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IAS : महीने में कितना कमाती हैं टीना डाबी और उनकी IAS बहन र‍िया डाबी, जानिये कौन कौन सी मिलती हैं सुविधाएं

IAS Officer Salary In India: यूपीएससी सिविल सर्विस (UPSC) परीक्षा केवल भारत की ही नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा को पास करके छात्र आईएएस यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा में अधिकारी बन सकते हैं। आईएएस अधिकारियों को हर महीने अच्छी सैलरी के साथ कई विशेष सुविधाएं भी मिलती हैं। आज हम जानेंगे कि यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाली IAS टीना डाबी और उनकी बहन IAS रिया डाबी (IAS Riya Dabi) को हर महीने कितनी सैलरी मिलती है। 
 
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IAS  : महीने में कितना कमाती हैं टीना डाबी और उनकी IAS बहन र‍िया डाबी, जानिये कौन कौन सी मिलती हैं सुविधाएं 

My job alarm -  हर साल आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग (UPSC exam) परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को तीन कठिन चरणों से गुजरना पड़ता है। UPSC परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करना एक बड़ी उपलब्धि है। टीना डाबी ने 2015 में इस परीक्षा को पास कर AIR 1 हासिल किया, जो उनके लिए एक महान सफलता थी। उनके नक्शेकदम पर चलते हुए, उनकी बहन IAS रिया डाबी (IAS Riya Dabi) ने 2020 की UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 16 ली।  क्या आप जानते हैं क‍ि इन दोनों आईएएस बहनों के पास कौन सी ड‍िग्रयां है और उन्‍हें क‍ितना वेतन म‍िलता है? आइये जानते हैं।


टीना डाबी (IAS Tina Dabi) ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा दिल्ली के जीसस एंड मैरी स्कूल से पूरी की। उनकी मेहनत और लगन के परिणामस्वरूप, उन्होंने 12वीं कक्षा की परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। यह एक उत्कृष्ट उपलब्धि थी, जिसने उनके भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखी। इसके बाद टीना ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस में स्नातक की पढ़ाई की। इस कॉलेज में उन्होंने अपने विचारों को और अधिक विकसित किया और राजनीतिक ज्ञान को गहराई से समझा।

 

ग्रेजुएशन के बाद, टीना ने यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी शुरू की। यह परीक्षा बहुत कठिन मानी जाती है, और इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। टीना ने सभी बाधाओं का सामना करते हुए, साल 2015 में 22 वर्ष की उम्र में मेन एग्जाम और इंटरव्यू (UPSC Main Exam and Interview) में कुल 1,063 अंक प्राप्त करके अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल किया। यह न केवल उनके लिए, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा थी जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे।

 

 

रिया डाबी की सफलता की कहानी - 

 

रिया डाबी (Rhea Dabi) ने अपनी बड़ी बहन के नक्शेकदम पर चलते हुए जीसस एंड मैरी स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। स्कूली शिक्षा के दौरान, रिया ने न केवल शैक्षणिक विषयों में उत्कृष्टता दिखाई, बल्कि कई सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी भाग लिया। अपनी बहन की तरह ही, रिया ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया। यह निर्णय उनके लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि इस विषय में उनकी रुचि थी और यह उनके करियर के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ।

 

आईएएस रिया डाबी (IAS Riya Dabi) ने 23 वर्ष की उम्र में पहली बार में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया रैंक 16 हासिल की। यह सफलता उनके लिए एक नई शुरुआत थी। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर यह साबित कर दिया कि जब इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

 

आईएएस टीना डाबी और रिया डाबी की सैलरी - 


नए आईएएस अधिकारियों का शुरुआती वेतन ₹56,100 है, जिसमें 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अनुसार अतिरिक्त भत्ते शामिल नहीं हैं। आईएएस पे लेवल 12 के तहत आने वाले जिला मजिस्ट्रेट, संयुक्त सचिव और उप सचिव जैसे पदों के लिए मूल वेतन राशि ₹78,000 है। टीना डाबी का वेतन लगभग ₹78,800 से ₹1 लाख तक होने का अनुमान है।

आईएएस रिया डाबी (Salary of IAS Riya Dabi) फिलहाल उदयपुर के गिरवा में उप मंडल अधिकारी और मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के पद पर कार्यरत हैं। हालांकि, आईएएस अधिकारियों का सटीक वेतन अभी तक नहीं बताया गया है, लेकिन एक एसडीएम का औसत वेतन ₹56,100 (टीए, डीए और एचआरए के साथ अतिरिक्त लाभ) होता है। एसडीएम का वेतन सभी भत्तों सहित ₹70,000 से ₹80,000 तक होता है।


आईएएस अधिकारी को मिलती हैं ये खास सुविधा -

 
टीना डाबी (Tina Dabi's salary) और रिया डाबी को मिलने वाले अतिरिक्त लाभ और विशेषाधिकार उनके वेतन से कहीं अधिक हैं। अपने नियमित वेतन के अलावा, टीना डाबी और रिया डाबी सहित हर IAS अधिकारी को महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA) और यात्रा भत्ता (TA) मिलता है। ये सभी भत्ते उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।


इसके अलावा, अन्य UPSC अधिकारियों की तरह, दोनों बहनों को चार हाउस हेल्पर, दो कांस्टेबल जो गेटकीपर का काम भी करते हैं, और एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) जो हर समय उनके साथ रहता है, दिया जाता है। यह सुरक्षा सुनिश्चित करता है और उन्हें अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
 

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