UPSC Success Story : बस ड्राइवर की बेटी हिंदी मीडियम से पेपर देकर बनी IAS, कहा- मैंने तो तैयारी के साथ-साथ फिल्में भी देखीं
IAS Officer Preeti Hooda : कहते हैं पूत के पांव पालने में ही पहचान लिए जाते हैं यानी जन्म के बाद बच्चे की छोटी-छोटी गतिविधियों से ही अंदाजा लग जाता कि वह किस दिशा में जाएगा। आईएएस प्रीति हुड्डा को भी उनके पिता ने पहचान लिया था कि उनकी बेटी बहुत प्रतिभाशाली है और एक दिन नाम रोशन करेगी। बस चालक पिता को अपनी बेटी की सफलता पर नाज है। प्रीति अपनी मेहनत व लग्न से हिंदी मीडियम में यूपीएससी का एग्जाम देकर आईएएस बनी हैं।
My job alarm (ब्यूरो)। आमतौर पर यूपीएससी की तैयारी के दौरान लोग सीरीयस ही रहते हैं, ज्यादा से ज्यादा समय स्टडी को देते हैं। लेकिन आईएएस प्रीति हुड्डा ने बिल्कुल अलग स्ट्रेटेजी अपनाई और मौज मस्ती करते हुए तैयारी की। यह भी है कि बहुत कम लोग यूपीएससी का एग्जाम (UPSC Exam) हिंदी मीडियम से देते हैं। आईएएस प्रीति हुड्डा ने हिंदी मीडियम से यह एग्जाम देकर परीक्षा पास की है और आईएएस (IAS Officer Ki Success Story) की कुर्सी तक पहुंची हैं। एक बस ड्राइवर की बेटी की यह बड़ी सफलता अन्य बेटियों को भी प्रेरित करती है।
टाइम मैनेजमेंट का है सबसे बड़ा रोल
प्रीति हुड्डा का कहना है कि UPSC एग्जाम की तैयारी के लिए उन्होंने बिल्कुल अलग तरीका अपनाया और उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ मस्ती भी की, मूवी भी देखी। उनके अनुसार लगातार कई घंटे तक पढ़ाई करने के बजाय थोड़ा सोचकर दिशा तय करके आगे बढ़ें। यूपीएससी के पैटर्न, सिलेबस को अच्छी तरह जानकर फिर टाइम मैनेजमेंट करके पढ़ाई करने की जरूरत होती है। स्टडी टाइम में सिर्फ स्टडी करें व बचे हुए टाइम में मनोरंजन व मस्ती भी जरूरी है।
एग्जाम की तैयारी पर नहीं होने दिया कोई असर
UPSC एग्जाम में सफलता के लिए प्राय: कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन कुछ स्टूडेंट आसानी से इस एग्जाम को क्लियर करके सफलता हासिल कर लेते हैं। ऐसी ही कुछ कहानी हरियाणा के बहादुरगढ़ की रहने वाली प्रीति हुड्डा (Preeti Hooda) की है, जिन्होंने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के दौरान मनोरंजन के लिए फिल्में भी देखी और तैयारी पर भी कोई असर नहीं होने दिया।
हिंदी मीडियम में पेपर व इंटरव्यू दिया
हरियाणा के बहादुरगढ़ (Bahadurgarh) की रहने वाली प्रीति हुड्डा (Preeti Hooda) ने हिंदी मीडियम से पेपर और इंटरव्यू देकर यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) में सफलता हासिल की है। ऐसा कम ही होता है। इस आईएएस ऑफिसर का यह सफर इतना आसान भी नहीं था, क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर ही थी। इस एग्जाम की कोचिंग व किताबों तथा पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए पिता के पैसे इतने पैसे नहीं थे। प्रीति के पिता दिल्ली परिवहन निगम (DTC) में बस चलाते थे और उनकी कमाई से ही परिवार का पालन पोषण मुश्किल से होता था।
IAS बनने का मन ऐसे बनाया
Preeti Hooda का सपना कुछ और ही था, लेकिन उनके पापा बेटी को आईएएस की कुर्सी पर देखना चाहते थे। जब प्रीति ने जेएनयू में एडमिशन लिया तब यूपीएससी एग्जाम के बारे में कुछ जानकारी मिली। फिर एमफिल करने के बाद इस एग्जाम की तैयारी शुरू की। हालांकि प्रीति (IAS Preeti Hooda Ki Success story) ने पीएचडी भी की हुई है। 12वीं के बाद प्रीति ने दिल्ली के लक्ष्मी बाई कॉलेज से हिंदी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से हिंदी में ही एमफिल और पीएचडी की।
इस तरह की यूपीएससी की तैयारी
प्रीति हुड्डा (Preeti Hooda) ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी (UPSC) अलग ढंग से की। उनका मानना है कि कॉन्फिडेंस के साथ धीरे-धीरे सिलेबस को पूरा करना चाहिए और बहुत सारी किताबें पढ़ने की बजाय रिवीजन जरूरी है। तैयारी करते वक्त मनोरंजन भी बहुत जरूरी है। इसके लिए फिल्में देख सकते हैं, बोरियत से न पढ़ें, हमेशा स्टडी व मनोरंजन में बैलेंस रखना जरूरी है।
आईएएस बनते ही यह किया पहला काम
प्रीति हुड्डा (Preeti Hooda) का जब यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam Result) का रिजल्ट आया तो सबसे पहले पापा को फोन पर बताया कि वह आईएएस बन गई है। पापा ने कहा- शाबाश मेरा बेटा, मेरा सपना पूरा कर दिया। प्रीति के अनुसार पिता ने कभी उनको बेटे से कम नहीं समझा। हमेशा समान अवसर दिए और आगे बढ़ाया। आज पापा की इस परी की बदौलत पूरे परिवार का सिर देशभर में गर्व से ऊंचा है।