IAS Success Story : बॉलीवुड एक्ट्रेस से कम नहीं ये IAS अधिकारी, मुश्किल हालात से लड़कर पास की UPSC की परीक्षा
Ankita Choudhary Officer - विपरीत हालात से लड़कर सफलता को चूमने वाली कई आईएएस अधिकारी ऐसी भी हैं जो ब्यूटी व ब्रेन के मामले में नंबर वन हैं। कुछ तो सुंदरता के मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस को भी मात देती हैं। ऐसी ही एक आईएएस अधिकारी हैं अंकिता चौधरी। ये मुश्किल हालात से लड़कर आईएएस अधिकारी (Success story of IAS Ankita Chaudhary) तो बनीं ही, साथ ही प्रेरणा की मिसाल भी बन गईं। आइये जानते हैं इनकी सफलता की कहानी।
My Job alarm (ब्यूरो)। देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC Exam पास करना हर किसी के बस की बात नहीं। इसके लिए दिन-रात कड़ी मेहनत तो करनी ही पड़ती है, साथ ही तेज तर्रार दिमाग भी चाहिए। इसके अलावा कई तरह की स्ट्रेटेजी व टाइम मैनेजमेंट जैसी चीजें भी काफी महत्व रखती हैं। कई बार हालात ऐसे हो जाते हैं कि हिम्मत और हौसला न हो तो यह सपना अधूरा रह जाता है।
कई आईएएस अधिकारियों की सफलता (Ankita Choudhary Ki Safalta Ki kahani)के बारे में पता लगाते हैं तो अधिकतर ने मुश्किल हालात से लड़कर की मुकाम पाया है। ऐसी ही एक आईएएस अधिकारी हैं अंकिता चौधरी। इन्होंने मां का साया सिर से उठने के बावजूद हौसला नहीं छोड़ा और IAS ऑफिसर बनकर ही दम लिया। ये शार्प ब्रेन के साथ-साथ ब्यूटी में भी कई एक्ट्रेस को मात देती हैं।
मां के निधन से डिस्टर्ब हो गई थीं अंकिता
बचपन से ही अंकिता तेज तर्रार दिमाग की थीं। वे पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती थीं। अंकिता मूल रूप से हरियाणा के रोहतक जिले के महम की रहने वाली हैं। इन्होंने बचपन में ही आईएएस (IAS Ankita Ki Success Story )बनने का सपना देखा था। हालांकि अंकिता का जीवन पढ़ाई के दिनों से ही मुश्किलों से भरा रहा, फिर भी हौसला नहीं छोड़ा। अंकिता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के हिंदू कॉलेज से केमिस्ट्री में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद, उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की, लेकिन 2017 इनकी माता का निधन हो गया। इसी साल पहली बार दिए गए यूपीएससी के एग्जाम (UPSC Exam) में भी असफल होने के साथ ही उन्होंने अपनी मां को भी खो दिया। इससे वे बहुत डिस्टर्ब हो गई थीं।
पिता ने बढ़ाया हौसला तो पाया मुकाम
मां के निधन के बाद उनका आगे का सफर बेहद कठिन था, लेकिन उनके पिता ने उन्हें हौसला दिया और हार मानने के बजाय आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। पिता के प्रोत्साहन से अंकिता को हौसला मिला। मां की मौत के बावजूद UPSC की तैयारी में जुटी रहीं और 2018 में दोबारा यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Ki taiyari Kaise kren ) दी। इस बार उन्होंने 14वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा किया। अंकिता की यह सफलता औरों के लिए प्रेरणा बन गई।
कभी था मुश्किल समय, आज है लग्जरी लाइफ
यूपीएससी परीक्षा में उनका ऑप्शनल विषय पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (Public Administration) था। एक आईएएस अधिकारी बनने के बाद उन्हें ना केवल समाज में उच्च सम्मान प्राप्त हुआ, बल्कि उन्हें शानदार वेतन और बेहतर सुविधाएं भी मिलीं। कभी मुश्किलों के बीच जीने वाली अंकिता के पास आज सरकारी घर और गाड़ी और ड्राइवर जैसी सुविधाएं हैं, जो उनकी लाइफ को लग्जरियस बना रही हैं।
अंकिता चौधरी ट्विटर (IAS Ankita Chaudhary Twiter Account) पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और अपने अनुभवों से दूसरों को प्रेरित करती हैं। उनकी कहानी यह संदेश देती है कि सही दिशा और कठिन मेहनत से बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार किया जा सकता है। जीवन में आने वाली कठिनाइयां अस्थायी होती हैं और सफलता के मुकाम तक पहुंचने के लिए संकल्प और मेहनत की जरूरत होती है।