NCR के इस इलाके में प्रोपर्टी की कीमतों ने तोड़ा रिकॉर्ड, 30 लाख वाले फ्लैट की कीमत हुई 3 करोड़
My job alarm - हर व्यक्ति के साथ ऐसा कभी न कभी हुआ ही है कि एक वक्त पर उसने कोई चीज खरीदने का सोचा हो और आप वो खरीद न पाए हो और बाद में आपको पता चले कि वो तो इतनी महंगी हो गई है कि अब आपके लिए वो खरीदना मुश्किल (NCR property rates) है। ऐसे में आपको बहुत बड़ा झटका लगता है। ऐसा ही कुछ अगर घर खरीदने के बारे में हो तो...जब आप मकान खरीदने के मकसद से कहीं जाते हैं और किसी कारण से वह मकान खरीद नहीं पाते हैं।
कुछ दिनों के बाद आपको अचानक पता चलता है कि जिस मकान को देखने गए थे, वह मकान पहले से गई गुना ज्यादा कीमत (flat price in Delhi NCR) पर बिक गई तो आपका सिर चकरा जाता है। कुछ समय के लिए आपको लगता है कि काश वह मकान मैंने खरीद ली होती। ऐसा ही कुछ एनसीआर में हुआ है। पिछले कुछ महीनों से दिल्ली-एनसीआर में खरीदारों के साथ ऐसा ही हो रहा है। अचानक से दिल्ली-एनसीआर में फ्लैट्स के रेट (Rates of flats in Delhi-NCR) आसमान छूने लगे हैं। जिस जगह पर दो साल पहले तक एक एमआईजी फ्लैट की कीमत 30 से 40 लाख रुपये के बीच हुआ करती थी, वहां पर अब एक फ्लोर का फ्लैट पौने तीन करोड़ रुपये (flat rates) में बिकने लगे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि आज से 2 साल पहले तक गाजियाबाद (Ghaziabad property rates) के वैशाली सेक्टर 4, 5, 6 और 9 सेक्टरों में एलआईजी और एमआईजी फ्लैट्स की कीमतें (LIG and MIG flats prices) 30 से 45 लाख रुपये के बीच हुआ करती थी। लेकिन, उसी जगह पर अब एक फ्लैट की कीमत 3 करोड़, पौने तीन करोड़, 2 करोड़, ढाई करोड़ या फिर सवा करोड़ हो गई है। बीते कुछ महीनों में स्थिति ऐसी बदली की आज जीडीए के खाली प्लॉट (GDA vacant plots) पर बन रहे इन फ्लैट्स की कीमत (flats rates in delhi) पहले से कई गुना ज्यादा हो गए हैं।
DELHI NCR में यहां के फ्लैट रेट्स पहुंचे सातवें आसमान पर
दिल्लीर एनसीआर में फ्लैट लेने का विचार कर रहे लोगों को बता दें कि यहां के रेट अब आसमान की ऊंचाइयों को छू रहे है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वैशाली मेट्रो स्टेशन से महज एक-डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर वैशाली सेक्टर 6 के कई खाली प्लॉट्स (Vacant plots of Vaishali Sector 6) पर हाल के दिनों में बिल्डरों ने कई मकान बनाए हैं।
बता दें कि महीनों से ये फ्लैट्स बनकर तैयार हैं। इनमें से कुछ फ्लैट्स बिके हैं तो कुछ फ्लैट्स (flats on Delhi) वैसे ही पड़े हैं। जो फ्लैट्स नहीं बिके हैं, उसके केयर टेकर से बात करने पर कहता है, ‘भैया, यह मकान बेचेगा तो लेकिन 2 करोड़ से कम में नहीं। चाहे वह ऐसा ही क्यों न खाली पड़ा रहे। किराया भी नहीं लगा रहा है। बिल्डर हफ्ता 10 दिन में एकाध बार आता है। वह भी तब, जब कोई मकान देखने आता है।’
अगर यहां के फ्लैटस की बात की जाए तो गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर (Vaishali Sector of Ghaziabad property) 4, 5, 6 और 9 के खाली पड़े 100 गज की जमीनों पर पहले एक फ्लोर पर 4-4 फ्लैट बनते थे। लेकिन, पिछले 2 सालों से इन खाली पड़े जमीनों पर अब सिर्फ एक ही फ्लैट बिल्डर बना सकते हैं। क्योंकि, अब जीडीए से 4 फ्लैट बनाने की मंजूरी नहीं मिल रही है। यही कारण है कि बिल्डरों ने मकान का रेट बढ़ा दिया है। पहले मीडिल क्लास के लोग इस एरिया में एलआईजी और एमआईजी फ्लैट खरीद (LIG and MIG flat purchase) लेते थे, जो कि अब संभव नहीं रह गया।
रियल एस्टेट (real estate sector) सलाहकार की रिपोर्ट की मानें तो इस साल देश के 8 शहरों में फ्लैट की कीमतें 4 प्रतिशत से 19 प्रतिशत तक बढ़ गई थीं। अगली रिपोर्ट आएंगी तो वो आपको और हैरान कर सकती है।
अंतत: ये कहा जा सकता है कि मध्यमवर्ग के लिए अब दिल्ली-एनसीआर (property in Delhi NCR) के गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन में अब आशियाना खरीदना और महंगा होने वाला है। क्योंकि, देश के अधिकांश शहरों में घर की कीमतें कई गुना बढ गए हैं। ऐसे में 50-60 हजार रुपया महीना कमाने वालों को घर खरीदने में दिक्कतें आ सकती हैं।