RBI ने कर दी करोड़ों किसानों की मौज, अब बिना किसी गारंटी मिलेगा 2 लाख का लोन

My Job Alarm - (farmers loan) आरबीआई के द्वारा हाल ही में किसानों के लिए खुशखबरी का ऐलान किया गया है। इस खबर के बाद खासकर उन किसानों में खुशी की लहर दौड़ने वाली है जो कि छोटे और सीमांत किसान है क्योंकि आरबीआई के द्वारा किसानों को अब बिना किसी गारंटी के 2 लाख तक के लोन (without Guarantee loan to farmers) की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। आपकी जानकारीी के लिए बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI news) ने बढ़ती महंगाई से किसानों को राहत देने के मकसद से बिना गारंटी के अब दो लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की है।
योजना के अनुसार फिलहाल अभी यह सीमा 1.6 लाख रुपये है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (Governor of Reserve Bank of India) शक्तिकान्त दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा (monetary policy review 2024) की जानकारी देते हुए कहा कि महंगाई और कृषि में उपयोग होने वाले कच्चे माल की लागत में वृद्धि को देखते हुए गारंटी मुक्त कृषि ऋण (Guarantee Free Agricultural Loan) की सीमा को 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये करने का निर्णय किया गया है।
RBI के इस फैसले से छोटे किसानों मिलेगा ज्यादा लाभ
भारत के केंद्रीय बैंक के गवर्नर दास ने कहा कि इससे बैंकों से कर्ज लेने को लेकर छोटे और सीमांत किसानों (small and marginal farmers) का दायरा बढ़ेगा। इससे पहले ये उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने 2010 में कृषि क्षेत्र को बिना किसी गारंटी के एक लाख रुपये देने की सीमा तय की थी। बाद में, साल 2019 में इसे बढ़ाकर 1.6 लाख रुपये कर दिया गया था। आरबीआई (Reserve bank of India) ने कहा कि इस संबंध में परिपत्र जल्द ही जारी किया जाएगा। जल्द ही किसानों को इस लाभ को उठाने के अवसर प्रदान किए जाने है।
11वीं बार नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं
हाल ही के दिनों में यानि कि 4 से 6 दिसंबर को RBI की 3 दिवसीय बैठक (3 day MPC meeting of RBI) हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष (financial year) की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार 11वीं बार नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
इसके साथ ही आरबीआई ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। रिजर्व बैंक के द्वारा चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 4.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मौद्रिक नीति समिति (monetary policy committee meeting) की बुधवार को शुरू हुई तीन दिवसीय बैठक में लिए गए इन निर्णयों की जानकारी दी।