Onion Price : प्याज के बढ़ते भाव को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, अब मिलेगा इतने रुपये किलो
My job alarm - महंगाई के आंसू रूलाने वाले प्याज के दाम को लेकर अब सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए है। सरकार अब इसके बढ़ते दामों को नियंत्रण में लेने का प्रयास कर रही है। वहीं ये जानकारी सामने आ रही है कि अब दिल्ली-एनसीआर के लोगों को प्याज खरीदते वक्त (onion sale) सोचने की जरूरत नही पडेगी क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी और उससे लगे शहरों में प्याज की कीमत 60 रुपए प्रति किलग्राम तक पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने खुद से रियायती दरों पर प्याज बेचने (sell onions at discounted rates) का फैसला किया है। केंद्र सरकार अब इस क्षेत्र में अब 35 रुपए प्रति किलो प्याज बेचेगी। इसके पीछे सरकार का मेन मकसद बाजार में भाव को तोड़ने का है।
हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से ये जानकारी साझा की गई कि वह दिल्ली-एनसीआर में रियायती दरों पर प्याज (Onion at discounted rates in Delhi-NCR) बेचेगी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इसके लिए नेफेड और एनसीसीएफ को आदेश दिया। ये दोनों ही सरकारी इकाइयां आम जनता को 35 रुपए प्रति किलो के दाम पर प्याज उपलब्ध कराएंगी।
नेफेड और एनसीसीएफ का काम
आपकी जानकारी के लिए ये बता दें कि सरकारी एजेंसी नेफेड (government agency nafed) और एनसीसीएफ (NCCF) दोनों ही सरकार की ओर से आम जनता के बीच खाद्य सामग्री को सस्ते दामों पर उपलब्ध कराने का काम करती हैं। बता दें कि ये संस्थाएं केंद्रीय भंडार (central store), मोबाइल वैन और अन्य माध्यमों से रियायत दरों पर लोगों के बीच फूड आइटम्स पहुंचाने का काम करती हैं। इसको एक उदाहरण के द्वारा बता दें कि पिछले साल जब देशभर में प्याज के साथ-साथ टमाटर की कीमतें भी बेहताशा बढ़ गईं थीं, तब भी सरकार ने नेफेड और एनसीसीएफ के माध्यम (Through NAFED and NCCF) से लोगों को रियायती दर पर सस्ते टमाटर-प्याज उपलब्ध कराए थे।
इसी के साथ सरकार बेचती है सस्ता आटा-दाल-चावल भी....
आम जनता को महंगाई से कोई आंच न आए इसके लिए सरकार कुछ न कुछ कार्य कर जनता को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। मौजूदा वक्त में सरकार सस्ता आटा,दाल और चावल भी बेचती (Government also sells cheap flour, pulses and rice) है और इसके पीछे भी यही कारण है क्योंकि सरकार ने पिछले साल ही ‘भारत’ ब्रांड नाम से बाजार में आटा, दाल और चावल को उतारा था। हालांकि कुछ वक्त से ये बाजार में उपलब्ध नहीं हैं, क्योंकि इनकी कीमतों में संशोधन (price revision) के बाद इन्हें दोबारा मार्केट में लॉन्च किया जाना है।