NCR के इन 2 शहरों में 24 फिसदी बढ़े प्रोपर्टी के रेट, 8 साल बाद हुई बढ़ौतरी
Delhi NCR Property Rate -पिछले एक दो साल से रियल एस्टेट में तगड़ा उछाल आया है। जिसके चलते शहरों में प्रॉपर्टी के रेट आसमान छू रहे हैं। दिल्ली में प्रॉपर्टी खरीदते ही दाम दोगुने हो रहे हैं। खासकर दिल्ली एनसीआर के इन दो शहरों में आठ साल बाद 24 फिसदी की बढ़ोतरी हुई है। आइए नीचे खबर में जानते हैं विस्तार से -
My job alarm (ब्यूरो)। दिल्ली जैसे शहर में घर खरीदने का सपना तो सभी का होता है। लेकिन रियल एस्टेट (real estate) में उछाल आने के बाद यहां प्रॉपर्टी के दाम सातवें आसमान पर जा पहुंचे हैं। दिल्ली एनसीआर में आम आदमी के लिए घर खरीदने या बनाना बहुत मुश्किल हो गया है अब यहां पर प्रॉपर्टी (Delhi NCR Property Rate) खरीदने में अमीरों के भी पसीने छूट रहे हैं। हाल ही एक बड़ी खबर सामने आई है। में गुड़गांव-फरीदाबाद में फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) रेट बढ़ा दिए गए हैं।
बता दें कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग ने आठ सालों बाद अचानक 19 से 24 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है। FAR रेट में इजाफे का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। अब इसका सीधा असर गुड़गांव और फरीदाबाद के रियल एस्टेट (Real Estate of Gurgaon and Faridabad) क्षेत्र पर होगा। एनसीआर के इन इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों और बढ़ेंगी। यहां पर मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना एक सपना बनकर ही रह जाएगा। यह वृद्धि 250 वर्गमीटर से अधिक एरिया के प्लॉट पर की गई है।
आइए जानते हैं क्या है फ्लोर एरिया रेश्यो?
अगर आप दिल्ली में घर बनाना चाहते हैं या शहर में प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं तो आपको फ्लोर एरिया रेश्यो के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। फ्लोर एरिया रेश्यो, यानी FAR (What is floor area ratio) किसी भी भवन के टोटल फ्लोर एरिया (Total Floor Area) और प्लॉट के साइज से निकाला जाता है। इससे यह पता लगाया जाता है कि एक प्लॉट के कुल कितने एरिया पर निर्माण किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति बिल्डिंग का निर्माण कर रहा है तो उसे डिपार्टमेंट ऑफ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (Department of Town and Country Planning) से मंजूरी लेनी पड़ती है। मंजूरी देते वक्त विभाग यह तय करता है कि प्लॉट पर कितना सघन निर्माण हो सकेगा। फार रेट के हिसाब से निर्माण करने वाले को एक तय राशि विभाग में जमा करवानी पड़ती है।
नगर निगम को देंगे रेवेन्यू
FAR यानी फ्लोर एरिया रेश्यो में वद्धि का 10 सितंबर को नोटिफिकेशन (floor area ratio rate hike) जारी किया जा चुका है। दरअसल, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि FAR रेट में बढ़ोतरी 250 वर्गमीटर से अधिक एरिया के प्लॉट पर की गई है और 250 वर्गमीटर से कम एरिया प्लॉट के लिए FAR रेट उतने ही हैं, जितने पहले थे। ऐसे में यह दर यह 1,615 रुपये प्रति वर्गमीटर ही रहेगी। 250 और 350 वर्गमीटर के बीच के प्लॉट के लिए यह रेट 19 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। पहले यह रेट 3,770 रुपये प्रति वर्गमीटर था और अब यह करीब 4,500 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है। 350 और 450 वर्गमीटर के बीच के भूखंडों के लिए नई दर 6,500 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दी गई है। यह रेट पहले 5,380 रुपये प्रति वर्गमीटर था, जो अब 21 प्रतिशत बढ़ा दिया है।
अधिकारियों के मुताबिक, बढ़ी हुई दरों से मिलने वाले रेवेन्यू को नगर निगम को विकास के लिए दिया जाएगा। इस बारे में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बढ़े रेट के बारे में नोटिफिकेशन मिल गया है। इस तरह अब 500 वर्ग मीटर से बड़े प्लॉट्स के लिए यह रेट 8,070 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति वर्गमीटर हो गया है, जोकि 24 प्रतिशत अधिक है।
10 सितंबर को जारी किया गया यह नोटिफिकेशन 2 जुलाई से एप्लिकेबल है। यह 2 जुलाई 2024 को ही अप्रूव कर दिया गया था। हालांकि, यह FAR रेट बहुत बड़े वर्ग को प्रभावित नहीं करेंगे क्योंकि, यह अधिकतर उन लोगों के लिए लागू होता है, जो फ्लोर्स बनाते हैं। इसका नोटिफिकेशन हमें मिला गया था।
लोगों की बढ़ी मुश्किलें
लोगों को चिंता है कि इन दरों के बढ़ने के बाद अब निर्माण लागत बढ़ेगी, जिसकी वजह से घर महंगे (Property rate hike) होंगे। बड़े प्रॉजेक्ट्स पर प्रभाव पड़ेगा। उनके काम में देरी की आशंका बढ़ जाएगी। बढ़ी दरों के कारण घर खरीदारों पर बोझ बढ़ेगा। शहर निवासी अभिनव दत्ता का कहना है कि सिविक परेशानियों की वजह से पहले ही स्थितियां ठीक नहीं हैं और अब रेट्स रिवाइज करने के बाद गुड़गांव (Gurgaon Property Rate) में घर बनाना और भी महंगा हो जाएगा।
आईटी कंपनी (IT company) में काम करने वाले निशांत सिंह का कहना है कि वह लंबे समय से घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं, लेकिन रेट्स बढ़ने से इसमें और देरी होगी। रियल एस्टेट (real estate) सेक्टर के लोगों का कहना है कि इस नए डिवेलपमेंट के बाद अब ओवरऑल खर्च बढ़ेगा और इसका प्रभाव शहर के सेक्टर पर होगा।