Onion Price Hike : प्याज की कीमतों में सीधे 1500 रुपये की बंपर बढ़ोतरी
onion price : इन दिनो प्याज की बढ़ती कीमतें लोगों की चिंता बढ़ा रही है। हाल ही में प्याज की कीमतों में 1500 रुपये का बंपर इजाफा हुआ है। किसानों की लॉटरी निकल गई है वहीं आम जानता के हाल खराब हो रहे है। बढ़ी हुई कीमतों के बाद आइए जान लें क्या है प्याज के ताजा भाव...
My job alaram - त्यौहार का सीजन चल रहा है और महंगाई इन दिनो आसमान पर पहुंचने को हो चूकी है। हर चीज के दाम बढ़ते ही नजर आ रहे है। सब्जियों के रेट भी इस रेस में पीछे नही रह गए है। बात करें प्याज के दाम की तो ये अब लोगों को महंगाई के आंसू रूलाने लगे है।
जन्माष्टमी के पहले प्याज की कीमतों (Onion price hike) ने रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी कर ली है। इस स्थिति में जहां एक ओर किसानों की बल्ले-बल्ले हो गई है वहीं आम जनता के हाल बेहाल हो रहे है। आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले की प्याज मंडी में इस समय प्याज के दाम 2500 रुपये से लेकर 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं जो कि पिछले साल के मुकाबले एक बड़ी वृद्धि है।
जानकारी के लिए बता दें कि इन दिनों कुर्नूल के किसानों के चेहरे पर खुशी की अलग ही चमक देखने को मिल रही है क्योंकि पिछले साल इसी मंडी में प्याज का भाव मुश्किल से 500 रुपये से 1000 रुपये प्रति क्विंटल था। ऐसे हालात में किसानों को अपनी उपज की लागत निकालना भी काफी मुश्किल हो रहा था और इतना ही नही रोश में उन्होंने विरोध स्वरूप अपना प्याज फेंक दिया थी। इन दिनों चल रही प्याज के दाम में वृद्धि से किसानों को काफी अच्छी आमदनी हो रही है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि त्योहारी सीजन में मांग और बढ़ेगी जिससे प्याज के दाम (Onion price) और चढ़ सकते हैं। किसानों के लिए तो ये सही है लेकिन आम आदमी की जेब पर इसका काफी असर होने वाला है।
दामों में इतनी वृद्धि का कारण
आमतौर पर जून जुलाई के महीने में प्याज सस्ते होते है और सितंबर के महीने में जाकर प्याज के दाम बढ़ते है, क्योंकि मॉनसून की भारी बारिश इसकी सप्लाई को प्रभावित करती है और प्याज खराब हो जाता है। लेकिन अब की बार ऐसा नही हो रहा है। प्याज के दाम अभी से पहले ही बढ़ने शुरू हो गए है। इसका सबसे बड़ा कारण तो महाराष्ट्र में प्याज की फसल की खराबी है। बेमौसम बारिश ने महाराष्ट्र की प्याज फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे वहां की सप्लाई घट गई है।
अब इस स्थिति के चलते कुर्नूल के किसानों (farmers of kurnool) को सीधा फायदा पहुंचा है। प्याज की बढ़ी कीमतें इनको इनकी फसल का काफी अच्छा दाम दिला रही है। कुर्नूल जिले में प्याज की खेती की क्षेत्रफल भी घट गई है। पहले जहां 30,000 हेक्टेयर में प्याज की खेती होती थी, वहीं अब यह घटकर 85,00-9000 हेक्टेयर रह गई है। इसके परिणामस्वरूप सप्लाई कम हुई है, जिससे प्याज के दाम भी अधिक हो गए हैं।
अब बात करते है कि आखिर इनके दामों में इतनी वृद्धि का कारण क्या है। पूरे देश में प्याज की कीमतें पिछले कुछ महीनों में 20-30 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं और ये 50 प्रतिशत की वृद्धि है। प्याज के दाम में इस वृद्धि ने आम लोगों के बजट (Budget) को प्रभावित किया है, जबकि किसानों को तो अपनी उपज के सही दाम मिल रहे हैं। वहीं आंध्र प्रदेश में खुले बाजार में प्याज 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि सरकारी रायतू बाजार में प्याज की कीमत 42 से 45 रुपये प्रति किलो के बीच है। ये कीमतें भी आम लोगों का बजट को पूरी तरह से हिला रही है।
अंतत: किसानों को फायदा होना तो तय है लेकिन इस बीच आम आदमी पिस रहा है। आम आदमी की थाली से प्याज बस गायब होने को है।