Success Story : छोटी सी फैक्ट्री से की थी शुरुआत, ऐसे खड़ी कर दी हजारों करोड़ की कंपनी
success story in hindi :अगर किसी व्यक्ति में कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो सफलता मिलकर ही रहती है। छोटी सी शुरुआत कर लाखों-करोड़ों का कारोबार खड़ा करने वाले शख्स दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स की कहानी (nirmal minda ki saflata ki kahani) के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और कुछ बड़ा कर गुजरने के जज्बे से छोटी सी फैक्ट्री से शुरुआत की और अब करोड़ों का कारोबार बना लिया।
My job alarm (nirmal minda success story)- मेहनत ही सफलता की असली कुंजी है। इस बात को एक शख्स ने सच कर दिखाया है। हम बात कर रहे हैं ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनी यूनो मिंडा (UNO minda company) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर निर्मल कुमार मिंडा की। जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के दम पर बड़ी सफलता हासिल की है। आइए इस खबर के माध्यम से निर्मल कुमार मिंडा की सफलता(nirmal minda ki success story) के सफर के बारे में जानते हैं।
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में बनाई जगह-
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 की लिस्ट के अनुसार, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को एशिया के अरबपतियों की राजधानी बताई गई हैं। इस लिस्ट के मुताबिक मायानगरी की लिस्ट में तकरीबन 386 अमीर रहते हैं। जिसमें रिलायंस जियो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (mukesh ambani)का घर भी शामिल है। पहले नंबर पर मुंबई का नाम शामिल है इसके बाद नई दिल्ली और हैदराबाद आते हैं। आपको बता दें कि गुड़गांव में हुरुन लिस्ट में जगह बनाने वाले 23 अमीर रहते हैं। इन 23 अमीरों में निर्मल कुमार मिंडा (richest persons in india)का नाम भी दौलतमंदों में शामिल है।
एक साल में इतनी बढ़ गई संपत्ति-
ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनी यूनो मिंडा के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर निर्मल कुमार मिंडा संपत्ति के मामले में किसी से कम नहीं हैं । उनकी गिनती हरियाणा के गुरुग्राम के सबसे अमीर व्यक्तियों में (richest persons list of haryana)होती है। पिछले एक साल के दौरान ही उनकी संपत्ति सातवें आसमान पर पहुंच गई है। उनकी पहले की संपत्ति में अब 68 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। जो उनकी मेहनत व जज्बे का ही परिणाम है। अब उनकी संपत्ति बढ़कर 30,800 करोड़ रुपये (nirmal minda ki networth) तक हो गई है । यह कहना गलत नहीं होगा कि उनकी कंपनी की वैल्यू अब 66,904 करोड़ रुपये तक हो चुकी है ।
छोटी शुरुआत के बाद ऐसे बढ़े आगे-
यूं तो कई कंपनियां कारों और दोपहिया वाहनों के लिए कई तरह के ऑटो पार्ट्स बनाती हैं मगर यूनो मिंडा (uno minda ke malik kon hain)ने शुरुआत से ही अच्छे माल का उपयोग करने का निर्णय ले लिया था । कारों और दोपहिया वाहनों के लिए कई तरह के ऑटो पार्ट्स बनाने के कारोबार की शरूआत 1958 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक छोटे से वर्कशॉप के तौर पर निर्मल कुमार के पिता ने की थी । शुरुआत से ही यह कंपनी मोटरसाइकिलों के लिए बढ़िया इलेक्ट्रिक पार्ट्स बनाती रही है। इस पारिवारिक व्यवसाय में निर्मल मिंडा(nirmal minda ki company ka naam) ने अपना कदम 1977 में मार्केटिंग डिवीजन में रखा था । निर्मल मिंडा ने अपनी वाणिज्य और व्यापारिक निपुणता के दम पर कंपनी को नई ऊंचाई तक पहुंचाया।
अब कंपनी की हैं 73 यूनिट-
आज यूनो मिंडा काफी फेमस कंपनी हो चुकी है। करीब चार साल पहले से यानी 2020 से यह कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सेंसर और लाइट जैसे पुर्जे भी बनाने लगी है। आज निर्मल मिंडा यूनो मिंडा ग्रुप का नेतृत्व करते हैं। इनको कई स्तर पर पुरस्कार देकर नवाजा जा चुका है। कारोबारी और सामाजिक योगदान के लिए इनको 'हरियाणा रत्न पुरस्कार' मिल चुका है। इनकी कंपनी के अब दुनिया के अलग-अलग देशों में 70 से अधिक कारखाने हैं। इनकी गिनती अब अरबपतियों (richest persons list of india)में होने लगी है। अब इनकी संपत्ति लगभग 3 अरब डॉलर बताई जा रही है।