sarso tel price : सरसों तेल हो गया महंगा, 15 दिन में इतने बढ़े रेट
Jul 22, 2024, 19:21 IST
| My job alarm (sarso tel price) : दाल के बाद अब जीरा और अब सरसों तेल की कीमतों (sarso tel rate) ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जिससे राहत मिलने की बजाय लोगों पर महंगाई की मार पड़ने लगी है। 30 दिन के अंदर जहां जीरे में प्रति किग्रा सौ रुपये का उछाल है वहीं सरसों तेल (sarso tel bhav) के थौक भाव में भी बड़ा इजाफा देखने को मिला है। विदेशों बाजारों में मजबूती के रुख और देश में खाद्य तेलों की आपूर्ति कम होने के बीच सोमवार को देश के तेल-तिलहन बाजारों में मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों के पूर्वस्तर पर रहने के अलावा सरसों एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल की कीमतों में बढ़ौतरी देखने को मिली है। इस बार सीजन के शुरूआत से ही सरसों के भाव में गिरवाट देखने को मिली है। किसानों को सरसों का भाव (sarso price) न्यूनत्तम समर्थन मूल्य से भी कम मिला है। जिसके चलते किसानों ने सरसों रोककर रखी है और सही दाम मिलने का इंतजार कर रहे हैं। आमतौर पर बंदरगाहों पर 10-12 लाख टन खाद्य तेलों का स्टॉक रहा करता था, वो वह पाइपलाइन फिलहाल कम हो चला है। खाद्य तेल कंपनियों के पास भी जो स्टॉक होता था, वह काफी कम हुआ है। जिसके चलते अब सरसों तेल के भाव (mustard oil price) में वृद्धि देखने को मिल रही है। सरसों का उत्पादन देश में ज्यादा सरसों का उत्पादन राजस्थान में होता है। देखा जाए तो, पिछले 10-15 दिनों से राजस्थान की कई मंडियों में सरसों का औसत और अधिकतम भाव इसके न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल (sarso minimum support price) के उपर चल रहा है। इसकी वजह से सरसों तेल के दाम (mustard oil price) में बढ़ौतरी देखने को मिली है। सरसों तेल के थोक दामों (Mustard Oil Wholesale Price) में पिछले कुछ ही दिनों में 16 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिस सरसों का रेट पिछले लंबे समय से 4500 से 5,000 रुपये क्विंटल था अब भाव 5600 रुपये प्रति क्विंटल पार कर गया है। देशभर की कई मंडियों में सरसों के भाव करीब 6000 रुपये तक भी पहुंचे हैं।