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Power of SIP: होम लोन लेते ही करें ये काम, जेब से नहीं देना होगा ब्याज का एक भी पैसा

Home Loan and SIP : अगर आप होम लोन लेने वाले है या ले चूके है तो ये खबर आपके बेहद काम की है। आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक के बारे में बताने वाले है जिससें कि आप पर पड़ने वाला होम लोन की ईएमआई का भार बिलकुल ही खत्म हो जाएगा। इसके लिए आपको होम लोन लेते ही एक जरूरी काम करना बेहद जरूरी है। आइए नीचे खबर में जानते है क्या है ये ट्रिक...
 
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Power of SIP:  होम लोन लेते ही करें ये काम, जेब से नहीं देना होगा ब्याज का एक भी पैसा

My job alarm - Home Loan and Power of SIP : वर्तमान समय में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि नकद में घर या कार आदि खरीदना तो दूर दूर तक सोचा भी नही जा सकता है। इसके लिए बैंकों के द्वारा लोन (loan facility) की खास सुविधा मुहैया कराई जाती है। लेकिन जैसे जैसे महंगाई बढ़ती जा रही है उसके चलते रेपो रेट (repo rate) भी अभी तक वही चल रहे है जिसमें कि ब्याज की दरें ज्यादा है। जो कर्जदार को और कर्जे में ड़ूबा रही है।

 

कर्ज महंगा होने का एक साइड इफैक्‍ट (side effects of loan) यह है कि आपकी मंथली किस्‍त (EMI) ज्‍यादा हो जाती है या आपकी रिपेमेंट अवधि बढ़ जाती है। इस समय अलग-अलग बैंकों के होम लोन की शुरुआती ब्‍याज दरें औसतन 8.50 फीसदी के आसपास हैं। इस ब्‍याज दर पर अगर आप 40 लाख रुपये का होम लोन अगले 20 साल के लेते हैं, तो आपको प्रिंसिपल अमाउंट पर कमोबेश उतना ही उतना ब्‍याज देना पड़ जाएगा। यानी, होम लोन (home loan) के जरिए लिये गए मकान की वैल्‍यू लगभग दोगुनी पड़ जाती है। 


लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि इसकी भरपाई कैसे की जाए। यानी, जो ब्‍याज (interest of home loan) हम अगले 20 साल देंगे उसे किस तरह वापस हासिल कर सकते हैं। जिससे कि मकान की कीमत वसूल हो जाए। इसका एक आसान तरीका SIP स्‍ट्रैटजी (invest in SIP) है। आपने इसके बारे में बहुत सुना होगा। आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने वाले है। 


अपनाए ये फाइनेंशियल स्‍ट्रैटजी
अगर आप होम लोन लेने के बारे में सोच भी रहे है तो क्या आपने इससे पहले सारी केलकुलेशन की है? अगर नही तो यहां जान लें कि 40 लाख के लोन (home loan calculation) के बदले आप अगले 20 साल में बैंक को 43 लाख से ज्‍यादा का सिर्फ ब्‍याज चुका देंगे। अगर कुल रिपेमेंट अमाउंट देखा जाए, तो यह करीब 84 लाख के आसपास बनेगा। वो भी तब जब पूरे रिपेमेंट टेन्‍योर (loan repayment tenure) में ब्‍याज दरें 8.5 फीसदी पर बनी रहती (home loan interest rates) हैं। अगर आपने इतना कैलकुलेशन कर ही लिया है, तो अब वक्‍त है एक ऐसी फाइनेंशियल स्‍ट्रैटजी बनाने का, जिसके जरिए आप अपने होम लोन (home loan) के टेन्‍योर के साथ-साथ घर की कीमत के बराबर कॉपर्स भी बना लें। मतलब आपका काम भी हो जाए और आपको ज्यादा पैसे ब्याज के तौर पर व्यर्थ भी न जाए आप इन्हे आसानी से कमा लें। 


ऐसे बनाए होम लोन लेने के बाद स्ट्रैटजी
इस पर एक्‍सपर्ट एकता निगम का कहना हैं कि वर्तमान समय में अगर बड़े शहरों में एक 2BHK मकान की औसत कीमत देखें, तो वह करीब 50-60 लाख रुपये के आसपास है। अगर आप 50 लाख रुपये की कीमत वाले मकान के लिए 80 फीसदी लोन (40 लाख) लेते हैं, तो भी इस अमाउंट पर आपको भारी-भरकम ब्‍याज (interest rates) चुकाना होगा।


उनका कहना हैं कि ऐसे में अब इसे रिकवर करने का प्‍लान बनाना चाहिए। इसके लिए अगर बेहतर ऑप्शन की बात की जाए तो आज के समय में म्‍यूचुअल फंड (mutual funds) SIP एक बेहतर ऑप्‍शन है। इसमें आपकी स्‍ट्रैटजी (sip startegy) यह होनी चाहिए होम लोन (home loan) की EMI शुरू होने के साथ ही उतने ही टेन्‍योर के लिए मंथली SIP भी शुरू कर दें। अब हर महीने SIP में कितनी रकम डालनी है, यह EMI के आधार पर तय करनी चाहिए। अमूमन, अगर आप अपनी EMI की 20-25 फीसदी की SIP करते हैं, तो होम लोन की समाप्ति (home loan EMI) तक आप जितना कुल भुगतान बैंक को करेंगे, उतना कॉपर्स भी बना लेंगे। 


ऐसे करें होम लोन पर कैलकुलेशन (home loan calculations)
कुल होम लोन: 40 लाख रुपये
टेन्‍योर: 20 साल
ब्‍याज दर: 8.5 फीसदी सालाना
EMI: 34,713 रुपये
लोन पर कुल इंटरेस्‍ट: 4,331,103 रुपये
लोन के बदले कुल पेमेंट: 8,331,103 रुपये (करीब 84 लाख रुपये) 
इस तरीके से SIP पर करें कैलकुलेशनSIP की रकम: EMI का 25% (8,678 रुपये)
निवेश की अवधि: 20 साल
अनुमानित रिटर्न: 12% सालाना
20 साल बाद SIP की वैल्‍यू: 86,70,606 रुपये (करीब 86.7 लाख)

क्या होगा वास्तविक रिटर्न
अब जब आपने लोन (loan) लिया है और इसी के साथ ही आप मंथली SIP शुरू करते हैं, तो 20 साल बाद बैंक लोन (bank loan) और उसके एवज में दिए जाने वाले कुल इंटरेस्ट (loan interest rates) की कीमत आपको मिल जाएगी। लेकिन, अब यहां एक सवाल यह भी है कि क्‍या इसे वास्‍तविक रिटर्न माना जाएगा। यहां अब आपको यह समझने की जरूरत है कि निश्चित रूप से आपके पास उपरोक्‍त कैलकुलेशन पर अनुमानित कॉपर्स 86 लाख से ज्‍यादा होगा। लेकिन, एक हिडेन फैक्‍ट महंगाई दर का भी होता है, जो हर साल बॉरोअर (borrower) वहन करता है। ऐसे में अगर हम महंगाई दर को SIP रिटर्न से एडजस्‍ट (Inflation adjusted from SIP returns) करते हैं, तो यह पता चलता है कि असल में कितना कॉपर्स बनाने में सफलता मिली है। 


6% औसत महंगाई दर पर SIP रिटर्न
SIP की रकम: EMI का 25% (8,678 रुपये)
निवेश की अवधि: 20 साल
अनुमानित रिटर्न: 12% सालाना
सालाना औसतम महंगाई दर: 6 फीसदी 
20 साल बाद SIP की वैल्‍यू: 40,29,639 रुपये (करीब 41 लाख)


लोन की रकम के बराबर होगा वसूल
आपको जानकर खुशी और हैरानी दोनों होगी कि SIP रिटर्न में महंगाई दर को एडजस्‍ट (Inflation rate adjusted in SIP returns) करने के बाद भी वास्‍तविक कॉर्पस करीब 41 लाख रुपये अनुमानित है। आपके होम लोन भी 40 लाख है। इसका मतलब ये हुआ कि आप मकान की लोन की रकम (loan amount and emi) के बराबर कॉपर्स आसानी से बना सकते हैं। जिस तरह होम लोन लंबी अवधि का लोन प्रोडक्‍ट है। यानी, बॉरोअर को लंबे समय तक रिपेमेंट (loan repayment) करना पड़ता है। उसी तरह, SIP को भी अगर लंबी अवधि तक जारी रखते हैं, तो कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा होता है। 


जानकारी एकता निगम के अनुसार, अगर म्‍यूचुअल फंड (mutual funds) में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश पर हमेशा ही कम्‍पाउंडिंग का फायदा होता है। लंबी अवधि में कई म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स (mutual fund investment schemes) हैं, जिनका रिटर्न औसतन 7 से 15 फीसदी तक सालाना रहा है। म्‍यूचुअल फंड में निवेश जितना जल्‍दी शुरू किया जाए, उसका फायदा उतना ही निवेशकों को होता है। हालांकि, म्‍यूचुअल फंड में रिटर्न (mutual fund return) की गारंटी नहीं होती है। इसलिए निवेशक को अपनी इनकम, लक्ष्‍य और रिस्‍क प्रोफाइल देखकर निवेश (investment plan) का फैसला करना चाहिए।

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