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Real Estate : देश के कौन से शहर में प्रोपर्टी खरीदना ज्यादा फायदेमंद, निवेश करने से पहले जान लें कहां बढ़े हैं प्रोपर्टी के सबसे ज्यादा रेट

Real Estate - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि प्रॉपर्टी की कीमतें घरेलू आय की तुलना में तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट से पता चलता है कि प्रॉपर्टी प्राइस टू एनुअल इनकम रेशियो 2020 में 6.6 से बढ़कर 2024 में इतने प्रतिशत हो गया है. इस रिपोर्ट से जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए खबर को पूरा पढ़ लें...

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Real Estate : देश के कौन से शहर में प्रोपर्टी खरीदना ज्यादा फायदेमंद, निवेश करने से पहले जान लें कहां बढ़े हैं प्रोपर्टी के सबसे ज्यादा रेट

My job alarm - मौजूदा समय में अपना घर खरीदना सबसे महंगे सौदों में शामिल है. अगर बात मेट्रो सिटीज की करें, तो यहां प्रॉपर्टी के दाम (Property Rate) आसमान पर पहुंच गए हैं और बीते चार साल में इनकी कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिला है. पिछले कुछ सालों में, जबकि प्रमुख शहरों में घरेलू आय सालाना 5.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, 2020 से 2024 तक प्रॉपर्टी की कीमतों में हर साल 9.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. आइए जानते हैं कि किन शहरों में लगातार बढ़ रही कीमतें और कहां निवेश पर होगा फायदा...

इन शहरों में सबसे किफायती प्रॉपर्टी


मैजिकब्रिक्स की रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में सबसे किफायती शहरों की लिस्ट में चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद टॉप पर हैं. आपको बताते चलें कि ये शहर भारत के टॉप-10 प्रॉपर्टी मार्केट्स में सबसे कम प्राइस टू इनकम (P/I) रेशियो वाले हैं. रियल एस्टेट में वैल्यूएशन के लिए ये प्रोसेस लागू होता है और इसका मतलब समझें तो उच्च पीआई का मतलब है कि प्रॉपर्टी के दाम अधिक है, जबकि कम पीआई का मतलब है कि यह सस्ता है. इसके विपरीत दिल्ली और मुंबई में कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिला है और ये सबसे कम किफायती शहरों की लिस्ट में टॉप पर हैं. 

दिल्ली-मुंबई में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा
मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) और राजधानी दिल्ली (Delhi) सबसे कम किफायती बताए गए हैं, जहां प्रॉपर्टी की कीमतें घरेलू आय की तुलना में काफी बढ़ रही हैं. 2020 से 2024 तक, देश के कुछ प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें 9.3% की CAGR से बढ़ी हैं, जबकि घरेलू आय 5.4% की धीमी दर से बढ़ी है. यही नहीं यहां औसत पी/आई अनुपात 2020 में 6.6 से बढ़कर 2024 में 7.5 हो गया है, जो बेंचमार्क 5 से काफी ऊपर है. अगर बात मुंबई और दिल्ली की करें, तो यहां पर ये रेशियो क्रमशः 14.3 और 10.1 है, जो इन क्षेत्रों में अधिक लागत का संकेत देता है.

यहां प्रॉपर्टी को किराये पर देने में जोरदार रिटर्न
भारत के टॉप शहरों में प्रॉपर्टी पर होने वाली रेंटल इनकम (Rental Income) के तौर पर देखें तो यहां पर 2023 में, किराये में साल-दर-साल 30 प्रतिशत से अधिक इजाफा हुआ था और ये रफ्तार 2024 में भी जारी रही. छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु अपने मजबूत रेंटल यील्ड के चलते सबसे आगे है. बेंगलुरु के कुछ इलाकों में प्रॉपर्टी के किराये में 40 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. सरजापुर रोड में 2 BHK अपार्टमेंट का औसत मासिक किराया Q4 2023 में ₹31,600 से बढ़कर Q1 2024 में ₹34,000 हो गया. इसी तरह, व्हाइटफील्ड में इसी अवधि में किराए में ₹30,200 से ₹32,500 तक की बढ़ोतरी देखी गई.

नोएडा-गुरुग्राम से मुंबई तक बढ़े किराए के दाम 


रेंटल यील्ड का यह आंकड़ा केवल बेंगलुरु तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मुंबई और गुरुग्राम जैसे शहरों में भी इसमें बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें मुंबई में 4.15 प्रतिशत और गुरुग्राम में इसी अवधि में 4.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इससे साफ है कि 2020 के बाद एक बार फिर खासकर IT केंद्रित शहरों में डिमांड (Demand) में उछाल आया है और प्रॉपर्टी को किराये पर देने से अच्छी इनकम हो रही है. अन्य शहरों में भी किराये में तेज वृद्धि देखी गई है. नोएडा के सेक्टर 150 और दिल्ली के द्वारका में  किराया क्रमश 9 प्रतिशत और 6 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि मुंबई के चेंबूर और मुलुंड में 4 प्रतिशत, कोलकाता के राजारहाट में मामूली 3 प्रतिशत और चेन्नई व हैदराबाद में क्रमशः 4% और 5% की बढ़ोतरी हुई है.

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