Mutual Funds में निवेश करने वाले न करें ये गलती, वरना डूब सकता है सारा पैसा

My job alarm - (Investment Tips) आम से आम व्यक्ति भी आज निवेश करता है। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कोई कम तो कोई ज्यादा, लेकिन निवेश हर कोई करता है। निवेश आपकी आय को सेव (investment and saving tips) करने के साथ ही उसे बढ़ाने का भी काम करता है। निवेश के लिए ज्यादातर लोग सुरक्षित माध्यम के रूप में एफडी का ही चयन करते है लेकिन कुछ लोग रिस्क लेकर ज्यादा पैसा कमाने के बारे में सोचते है। ऐसे लोग एसआईपी यानि कि म्यूचुअल फंड में निवेश (investing in mutual funds) करते है। लेकिन हम आपको बता दें कि इसमें निवेश शुरू करने से पहले आपको इसके सारे नियमों के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है।
ये तो आप जानते ही है कि वर्तमान समय में निवेश के कई तरीके हैं, लेकिन आजकल लोगों में म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं। इसका कारण ये है कि इसमें आपको बेहतरीन रिटर्न मिलता है। हालांकि म्यूचुअल पूरी तरह से मार्केट स्थिति पर निर्भर (share market) करता है। ऐसे में मार्केट के गिरने से म्यूचुअल फंड (mutual fund) भी प्रभावित होता है। ऐसे में म्यूचुअल फंड के पैसे कब निकाले? ये सवाल हमारे दिमाग में सबसे पहले आता है। यहां हम आज आपके इस सवाल का जवाब देंगे।
स्टॉक मार्केट का फंड पर होता है ये असर
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले ये बात तो जरूर जानते ही होंगे कि जब शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव आता है या मार्केट गिरता है तो ,स्टॉक भी पूरी तरह से प्रभावित होते हैं और इसके साथ ही म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट पर भी साफ असर दिखाई देता (how to maintain mutual fund investment) है। मार्केट के गिरने से इन्वेस्टर्स का पोर्टफोलियो भी प्रभावित है। बताने की जरूरत तो नही है लेकिन फिर भी बता दें कि यह समय भी कुछ ऐसा है, जिसमें स्टॉक मार्केट के गिरने से पोर्टफोलियो भी गिर गया है। जिस कारण म्यूचुअल फंड का NAV गिरने से इनमें इन्वेस्ट करने वाले लोगों का वैल्यूएशन भी कम हो रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आपको अपना पैसा बाहर निकालना चाहिए। साथ ही वो कौन-कौन सा समय है, जब हमें पैसे निकालने के बारे में विचार करना चाहिए।
अपने फंडस की परफॉर्मेंस पर रखें पूरा ध्यान
हर कोई ये बात भलिभांति जानता है कि म्यूचुअल फंड स्कीम (mutual fund scheme) मार्केट रिस्क के साथ काम करता है। ऐसे में समय-समय पर अपने इन्वेस्टमेंट को चेक करते रहें और इसके परफॉर्मेस को रिव्यू करते रहें। अगर आपको लगता है कि कोई फंड सही रिटर्न नहीं दे रहा है तो उससे निकलना ही सही विकल्प होगा।
इसके साथ ही कई बार म्यूचुअल फंड हाउस अपनी स्कीम में (government schemes) मनमाना बदलाव कर देते हैं। ऐसे में अगर आपको लगता है कि उस फंड में इन्वेस्ट करके आप अपना निर्धारित टारगेट नहीं पा सकेंगे तो उससे पैसे निकाल कर किसी बेहतर फंड में इन्वेस्ट करें।
इमरजेंसी में सहारा बनेंगे ये फंड
मान लो कि अगर अचानक आपको कोई ऐसी इमरजेंसी आ जाती है, जिसके लिए आपको एक्स्ट्रा पैसों की जरूरत है तो किसी से मांगने या लोन आदि लेने के बजाय आप अपने म्यूचुअल फंड के पैसो का (mutual fund money) इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप किसी भी तरह के कर्ज में नहीं फंसेंगे।
जान लें कब निकाले अपना पैसा?
निवेश करते वक्त लोग कई बार एक टारगेट सेट करके रखते है ताकि बाद में कोर्द परेशानी न हो अगर आपने किसी विशेष टारगेट को ध्यान में रखकर इन्वेस्ट किया है और आपका गोल पूरा हो गया है तो आप पैसा निकालने के बारे में सोच सकते हैं। अपने बच्चे की पढ़ाई या अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग (retirement planning) के साथ एक फिक्स अमाउंट तक पहुंचने का गोल बनाया है और आप इसके पास पहुंच गए हैं। ऐसी स्थिति में आप पैसे निकालने के बारे मे विचार कर सकते हैं। इसके बाद आप इन पैसों को फिक्स्ड डिपॉजिट या कम रिस्क वाले प्लान में इन्वेस्ट कर सकते हैं।