My job alarm

IAS Success Story: ऑटो चालक के बेटे ने आईएएस बन कमाया नाम, 12 घंटे रोज पढ़ाई कर पहले अटेंप्ट में रचा इतिहास

UPSC IAS Success Story: यूपीएससी की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों छात्र-छात्रा इसे क्रेक (UPSC Success Story) करने की रेस में आगे बढ़ते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। बता दें कि अगर आप सही दिशा में सही तरीके से अपनी लगन और कड़ी मेहनत से काम करते हैं तो आपको निश्चित रूप से सफलता मिलना तय है। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में आइएएस अफसर बनकर इतिहास रचा है।
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IAS Success Story: ऑटो चालक के बेटे ने आईएएस बन कमाया नाम, 12 घंटे रोज पढ़ाई कर पहले अटेंप्ट में रचा इतिहास

My job alarm- (IAS Success Story) सफलता की ख्वाहिश तो हर कोई रखता है लेकिन इसके लिए मंजिल तक पहुंचने की राह आसान नहीं होती। इसके लिए कड़ी मेहनत, लगन और संघर्ष करना पड़ता है। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स के बारे में बताने वाले हैं,  जिनकी कहानी सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। इनकी कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। इन्होंने विकट हालात से संघर्ष करते हुए महज 21 वर्ष में ये मुकाम हासिल किया है। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनके पिता ऑटो चालक थे, फिर भी अंसार शेख (Ansar Shaikh Success Story) आईएएस की कुर्सी तक पहुंचे हैं।

सबसे कम उम्र वाले पहले आईएएस अधिकारी -
अंसार शेख सबसे कम उम्र वाले पहले आईएएस अधिकारी (UPSC IAS Success Story) कहे जाते हैं। इस मुकाम को पाने के लिए इनहोंने कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा था। बता दें कि अंसार शेख मूल रूप से महाराष्ट्र के जालना के रहने वाले हैं। जिन्होंने पहले ही प्रयास में 361वां रैंक हासिल कर आईएएस (IAS ke liye preparation) बन अपने परिवार व राज्य का नाम रोशन किया है।


संघर्ष से लड़कर किया परिवार का नाम रोशन -
अंसार शेख को कम उम्र में यूपीएससी परीक्षा (IAS Success Story of Ansar shaikh) क्रैक करने वाला कैंडिडेट के रूप में भी जाना जाता है। इनकी कहानी काफी संघर्षमयी रही है। इनके पिता ऑटो चालक हैं। अंसार के परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद अंसार अपनी कड़ी मेहनत जारी रखी और यूपीएससी एग्जाम को क्रैक किया। आज के अनेक लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।


कोचिंग की इतनी फीस हुई थी माफ -
​अंसार शेख की पढ़ाई में सदा से ही रूचि थी वो शुरू से ही काफी होशियार रहे हैं। उन्होंने 10वीं और 12वीं क्लास में अच्छे नंबर हासिल किए थे। उन्होंने पुणे से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है।ग्रेजुएशन के बाद ही वह यूपीएससी (IAS Success Story Of Ansar Shaikh) की तैयारी में जुट गए। UPSC परीक्षा की तैयारी (UPSC Exam ki Tayari kaise kre) करने के लिए वो प्रतिदिन 12 घंटे काम करते थे। उन्होंने घर की आर्थिक स्थिति खराब होते हुए भी एक वर्ष के लिए कोचिंग जॉइन की थी, हालांकि कोचिंग की फीस का एक हिस्सा माफ कर दिया गया था।


इतनी देर करते थे पढ़ाई -
अंसार शेख के घर में इतना कोई पढ़ा-लिखा नहीं था। उनकी बहनों की शादी भी कम उम्र में हो गई थी लेकिन आर्थिक तंगी के बीच अंसार शेख ने अपनी पढ़ाई पूरी की और यूपीएससी की तैयारी (UPSC Exam Preparation)करने लगे। इसकी तैयारी करने के लिए अंसार शेख (Ansar shaikh ki safalta ki kahani) दिन में कम से कम 12 से 14 घंटे पढ़ाई  करते थे। अपनी लगन और मेहनत से महज 21 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा में 361वीं रैंक हासिल करने वाले अंसार शेख (Ansar Shaikh ki Success Story) देश के सबसे कम उम्र के IAS अधिकारियों में गिनती होती है।

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