SBI ने लाखों कर्जदारों को दिया तगड़ा झटका, महंगा किया लोन, अब चुकानी होगी इतनी EMI
Home Loan : भारतीय स्टेट बैंक (state bank of india) से लोन लेना अब ग्राहकों को पहले से महंगा पड़ेगा। इतना ही नहीं अब EMI भी ज्यादा चुकानी पड़ेगी। यह बोझ कार लोन व होम लेने वाले ग्राहकों पर भी पड़ेगा। हाल ही में लोन की ब्याज दरों को लेकर एसबीआई की ओर से लिए गए फैसले का असर उन लोगों पर भी पड़ेगा, जिन्होंने पहले से ही लोन लिया हुआ है। इससे लाखों कर्जदारों को तगड़ा झटका लगा है। आइये जानते हैं डिटेल से एसबीआई की ओर से लोन की ब्याज दरों (Loan interest rates of SBI) को लेकर लिए गए निर्णय के बारे में इस खबर में।

My job alarm - (Home Loan Rules) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से लोन लेने वाले व लोन ले चुके लोगों को बैंक ने करारा झटका दिया है। अब SBI ने लोन दरों को महंगा (SBI MCLR hike) कर दिया है। इस कारण पूर्व में लोन ले चुके लाखों लोग भी प्रभावित होंगे। कार लोन व होम लोन सहित अन्य लोन लेने वालों को हर महीने पहले से ज्यादा EMI चुकानी पड़ेगी। बैंक की ओर से कुछ विशेष अवधियों वाले लोन पर मार्जिनल कॉस्ट्स ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को बढ़ाया है। ऐसे में कर्जदारों की जेब पर अब पहले से अधिक (SBI Loan Interest Rate) बोझ पड़ेगा।
कुछ ही दिनों में दो बार बढ़ चुकी MCLR
एसबीआई देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। अब बैंक ने एमसीएलआर दरों में 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। एमसीएलआर दरों में बैंक द्वारा किए गए इस ऐलान के बाद सभी तरह के लोन महंगे हो गए हैं। बैंक के नियमों के अनुसार एक साल की एमसीएलआर दर से ही पर्सनल लोन, कार और होम लोन की ब्याज दरें (SBI Car and home loan interest rates) निर्धारित की जाती हैं। एसबीआई के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने इस बारे में बताया है कि बैंक का 42 प्रतिशत ऋण खंड एमसीएलआर से जुड़ा है। बाकी बाहरी बेंचमार्क पर निर्भर है। यहां पर यह भी बता दें कि एसबीआई (state bank of india) की ओर से कुछ ही दिनों में दो बार एमसीएलआर (MCLR) को बढ़ाया गया है।
छह महीने की एमसीएलआर को भी बढ़ाया
बैंक के चेयरमैन ने यह भी बताया है कि बैंकिंग प्रणाली में जमा दरें अब उच्च स्तर पर हैं। अवधि के अनुसार बात करें तो एसबीआई ने तीन और छह महीने की एमसीएलआर (SBI new MCLR Rates) को भी बढ़ाया है। हालांकि एक दिन, एक महीने, दो साल और तीन साल वाली एमसीएलआर (SBI MCLR) पहले की तरह स्थिर हैं।
अगस्त में भी बढ़ी थी MCLR
कुछ माह के अंदर ही SBI ने दो बार एमसीएलआर को बढ़ाया है। इससे पहले बैंक की ओर से अगस्त में ‘मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट’ (MCLR) को बढ़ाया गया था। इससे भी लोन लेने वालों की जेब पर पहले से अधिक बोझ बढ़ा था। तब तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर में 9.10 प्रतिशत और दो साल की अवधि के लिए 9.05 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। अब फिर एसबीआई की ओर से एमसीएलआर (SBI ne bdhayi MCLR) में वृद्धि की गई है। यह बढ़ोतरी बैंक की ओर से तब की गई है जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (reserve bank of india) ने अपनी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।