sarso ka bhav 10 october : सरसों के भाव में 1450 रुपये का इजाफा, अभी और बढ़ेंगे दाम
sarso ka bhav : सरसों की खेती करने वाले किसानों ने लिए गुड न्यूज है। सरसों के कम भाव के कारण घाटा झेल रहे किसानों को अब उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिल पाएगा। इस साल सरसों की खेती करने वाले किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों को सरसों का उचित मूल्य (sarso update price) नहीं मिला है। केंद्र सरकार की ओर से सरसों का न्यूनत्तम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है लेकिन अधिकत्तर किसानों को अपनी फसल एमएसपी से भी कम रेट पर बेचनी पड़ी है। बरहाल अब किसानों के लिए खुशखबरी आई है।
My job alarm -(sarso ka taja bhav) सरसों के भाव में हर रोज हो रही बढ़ोतरी स्टॉकिस्ट किसानों के लिए सौगात बन रही है। इस समय देशभर में कई जगह पर किसानों को अपनी सरसों समर्थन मूल्य से ऊपर बेचने का मौका मिल रहा है। इस माह के अंत तक सरसों के भावों में और तेजी (sarso price hike)आने की संभावना है। इसके बाद नवंबर व दिसंबर में ब्याह शादी के सीजन के चलते सरसों तेल की मांग बढ़ सकती है, जिसका सीधा असर सरसों के भाव पर पड़ सकता है। कुल मिलाकर दिसंबर तक सरसों का प्रति क्विंटल का भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है।
इस कारण बढ़ रहे भाव
सरसों के भाव बढ़ने के दो-तीन कारण प्रमुख हैं। एक तो यह कि फिलहाल त्योहारी सीजन चल रहा है। त्योहारी सीजन में सरसों तेल के साथ-साथ अन्य खाद्य तेलों की डिमांड बढ़ने के कारण इनके रेट भी बढ़ जाते हैं। खाद्य तेलों व सरसों तेल के रेट बढ़ने का असर सरसों के दामों पर भी पड़ता है। इससे सरसों के रेट (sarso ka bhav)और हाई हो जाते हैं। दशहरा व दिवाली भी नजदीक हैं। ऐसे में सरसों के रेट बढ़ते जा रहे हैं।
दूसरा अहम कारण यह है कि सरकार अब सोयाबीन व पॉम आयल जैसे खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ाने पर विचार कर रही है। इससे खाद्य तेलों के रेट बढ़ेंगे तो सरसों के तेल को भी बूम मिलेगा। तीसरा कारण यह है कि नवंबर व दिसंबर में शादियों का सीजन आ रहा है, इस समय सरसों तेल की डिमांड हाई होगी व सरसों के रेट (sarso price update)आसमान छू सकते हैं। अभी सरसों की नई आवक आने में काफी समय है। इसलिए यह तेजी कई दिनों तक बनी रहने की संभावना है।
सरसों भाव को लेकर ये चल रही चर्चाएं
इन दिनों चर्चाएं हैं कि सरकार कभी भी पाम ऑयल और सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क (import duty) बढ़ा सकती है। अगर सरकार यह निर्णय लेकर इसे लागू करती है तो इससे खाद्य तेलों का इंपोर्ट महंगा हो जाएगा तथा इनके रेट भी हाई हो जाएंगे। ऐसे में लोग सरसों के तेल (musturd oil price)को खरीदने में रुझान दिखा सकते हैं। क्योंकि इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती करने पर व्यापारी व्यापारी कम कीमत पर दूसरे देशों से पाम ऑयल, सोयाबीन तेल इंपोर्ट कर लेते हैं। इन्हें बाजार में कम रेट में बेचकर अपना मुनाफा कूट लेते हैं और लोग सरसों तेल की अपेक्षा सस्ते खाद्य तेल यूज करने लगते हैं, जिससे सरसों के तेल की मांग घट जाती है और सरसों तेल के दाम (sarso tel ka rate) कम हो जाते हैं। फिर इसका असर सरसों के रेट पर भी पड़ता है, फलस्वरूप सरसों सस्ती हो जाती है। इससे किसानों को सही भाव न मिलने के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।
पिछली बार सरसों के मिले थे कम भाव
फिलहाल कुछ खाद्य तेलों पर सरकार ने इंपोर्ट शुल्क नहीं लगा रखा और कुछ में इंपोर्ट शुल्क में कटौती की हुई है। इस कारण ये सरसों तेल की अपेक्षा सस्ते मिल रहे हैं। रिफाइंड पॉम आयल (palm oil rate) और सोयाबीन पर फिलहाल 12.5 प्रतिशत आयात शुल्क है, पहले 17.5 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगती थी। 2021 से पहले की बात करें तो रिफाइंड सोयाबीन और सूरजमुखी तेल पर 32.5 प्रतिशत आयात शुल्क लगता था। देश में कुछ खाद्य तेल फ्री में इंपोर्ट हो रहे हैं और सरसों तेल के मुकाबले सस्ते हैं। ऐसे में सरसों तेल की डिमांड घटने से सरसों के रेट डाउन आते हैं। इसका असर सरसों सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों पर पड़ रहा है। यह एक प्रमुख कारण माना जा रहा है कि इस बार किसानों को सरसों समर्थन मूल्य 5650 रुपये (Sarso ka MSP)प्रति क्विंटल से भी कम पर बेचनी पड़ी।
2 महीने से आई भावों में ज्यादा तेजी
अब जाकर सरसों के भाव में तेजी आई है। अगस्त माह से सरसों के भाव (sarso ka taja bhav)में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सितंबर माह में भी सरसों के भावों में तेजी दर्ज की गई थी। अब अक्टूबर में तो पहले सप्ताह से ही सरसों के भावों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। कई जगह पर सरसों के प्रति क्विंटल के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से 1450 रुपये ऊपर तक पहुंच गए हैं। अब कई जगहों पर सरसों 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल (sarso price today, 10 cotober) के आसपास बिक रही है। फिलहाल सरसों का ताजा भाव (sarso latest price)आइये जानते हैं नीचे खबर में।
देशभर की मंडियों में आज का सरसों भाव (sarso ka bhav today)
सिरसा मंडी में सरसों का भाव (हरियाणा) 6390 रुपये प्रति क्विंटल/-
हिसार मंडी में सरसों भाव (haryana me sarso ka bhav) 6540 रुपये प्रति क्विंटल/-
आदमपुर मंडी में आज का सरसों का भाव (हरियाणा) 6800 रुपये प्रति क्विंटल/-
रेवाडी मंडी में आज का सरसों का भाव (हरियाणा) 6250 रुपये प्रति क्विंटल/-
ऐलनाबाद में सरसों का भाव आज का (हरियाणा) 6950 रुपये प्रति क्विंटल/-
राजस्थान में सरसों का आज का भाव (rajasthan me sarso ka bhav)
जयपुर मंडी में सरसों का रेट (राजस्थान) 6500 रुपये प्रति क्विंटल/-
श्रीगंगानगर मंडी में आज सरसों का भाव (राजस्थान) 6780 रुपये प्रति क्विंटल/-
मेड़ता शहर में सरसों का भाव (राजस्थान) 6355 रुपये प्रति क्विंटल/-
जोधपुर मंडी में सरसों का भाव (राजस्थान) 6470 रुपये प्रति क्विंटल/-
चिडावा में सरसों भाव (राजस्थान) 6360 रुपये प्रति क्विंटल/-
उत्तर प्रदेश में सरसों का आज का भाव
इटावा मंडी में आज का सरसों (UP me sarso ka bhav)का भाव (उत्तर प्रदेश) 6500 रुपये प्रति क्विंटल/-
मैनपुरी में आज का सरसों का भाव (उत्तर प्रदेश) 6700 रुपये प्रति क्विंटल/-
मेरठ मंडी में सरसों का भाव आज का (उत्तर प्रदेश) 6125 रुपये प्रति क्विंटल/-
बरेली मंडी में सरसों का रेट (उत्तर प्रदेश) 6920 रुपये प्रति क्विंटल/-
ललितपुर में आज सरसों का भाव (उत्तर प्रदेश) 6345 रुपये प्रति क्विंटल/-
मध्य प्रदेश व बिहार में सरसों के रेट
काला कैलारस में सरसों (MP me sarso ka bhav)का भाव (मध्य प्रदेश) 6800 रुपये प्रति क्विंटल/-
बैतूल में सरसों का भाव आज का (मध्य प्रदेश) 6355 रुपये प्रति क्विंटल/-
चंपारण में आज का सरसों (Bihar me sarso ka bhav)का भाव (बिहार) 6800 रुपये प्रति क्विंटल/
मुंबई मंडी में सरसों का रेट (महाराष्ट्र) 7200 रुपये प्रति क्विंटल/-
नोट : यहां पर आपको हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुंबई व बिहार राज्यों में आज का सरसों के ताजा भाव (Mustard Price today) की जानकारी दी गई है। सरसों का भाव समय- समय पर अपडेट होता रहता है। आप प्रतिदिन का हरियाणा में सरसों का भाव, राजस्थान में सरसों का भाव, उत्तरप्रदेश में सरसों का भाव, एमपी में सरसों का भाव, महाराष्ट्र में सरसों का भाव और बिहार का सरसों भाव जान सकते हैं। ऊपर खबर में देशभर की मंडियों में सरसों के रेट की जानकारी दी गई है।