Success Story : कर्ज लेकर शुरू किया काम, बना डाली 17 हजार करोड़ की कंपनी
business idea : हिम्मत के आगे हालात भी घुटने टेक देते हैं, अगर हौसले बुलंद हों तो विकट स्थिति में भी सफलता की दास्तां लिखी जा सकती है। कुछ ऐसा ही करके दिखाया है टीएस कल्याणरमन ने। इन्होंने पढ़ाई के बाद काम करके कुछ पैसे जमा किए और बैंक से लोन लेकर अपने काम को शुरू किया। दिन-रात की मेहनत से अपने बिजनेस को करोड़ों की कंपनी में बदल दिया। आइये जानते हैं इनकी सफलता की कहानी इस खबर में।
My job alarm - (TS kalayanraman) सपनों को पंख लगाने के लिए मेहनत को आधार बनाया जाता है, क्योंकि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। लंबे समय के संघर्ष और जीतोड़ मेहनत के दम पर टीएस कल्याणरमन ने अपने छोटे से कारोबार को बड़ी कंपनी (business idea) में तब्दील कर सफलता की मिसाल कायम की है। आज उनका यह कारोबार देशभर में फैला हुआ है। जानिये, कैसे वे तमाम चुनौतियों का सामना करके इस मुकाम तक पहुंचे?
बचपन से ही थी कुछ अलग करने की ललक
बैंक से कर्ज लेकर शून्य से शुरुआत करने वाले टीएस कल्याणरमन आज 17 हजार करोड़ की कंपनी के मालिक हैं। वे अनेक लोगों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। देश-विदेश सहित कई शहरों में इनकी कंपनी की ब्रांच हैं। देश के प्रमुख ज्वैलरी ब्रांडों में शुमार कल्याण ज्वैलर्स के अध्यक्ष टीएस कल्याणरमण अप्रैल, 1947 में केरल के त्रिशूर में जन्मे थे। इनका बचपन सामान्य तौर से ही बीता। इनके पिता टीआर सीतारम्मैया कपड़े का कारोबार (clothing business) करते थे। पिता का बिजनेस होने के बावजूद ये खुद का बिजनेस खड़ा करके कुछ अलग करके दिखाना चाहते थे। इसी दिशा में आगे बढ़े और खुद का साबित करके दिखाया।
पिता की दुकान थी, काम में करते थे मदद
कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद कल्याणरमन (Kalyanraman kon hain) ने काम करके कुछ पैसे इकट्ठे किए व फिर अपना सपना पूरा करने के लिए बैंक से 50 लाख रुपये का लोन लेकर सोने की एक दुकान खोली। वही दुकान आज ज्वैलरी का बड़ा ब्रांड बन चुकी है। आज पूरे देश में कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewelers) को बड़े ब्रांड के रूप में जाना जाता है। इनकी देश के कई शहरों में ब्रांच भी हैं। बचपन से ही कल्याणरमन ने अपने पिता से बिजनेस की बारीकियां सीखनी शुरू कर दी थीं। वे अपने पिता की दुकान में मदद करते थे।
इस तरह खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी
बैंक से लोन के पैसों और कुछ अपने पास जमा राशि से कल्याणरमन (TS kalayanraman ki success story) ने केरल के त्रिशूर में ही कल्याण ज्वैलर्स नाम से ज्वैलरी की दुकान शुरू की। हालांकि शुरू में कई चुनौतियां थी। बैंक के लोन का बोझ भी था। कल्याणरमन ने इस दुकान को सफल (TS kalayanraman ki saflata ki kahani) बनाने के लिए दिन रात एक कर दिया। धीरे-धीरे केरल से होते हुए अन्य राज्यों में भी उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया। आज देश के कई राज्यों में कल्याण ज्वैलर्स की 200 से अधिक शॉप व शोरूम हैं।
इतना ही नहीं विदेशों में भी कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewelers ki branch) के करीब 30 शोरूम हैं। भारत के अलावा कल्याण ज्वैलर्स (Kalyan Jewelers kaha hai) के कतर, कुवैत, यूएई, ओमान जैसे देशों में भी शोरूम हैं। आज कल्याण ज्वैलर्स का मार्केट कैप 17,000 करोड़ रुपये का है और कल्याणरमन की नेटवर्थ (Kalyanraman ki networth) करोड़ों में है।