Sarso tel : 25000 लीटर सरसों तेल जब्त, सरसों तेल खाने वाले हो जाएं सावधान
Sarso tel : भारत में ज्यादातर घरों में सदियों से सरसों तेल का इस्तेमाल हो रहा है। आज भी कुकिंग के लिए सरसों का तेल (mustard oil) पहली पसंद है। सरसों तेल का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर मालिश करने तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो आज के समय में बहुत से कुकिंग ऑयल उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकत्तर घरों में आज भी सरसों के तेल (sarso ka tel) का यूज होता है। बाजार के जानकारों के मुताबिक देश में खपत के लिए रोजाना करीब 11000 टन सरसों तेल की आवश्यकता होती है।
My Job alaram - बीते कुछ सालों से खानपान की चीजों में मिलावट के मामलों ने काफी जोर पकड़ा है। जिसके चलते देशभर में मिलावटी खानपान की चीजों पर लगाम कसने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में हाल ही में FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India ) ने बताया कि 25 हजार लीटर मिलावटी सरसों तेल (mustard oil) बरामद किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार अजमेर के मेडिकल और हेल्थ विभाग ने मशहूर ब्रांड्स के नकली लेबल वाले इस तेल को जब्त किया है। नकली तेल को फेमस ब्रांड्स के डुप्लीकेट लेबल लगाकर और मिलावट करके तैयार किया जा रहा था। विभाग की टीम ने यहां से सैंपल भी लिए हैं। बाद में पूरे गोदाम को सीज कर दिया गया है।
पार्वती ऑयल मिल्स, श्री राम ऑयल एंड पेट्रोकेमिकल्स और श्री पार्वती एडिबल इंडस्ट्रीज पर्वतपुरा इंडस्ट्रियल एरिया अजमेर के गोदाम पर खाद्य सुरक्षा जयपुर राजस्थान खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने छापा मारा। यहां पर कई मशहूर ब्रांडों के अलग-अलग लेवल लगाकर मिस ब्रांड मिलावट के साथ तैयार किए जा रहे थे।
मौजूदा समय में न जाने कितने लोग इस तरह के मिलावटी सरसों तेल (sarso tel) का सेवन कर रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में आपको तेल खरीदते और भोजन में इसका प्रयोग करने को लेकर काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) ने मिलावटी खाने के तेल की पहचान करने का आसान तरीका बताया है। अगर आप भी सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो इस तरीके से जहरीले तेल की पहचान कर सकते हैं।
ऐसे करें असली और नकली तेल की पहचान
- अगर आप कुकिंग में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करते हैं और इसमें मिलावट की जांच करना चाहते हैं, तो एक गिलास में तेल डालें उसे अपने हाथ से ढक लें। दूसरे हाथ से बाहर से गिलास को रगड़े। जब वह हल्का सा गर्म हो जाए तो अपना हाथ गिलास के ऊपर से हटा लें और इसे सूंघकर देखें, अगर इसमें से गंध आ रही है तो मतलब यह नकली ऑलिव ऑयल है।
- कुकिंग में अगर आप सरसों के तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो इसकी शुद्धता जांचने के लिए एक कढ़ाई में सरसों का तेल डालें। इसमें से जब तक तेज धुआं नहीं निकलता इसे गर्म करें। अगर धुआं निकलने के बाद भी इसमें से गंध आ रही है और ये काला पड़ रहा है, तो इसका मतलब कि यह नकली सरसों का तेल है।
- रंग देखकर भी आप असली और नकली तेल की पहचान कर सकते हैं। मूंगफली का तेल (peanut oil) थोड़ा गाढ़ा होता है। डार्क ब्राउन कलर का होता है। वहीं, सनफ्लावर तेल (Sunflower Oil) लाइट होता है और यह हल्के रंग का होता है। लिहाजा हमेशा रंग को देखकर ही तेल खरीदें।
- तेल की शुद्धता जांचने के लिए आप एक साफ कंटेनर में थोड़ी सी मात्रा में तेल लें। इसे फ्रीजर में फ्रीज कर दें। अगर तेल शुद्ध होगा तो यह जम जाएगा। अगर तेल मिलावटी होगा तो यह तरल की तरह तैरता रहेगा।
कैसे बनता है खाने वाला नकली तेल
नकली खाने वाला तेल असली खाने वाले तेल की तरह दिखाई देता है। इन नकली तेलों को अक्सर सस्ते तेलों को असली तेल में मिलाते हैं। कभी खाने के लायक जो तेल नहीं होता, उसे भी मिला लिया जाता है। वहीं कुछ हानिकारक पदार्थों (Harmful Substances) का इस्तेमाल करके खाने वाला नकली तेल बनाया जाता है। मिलावट में आमतौर पर जैतून या एवोकाडो जैसे महंगे तेलों में पाम या सोयाबीन जैसा सस्ता तेल मिलाया जाता है।
नकली तेल से सेहत को नुकसान-
नकली तेल हमारे मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
केमिकल युक्त मिलावट वाले तेल को खाने से शरीर में कैंसर जैसे रोग हो सकते हैं
यह हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाने में योगदान देता है जैसे मोटापा, हाई बीपी, शुगर की की बीमारी, हाई कोलेस्ट्रॉल आदि।
इस तरह के खतरनाक तेल को खाने से शरीर में सूजन भी बढ़ती है, जो शरीर में गंभीर रोगों को ट्रिगर कर सकती है।
मिलावटी सरसों तेल (mustard oil) का सेवन करने से लिवर और किडनी भी डैमेज हो सकती है।