My job alarm

RBI की अब 200 रुपये के नोट पर टेढ़ी नजर, मार्केट से हटा दिए करीब 137 करोड़ रुपये

Indian Currency : भारत के करंसी नोट को लेकर आए दिन कोई न कोई बड़ा अपडेट सामने आता रहता है। 2000 हजार रूपये के नोटों को पिछले साल चलन से बहर किया गया था लेकिन अभी तक उस नोट को लेकर चर्चा चलती आ रही है। इन नोटों की चर्चा तो अभी खत्म भी नही हुई थी कि अब 200 रुपये के नोट (Rs 200 Currency )  पर भी RBI की टेढ़ी नजर है। जानकारी के अनुसार एक डाटा सामने आ रहा है जिसके तहत करीब 137 करोड़ रुपये को मार्केट से हटा दिया गया है। आइए जान लें क्या है ये पूरा माजरा...
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RBI की अब 200 रुपये के नोट पर टेढ़ी नजर, मार्केट से हटा दिए करीब 137 करोड़ रुपये

My Job Alarm - (200 Rupee notes) भारत के केंद्रीय बैंक के द्वारा ही करंसी नोट को लेकर हर एक जरूरी निर्णय लिया जाता है।  नोटों को जारी करने से लेकर चलन से बाहर करने का जरूरी काम आरबीआई के द्वारा ही किया जाता है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में साल 2016 में नोटबंदी (demonetization) करके पहले 500 और हजार रूपयें के नोटों को चलन से बाहर किया गया था। उसके बाद अब मई 2023 में 2000 रूपये के नोट को भी बंद कर दिया गया और नोटों को मार्केट से वापिस मंगवा लिया गया था। अभी तक उन नोटों का तो पूरी तरह से काम खत्म भी नही हुआ था कि अब 200 रूपए के नोट पर भी आरबीआई के नए आदेश (New orders of RBI) सामने आ रहे है। 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में 200 रुपये के नोट (update on 200 rupee note) भी हटाने शुरू कर दिए है। जानकारी के मुताबिक रिजर्व बैंक ने बाजार से 200 रुपये के करीब 137 करोड़ मूल्‍य के नोट हटा लिए हैं। रिजर्व बैंक ने ये सभी कार्यवाई पिछले 6 महीने में पूरी की है। ऐसे में आम आदमी के मन में ये सवाल उठने लगे हैं कि 200 रुपये के नोट पर यह संकट आखिर क्‍यों आ गया है।


क्या है वजह


इस जानकारी के बाद आपके मन में भी चिंता शुरू हो गई होगी लेकिन आपको बता दें कि घबराने वाली कोई बात नही है। भारतीय रिजर्व बैंक ने न तो 200 रुपये के नोट को बंद (is 200 rupee note discontinued?) किया है और न ही उसकी ऐसी कोई मंशा है। अब आप सोच रहे होंगे कि फिर इसके पीछे कारण क्या है। दरअसल, बाजार से नोट वापस मंगाने की वजह इन नोटों की खराब हालत है। रिजर्व बैंक ने अपनी छमाही रिपोर्ट में बताया है कि इस बार सबसे ज्‍यादा खराबी 200 रुपये के नोट पर दिखी। इस कारण से बाजार से 137 करोड़ मूल्‍य के नोटों को वापस मंगाना पड़ा। इन नोटों में कुछ सड़ी-गली हालत में थे तो कुछ को लिखे होने की वजह से चलन से बाहर करना पड़ा।


2023 में 135 करोड़ रूपयों पर आरबीआई ने लिया था एक्शन


रिजर्व बैंक ने पिछले साल भी 135 करोड़ मूल्‍य के 200 रुपये के नोट (200 rupee note ) को चलन से बाहर किया था। तब भी इसकी वजह इन नोटों का गंदा, फटा और सड़ा-गला होना था। हालांकि, अगर मूल्‍य के लिहाज से देखा जाए तो खराब हुई नोटों में सबसे बड़ी संख्‍या 500 रुपये की है। बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि 2000 रुपये के नोट बंद होने के बाद 200 के नोटों का इस्‍तेमाल बढ़ा है। यही वजह है कि इस बार 200 की करेंसी (currency of 200 rupee) बड़ी संख्‍या में खराब हुई और वापस मंगाई गई।


500 के नोटों पर सबसे ज्‍यादा गाज


भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of India) की रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्‍यादा खराब नोट 500 रुपये के सामने आए हैं। जारी डाटा के अनुसार पिछले वित्‍त वर्ष में 500 की करेंसी के करीब 633 करोड़ रुपये मूल्‍य के नोट बाजार से वापस मंगाए गए। इसके पीछे के कारण की अगर बात करें तो इन नोटों को खराब होने या कटे-फटे होने की वजह से वापस लिया गया। हालांकि, चालू वित्‍तवर्ष की पहली छमाही में देखें तो पिछले साल के मुकाबले 500 के नोटों की संख्‍या 50 फीसदी तक ही दिखी, जबकि 200 के नोटों की संख्‍या 110 फीसदी हो गई है।


20, 50 और 100 रूपये के नोटों पर भी बड़ा शिकंजा


केवल बड़े नोट ही नही, आरबीआई की रिपोर्ट (RBI latest report) के अनुसार खराब हुए नोटों में सिर्फ बड़ी करेंसी ही शामिल नहीं, बल्कि छोटे नोटों की संख्‍या भी काफी है। 5 रुपये के ही 3.7 करोड़ नोट हटाए गए तो 10 रुपये के 234 करोड़ मूल्‍य के नोट हटा दिए गए। इसी तरह, 20 के 139 करोड़, 50 के 190 करोड़ और 100 के 602 करोड़ मूल्‍य के नोटों को बाजार से वापस मंगा (Notes recalled from the market) लिया गया है।

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