410-9620
मूंग मोगर 10010-10110 10205-10306
तुवर दाल 10920-11005 11904-12003
तुवर दाल (बेस्ट) 15504-15505 16404-16605
ब्रांडेड तुवर दाल नई - 16703 -------------
उड़द दाल 11004-11102 11207-11306
उड़द मोगर 11301-11402 11608-11809
नोट : ऊपर दिए गए दालों के भाव रुपये प्रति क्विंटल में हैं।
दलहन-दाल के भाव
दाल का प्रकार मूल्य (रुपये) बेस्ट मूल्य (रुपये)
चना कांटा 7002-7053 --
विशाल चना 6854 --
डंकी चना 6006-6205 --
मसूर दाल 6007-6058 --
तुवर महाराष्ट्र सफेद 10310-10509 --
तुवर कर्नाटक 10420-10603 --
तुवर निमाड़ी 8505-9704 --
मूंग दाल 8007-8206 7230-7710 (एवरेज)
मूंग बोल्ड 7805-8308 --
उड़द दाल (बेस्ट बोल्ड) 8320-8802 --
उड़द दाल (मीडियम) 6520-7810 --
उड़द हलका 3010-5010 --
नोट : ऊपर दिए गए भाव रुपये प्रति क्विंटल में हैं।