My job alarm

Success Story : नौकरी छोड़ शुरू किया खुद का बिजनेस, आज हैं करोड़ों की कंपनी के मालिक

Business idea : इंसान की किस्मत कब चमक जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। यह बात बिजनेस में भी लागू होती है, लेकिन इसके लिए आपके पास आइडिया और उसे इंपलीमेंट करने की प्लानिंग जरूर होनी चाहिए। कुछ ऐसे की एक आइडिये के दीपिंदर (Success Story Deepinder Goyal) ने इंपलीमेंट किया तो बिजनेस को चलने में देर नहीं लगी। वे कुछ ही साल में करोड़ों की कंपनी के मालिक बन गए। आइये जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।

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Success Story : नौकरी छोड़ शुरू किया खुद का बिजनेस, आज हैं करोड़ों की कंपनी के मालिक

My job alarm - (Deepinder Goyal success story) बचपन से ही चुनौतियों से लड़ने का शौक रखने वाले चुनिंदा लोग ही होते हैं। पंजाब के मुक्तसर के रहने वाले दीपिंदर गोयल (Zomato CEO Deepinder Goyal) को भी कुछ ऐसा ही पसंद था। वे हालात से कभी नहीं घबराए। एक दिन नौकरी करने के दौरान दीपिंदर ने अपने साथी कर्मचारियों से बातों-बातों में ऐसा आइडिया (business idea) हासिल किया कि इनकी किस्मत ही बदल गई। आज वे उसी आइडिया के दम पर करोड़ों की कंपनी के मालिक हैं और हजारों लोग उनकी कंपनी से जुड़े हुए हैं।


मेहनत के दम पर पाई सफलता

जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल की सफलता (Deepinder Goyal ki success story) का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। पंजाब के मुक्तसर के निवासी दीपिंदर के माता-पिता पेशे से शिक्षक थे। साधारण परिवार से ताल्लुकात रखने वाले दीपिंदर का पढ़ाई में मन कम ही रमता था। इसी के चलते वे छठी क्‍लास में फेल हो गए थे। बाद में शिक्षा का महत्व जाना तो इस फील्ड में भी झंडे गाड़ते चले गए।

चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद 2001 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली के लिए चयनित हुए। यह उनकी कड़ी मेहनत का ही परिणाम था। यहां मैथ्स और कंप्यूटिंग में बीटेक कोर्स पूरा होने के बाद उन्होंने दिल्ली की एक कंपनी में नौकरी ज्वाइन कर ली। यहीं से बिजनेस करने का आइडिया (business idea in hindi) मिला। बिजनेस (business tips) में दिन रात मेहनत की तो बड़ा मुकाम हासिल कर गए।


फूडीबे से बदलकर किया जोमैटो नाम


दिल्ली में नौकरी करने के दौरान दीपिंदर के साथी कर्मचारी ऑफिस में कई बार खाने और मेन्यू को लेकर चर्चा करते थे। एक दिन इसी चर्चा के दौरान दीपिंदर के दिमाग में फूड डिलीवरी ऐप का आइडिया आया। अपना बिजनेस  करने का ख्याल आने पर उन्होंने 2008 में नौकरी को अलविदा कह दिया।  इसके बाद दीपिंदर (Success Story, Zomato CEO Deepinder Goyal) ने पंकज चड्ढा के साथ मिलकर ‘फूडीबे’ (Foodiebay) नाम से खुद का फूड स्टार्टअप शुरू किया। 2010 में फूडीबे का नाम बदलकर जोमैटो (Zomato company) रख दिया।

सुर्खियों में हैं दीपिंदर


दीपिंदर गोयल इन दिनों सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा में हैं। पिछले दिनों वे अपनी पत्नी के साथ एक दिन के लिए फूड डिलीवरी एजेंट बनकर ऑर्डर पहुंचाने निकले थे। इससे वे लाइमलाइट में आ गए कि एक कंपनी का मालिक धरातल से जुड़कर फूड डिलीवरी एजेंट्स की समस्याओं को जान रहा है। यह बात काफी टॉकिंग प्वाइंट रही थी।

आज हजारों करोड़ की है दीपिंदर की नेटवर्थ 


दीपिंदर ने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए भी खास सुविधा दी है। डिलीवरी पार्टनर्स के बच्चों की शिक्षा के लिए उन्होंने जोमैटो फ्यूचर फाउंडेशन बनाया है। इसमें उनकी ओर से 700 करोड़ रुपये के स्टॉक्स दान किए हैं। इस समय दीपिंदर गोयल की नेटवर्थ 2000 करोड़ रुपये (Deepinder Goyal ki networth) से अधिक होने का दावा किया जा रहा है। जोमैटो के अलावा दीपिंदर ने कई और कंपनियों में भी निवेश किया हुआ है।

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