sarso tel : सरसों तेल पर लगा बैन, जानिये क्या है कारण
sarso tel : खाना बनाने के लिए सरसों का तेल, ऑलिव ऑयल, अलसी का तेल, नारियल तेल, कनोला ऑयल, मूंगफली का तेल, पामोलीन ऑयल जैसे बहुत से विकल्प हैं। लेकिन भारत समेत दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में लोग सरसों तेल (mustard oil) का ही इस्तेमाल करते हैं। भारत में बालों में लगाने के लिए भी सरसों तेल (sarso tel use) का इस्तेमाल होता है। इसे सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है।
My job alarm (sarso tel) : कई दशकों से सरसों का तेल हमारे खाने का हिस्सा रहा है। सरसों तेल में कई तरह के औषधिय गुण पाए जाते हैं, जिसकी वजह से मानना है कि ये हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। हर भारतीय घर की रसोई में सरसों के तेल (mustard oil) को इस्तेमाल किया जाता है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में ऐसे कई सारे देश हैं, जो सरसों के तेल का खूब इस्तेमाल करते हैं। भारत में सरसों का सबसे ज्यादा उत्पादन राजस्थान में होता है और यहीं सबसे ज्यादा सरसों तेल मीलें हैं। यहां से देशभर में सरसों तेल सप्लाई होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की सरसों तेल बैन हो चुका है।
ये बिल्कुल सच है, सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लग सकता है। लेकिन, अमेरिका और यूरोप में यही सरसों का तेल बैन है। इन दोनों जगहों के अलावा ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में भी लोगों ने खाना बनाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल बंद कर दिया है। आखिर ऐसा क्यों है? क्यों ये सारे देश सरसों के तेल का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए नहीं करते? आईये आप आपको बताते हैं इसे पीछे का कारण क्या है।
सरसों का तेल बैन क्यों (Mustard oil ban)
अमेरिका की नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने सरसों के तेल (sarso tel) को खाने में इस्तेमाल करने के लिए पाबंदी लगा रखी है। रिपोर्ट के अनुसार सरसों के तेल (Mustard Oil) में इरुसिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जोकि सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। बता दें कि ये एक फैटी एसिड है जो याददाश्त को कमजोर करता है और शरीर में फैट बढ़ने का कारण है।
सरसों तेल पर लिखी होती है ये चेतावनी
ऐसा भी बिल्कुल नहीं है कि अमेरिका और पाबंदी लगाने वाले देशों में सरसों का तेल (sarso ka tel) नहीं मिलता है। अमेरिका जैसे देशों में सरसों के तेल के बोतल या डिब्बों में ये लिखा होता है- फॉर एक्सटर्नल यूज ओनली. मतलब साफ है आप इसे हाथों, पैरों या सिर पर लगा सकते हैं लेकिन खाना नहीं बना सकते हैं।
सरसों तेल की जगह इस्तेमाल करते हैं ये तेल
हम आपको बता दें कि अमेरिका और यूरोप के ज्यादातर देशों में खाना पकाने के लिए सोयाबीन तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इस तेलमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड होता है, जो कोलेजन को बढ़ावा देने में कारगर है। सरसों तेल के मुकाबले इस तेल में विटामिन ई भरपूर होता है, जो त्वचा और बालों के लिए काफी फायदेमंद है।