Sarso ka Bhav : सरसों के भाव में आज फिर बंपर उछाल, तोड़ दिया रिकॉर्ड
sarso ka bhav : सरसों के भावों में लगातार तेजी किसानों के चेहरों पर रौनक लौटाने का काम कर रही है। देशभर की मंडियों में सोमवार को भी सरसों के रेट में तगड़ा उछाल देखने को मिला है। सरसों के रेट (mustard price) के पिछले सारे रिकॉर्ड टूटते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में किसानों को सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)से भी ऊंचे रेट में सरसों बेचकर भारी मुनाफा हो रहा है। आइये जानते हैं सरसों के लेटेस्ट रेट।
My job alarm (sarso ka bhav) : किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है। मंडियों में सरसों के दामों (Sarso Rate) में बढ़ोतरी उनके लिए सौगात से कम नहीं है। पिछले कुछ दिनों से विभिन्न मंडियों (Mandi Bhav) में किसानों को सरसों के काफी ऊंचे रेट मिल रहे हैं। ऐसे में अनेक किसान कई मंडियों में MSP से ज्यादा रेट पर सरसों (mustard price) बेचकर मोटा मुनाफा ले रहे हैं। संभावना है कि आने वाले समय में सरसों के रेट और हाई हो सकते हैं। हम आपको बतादें कि इस बार केंद्र सरकार की ओर से सरसों का न्यूनत्तम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। अधिकतर किसानों को इस बार अपनी फसल एमएसपी से कम भाव पर बेचनी पड़ी है।
भावों में भारी तेजी के चलते बढ़ सकता है सरसों का रकबा
इस बारे में मंडी भावों की नियमित व अपडेट जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि सरसों के दामों में भारी तेजी (mustard oil) को देखते हुए इस बार सरसों का बिजाई का रकबा बढ़ सकता है तथा उत्पादन भी करीब 15 मिलियन टन तक पहुंच सकता है। दूसरी ओर इस बारे में व्यापारियों का मानना है की बाहर से सस्ते खाद्य तेलों के आयात में तेजी आई है। इसके चलते देश में सरसों तेल (Sarso Oil Rate) की खपत में कमी आई है। इस वजह से तिलहन फसलों की कीमतों में भी गिरावट देखी जा रही है।
सरसों बिजाई की ओर तेजी से बढ़ा किसानों का रुझान
सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो पाते हैं कि 2022-23 में सरसों का उत्पादन करीब 12.75 मिलियन टन था। इस बार सरकार ने करीब 13 मिलियन टन उत्पादन होने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस बार किसानों ने सरसों की बिजाई 100.45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की है। यह पिछले साल की तुलना में लगभग 13.5 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। यानी पिछले साल सरसों का रकबा 97.95 लाख हेक्टेयर था। कहा जा सकता है कि किसानों का रुझान सरसों (Sarso ka Taja Bhav) बिजाई की ओर तेजी से बढ़ा है।
मराठवाड़ा के साथ-साथ झारखंड, असम, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड क्षेत्रों में सरसों के बढ़े हुए रकबे को देखें तो कहा जा सकता है कि इस बार 15 लाख मिलियन टन तक सरसों का उत्पादन हो सकता है। इसके अलावा अन्य प्रदेशों में भी सरसों (Sarso ke update Rate) के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोतरी हो सकती है।
फिलहाल 6400 से ऊपर चल रहा है प्रति क्विंटल सरसों का भाव
सोमवार को राजस्थान की प्रसिद्ध भगत मंडी में सरसों के रेट (Latest Mandi Bhav) रिकॉर्ड तोड़ते दिखे। यहां सरसों 6420 रुपये प्रति क्विंटल के भाव में खरीदी गई। वहीं उत्तर प्रदेश में आज सरसों 5950 रुपये प्रति क्विंटल रही। मध्यप्रदेश में सरसों का भाव 6 हजार रुपये पार कर गया। इससे किसानों को तगड़ा मुनाफा हुआ है। यह जानकारी एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार सामने आई है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की घाटल मंडी में सरसों 7840 रुपये प्रति क्विंटल बिकी।
इन मंडियों में इतने रुपये प्रति क्विंटल बिक रही सरसों
इसके अलावा गुजरात की जामनगर मंडी में 6785 रुपये प्रति क्विंटल (Jamnagar Mandi Bhav) के हिसाब से सरसों की खरीद की गई। सदान मंडी की बात करें तो यहां सरसों का भाव 6500 रुपये प्रति क्विंटल रहा। मंदसौर मंडी में 6711 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों की बिक्री हुई है। पंजाब, हरियाणा (Haryana me Sarso ka Rate), उत्तर प्रदेश (Up Sarso Mandi Rate) और मध्य प्रदेश में सरसों के भावों में हल्की बढ़ोतरी हुई है।
यहां देखें अन्य फसलों की लिस्ट
यहां पर किसान इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी फसल का दाम उसकी क्वालिटी पर भी निर्भर करता है। ऐसे में व्यापारी क्वालिटी के हिसाब से ही अनाज की खरीदारी करते हैं और दाम तय करते हैं। क्वालिटी खराब होने पर भाव नीचे रहते हैं और फसल जितनी अच्छी क्वालिटी की होगी, उसके उतने ही अच्छे दाम मिलेंगे। आप अपने राज्य की मंडियों में अलग-अलग फसलों के ताजा दाम ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। यहां अपने राज्य के अनुसार फसलों के ताजा रेट चेक कर सकते हैं।