My job alarm

Success Story : कभी मजदूरी करने वाले इस शख्स ने आज खड़ी कर दी कई हजार करोड़ की कंपनी, अपने कर्मचारियों को बांटता है कार

Business Idea : नौकरी के बजाय बिजनेस में ज्यादा जोखिम हैं। फिर भी रिस्क से न डरकर कई लोग ऐसा मुकाम हासिल करते हैं कि दूसरों को नौकरी देने लगते हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है इस शख्स ने, जिनकी सफलता की कहानी आपको यहां बताने जा रहे हैं। इन्होंने परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हालांकि कुछ साल नौकरी मजदूरी भी की, लेकिन आखिर में कर्ज लेकर अपना बिजनेस (Business tips) शुरू करके कई हजार करोड़ की कंपनी बना डाली।

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Success Story : कभी मजदूरी करने वाले इस शख्स ने आज खड़ी कर दी कई हजार करोड़ की कंपनी, अपने कर्मचारियों को बांटता है कार

My job alarm - किसी समय में दुकान पर छोटी सी नौकरी करने वाले श्री सावजी भाई ढोलकिया (Shri Savji Bhai Dholakia) आज हजारों करोड़ की कंपनी के मालिक हैं। बचपन में इन्होंने परिवार में गरीबी देखी तो काम की तलाश में लग गए। एक दुकान पर हीरों की घिसाई का काम करते थे। कुछ साल तक काम किया और भी अपना बिजनेस करने की सोची। बिजनेस में कदम रखते ही कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आज ये अपनी कंपनी के कर्मचारियों को कार व फ्लैट तक गिफ्ट करते हैं। करोड़ों की कंपनी खड़ी करने वाले तथा समाज सेवा करने वाले श्री सावजी भाई ढोलकिया पद्मश्री सम्मान (Padmashree Award) से भी सम्मानित हो चुके हैं।

दुकान पर करनी पड़ी थी मजदूरी

6 हजार करोड़ की कंपनी के मालिक श्री सावजी भाई ढोलकिया (Shri Savji Bhai Dholakia success story) ने हर चुनौती का संयम से सामना किया। गुजरात के अमरौली में जन्मे श्री सावजी भाई ढोलकिया के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। बात 1974 के आसपास की है, जब श्री सावजी केवल 12 साल के थे, इनके पिता किसान थे। परिवार का ठीक से गुजारा भी नहीं हो पा रहा था, इसलिए उन्होंने छोटी सी उम्र में ही काम तलाशना पड़ा। वे सूरत में एक दुकान में हीरा घिसने का काम करने लगे।

200 रुपये से भी कम थी पहली सैलरी

10 साल तक दुकान पर काम किया। सूरत में एक फैक्ट्री में 200 रुपये प्रति माह से भी कम पर पहली नौकरी इन्होंने की। इसी फैक्ट्री में उनका एक सहकर्मी दोस्त था, जो 1200 रुपये सैलरी पाता था। उनकी सैलरी से प्रेरित होकर कुछ अलग करने की ठानी और कुछ समय बाद वे खुद के कारोबार (Shri Savji Bhai Dholakia ki safalta ki kahani) से अपने दोस्त से भी ज्यादा रुपये कमाने लगे। धीरे-धीरे करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर दिया।

कर्ज लेकर शुरू किया काम, बना डाली कंपनी


सूरत में 10 साल तक दिहाड़ी मजदूरी का काम करने के बाद श्री सावजी भाई ढोलकिया ने अपना खुद का काम करने की ठानी। खुद की कंपनी बनाने की ओर कदम बढ़ाए। उन्होंने अपने चाचा से कर्ज लेकर हीरे का कारोबार शुरू किया। उन्होंने अपनी काम की मार्केटिंग करने के लिए मुंबई में एक बिज़नेस सलाहकार से संपर्क किया। साल 1991 में हरे कृष्णा डायमंड नाम की कंपनी (Hre Krishna Diamond company) की नींव रख दी। दिन रात की कड़ी मेहनत से उन्होंने अपने इस कारोबार को 6 हजार करोड़ की कंपनी में बदल डाला। 

50 से अधिक देशों में करते हैं हीरे सप्लाई 


आज श्री सावजी भाई ढोलकिया की कंपनी 50 से अधिक देशों के लिए हीरा सप्लाई करती है। इतना ही नहीं ये समाजसेवी भी हैं। समाज सेवा में उल्लेखनीय कार्यों के लिए इनको पद्मश्री सम्मान से सम्मानित भी किया जा चुका है। अपने बच्चों को पैसों और समय का महत्व सिखाने के लिए उन्हें मजदूर के रूप में कार्य करने के लिए भी कहा। बता दें कि श्री सावजी भाई ढोलकिया के लिए एक मजदूर से ऊपर उठकर 6 हजार करोड़ की कंपनी (Khud ki company kaise bnayen) खड़ी करना आसान नहीं था। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत भी की है।

अपने कर्मचारियों को देते हैं बड़े-बड़े गिफ्ट


श्री सावजी भाई ढोलकिया अपनी कंपनी में काम करने वाले लोगों को फ्लैट व कार जैसे बड़े-बड़े गिफ्ट देते हैं। इसके लिए पूरी दुनिया में फेमस हैं। श्री सावजी भाई ढोलकिया (Shri Savji Bhai Dholakia kon hain) अपनी कंपनी में काम करने वालों को भी डायमंड इंजीनियर कहते हैं। साल 2014 में ढोलकिया उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने अपने कर्मचारियों को 200 फ्लैट, 400 से अधिक कारें और डायमंड जूलरी उपहार में दी थी। उसके बाद अगले साल हजारों कर्मचारियों को दीपावली पर कार-फ्लैट्स गिफ्ट में दिए। अपने कर्मचारियों को वे खुद ट्रेनिंग देते हैं। 


6000 कर्मचारी करते हैं कंपनी में काम


दुनियाभर में हीरे का कारोबार करने व समाज सेवा में भी आगे रहने के कारण श्री सावजी भाई ढोलकिया को भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया है। श्री सावजी भाई ढोलकिया की हरे कृष्णा डायमंड एक्सपोर्ट कंपनी (Hre Krishna Diamond export company) में करीब 6000 कमर्चारी काम करते हैं। अपने कर्मचारियों को महंगे गिफ्ट देने में इनका बड़ा नाम है। इनकी पहचान अब पूरी दुनिया में सूरत के हीरा कारोबारी श्री सावजी भाई ढोलकिया के रूप में है। श्री सावजी भाई ढोलकिया आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणापुंज हैं।

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