Property Rate : इन शहरों में घर खरीदने हुआ महंगा, रॉकेट हुए प्रॉपर्टी के दाम
Real Estate news : देश में पिछले एक दो साल से रियल एस्टेट में तगड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसकी वजह से प्रॉपर्टी के रेट आसमान छू रहे हैं। आम आदमी के लिए बड़े महानगरों में घर खरीदना और महंगा हो गया है और यह प्रॉपर्टी रेट में बढ़ोतरी का सिलसिला अभी रूका नहीं है। आज हम आपको इन शहरों के बारे में बताने जा रहे हैं प्रॉपर्टी के दाम रॉकेट की तरह दौड़ रहे हैं। आइए जानते हैं -

My job alarm - भारत के प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट मार्केट (real estate market) में हाल के दिनों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। सितंबर में समाप्त हुई दूसरी तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। रियल एस्टेट प्रौद्योगिकी मंच आरईए इंडिया की सहायक कंपनी प्रॉपटाइगर डॉट कॉम द्वारा जारी की गई ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में अधिकांश शहरों के आवासीय बाजार में प्रॉपर्टी की कीमतें (Property Rate) डबल हो गई हैं। यह वृद्धि विशेष रूप से लग्जरी मकानों की बढ़ती मांग के कारण हुई है।
इस वजह से बढ़ रहे हैं प्रॉपर्टी के रेट -
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं। एक मुख्य कारण है लग्जरी आवासों (luxury residences) की बढ़ती मांग, जो लोगों की खरीदने की प्रवृत्तियों में बदलाव को दर्शाता है। लोग अब अधिक से अधिक उच्च गुणवत्ता वाले आवासों की तलाश कर रहे हैं, जिससे इनकी कीमतों में तेजी आई है। इसके साथ ही, बढ़ती निर्माण लागत ने भी कीमतों में वृद्धि को मजबूर किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने हाल ही में रेपो दर (repo rate) को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा है। यह लगातार 10वीं बार है जब दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस स्थिति का असर कर्ज लेने वाले लोगों पर पड़ रहा है, जो उच्च ब्याज दरों का सामना कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, घरों के दामों पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। बढ़ते ब्याज के कारण कई खरीदारों के लिए आवास खरीदना कठिन हो रहा है, जिससे मांग में भी बदलाव आ रहा है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) दिल्ली में आवास की कीमतों में सालाना आधार पर 57 प्रतिशत की अत्यधिक बढ़ोतरी देखी गई है। यह वृद्धि केवल स्थानीय मांग ही नहीं, बल्कि बढ़ती निर्माण लागत के कारण भी हुई है, जिसने आवासीय इकाइयों के मूल बिक्री मूल्य में समायोजन की आवश्यकता को भी जन्म दिया है।
इन शहरों में सबसे ज्यादा महंगी हुई प्रॉपर्टी -
इसके साथ लग्जरी मकानों (luxury houses) के लिए अच्छी मांग और निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास के कारण आवास के दाम बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, अहमदाबाद, मुंबई और बेंगलुरु (Bengaluru Property Rates) में भी आवासीय इकाइयों की कीमतों में 15-21 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई। चेन्नई और कोलकाता में सालाना आधार पर 22 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, अक्सर मुंबई (Mumbai Property Rate) की तुलना में किफायती विकल्प माने जाने वाले पुणे में भी 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध हैदराबाद में सबसे कम सात प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।