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Pension Scheme : प्राइवेट जॉब वालों की हो गई मौज, सैलरी से ज्यादा मिलेगी पेंशन

Pension Schemes For Private Employees : प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वालों के अब अच्छे दिन आने वाले हैं। पेंशन को लेकर अब उनकी हर टेंशन दूर हो जाएगी। ऐसे कर्मचारी रिटायरमेंट के बाद अपनी आखिरी सैलरी से ज्यादा पेंशन ले सकेंगे, जिसकी राशि लाखों में होगी। इससे उनका बुढ़ापा मौज से कटेगा। आइये जानते हैं पूरी डिटेल इस खबर में।

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Pension Scheme : प्राइवेट जॉब वालों की हो गई मौज, सैलरी से ज्यादा मिलेगी पेंशन 

My job alarm (ब्यूरो)।  हर कर्मचारी के लिए पेंशन बहुत अहमियत रखती है। यह रिटायरमेंट के बाद बुढ़ापे का सहारा बनती है और जरूरी खर्चों को पूरा करती है। कई लोग शुरू से ही रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planing) कर लेते हैं जो निवेश का स्मार्ट तरीका भी है। लेकिन सरकार की ओर से भी कर्मचारियों के लिए कई तरह की योजनाएं हैं। सरकारी व प्राइवेट कर्मचारियों के लिए ये अलग-अलग हैं। NPS, UPS तथा EPFO के तहत पेंशन योजनाएं इनमें शामिल हैं। 

सरकारी कर्मचारियों के लिए यह है व्यवस्था

केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस (Unified Pension Scheme) को मंजूरी दी है। इसका लाभ केंद्र व राज्य सरकारों के करीब 90 लाख कर्मचारी ले सकते हैं। यूपीएस के तहत बनाई गई व्यवस्था की बात करें तो 25 साल तक नौकरी करने के बाद बेसिक सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा पेंशन के रूप में मिलेगा। पेंशन की राशि अंतिम 12 महीने की एवरेज बेसिक सैलरी का 50 फीसदी होगी। 

10 साल नौकरी वालों को मिलेगी इतनी पेंशन

दूसरी ओर कम से कम 10 साल की नौकरी करने वाले कर्मचारी भी 10,000 रुपये के मासिक पेंशन के हकदार होंगे। इसके लिए 10 साल तक की नौकरी का नियम पूरा करना जरूरी है। पेंशनभोगी कर्मचारी की मौत की स्थिति में उसकी पेंशन का 60 प्रतिशत उसके परिवार को दिया जाएगा।

सरकार की ओर से चलाई जा रही है गारंटिड पेंशन योजना 


देश में करीब 5 करोड़ प्राइवेट कर्मचारी हैं। इनके लिए सरकार उनकी पेंशन (Private employee ko kitni pention milegi) संबंधी जरूरतों को ध्यार में रखते हुए गारंटीड पेंशन योजना चला रही है। ताकि ऐसे कर्मचारियों का भी बुढ़ापा आसानी से कटे व उनको उस उम्र में आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि देश में प्राइवेट कर्मचारियों के लिए भी केंद्र सरकार (Modi Sarkar) की ऐसी कई योजनाएं हैं जिसमें लगातार योगदान देकर प्राइवेट कर्मचारी अपनी आखिरी सैलरी से भी ज्यादा पेंशन पा सकते हैं।


EPS-95 के तहत मिलता है पेंशन का लाभ 

प्राइवेट जॉब करने वालों के लिए एम्प्लाइज प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन (Employees Provident Fund Organization) यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से पेंशन की सुविधा प्रदान की जाती है। पीएफ खाताधारकों को EPS-95 के तहत पेंशन का लाभ दिया जाता है। ईपीएफओ के नियमों (EPFO Rules) के मुताबिक कोई भी कर्मचारी 10 साल नौकरी करने के बाद पेंशन पाने का हकदार हो जाता है। इस पेंशन योजना का लाभ 58 वर्ष की आयु तक पहुंचने वाले पात्र कर्मचारियों को दिया जाता है। कर्मचारी की अंतिम सैलरी के हिसाब से कैलकुलेशन कर पेंशन दी जाती है।

सैलरी से ऐसे कटता है पीएफ 

प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों की सैलरी का एक बड़ा हिस्सा PF के तौर पर हर माह (PF) कटता है। इसकी डिटेल ऑनलाइन दर्ज होती रहती है। यह राशि हर महीने कर्मचारी के PF अकाउंट में डिपॉजिट होती है। यह सब EPFO की ओर से मैनेज किया जाता है। ईपीएफओ के नियम (EPFO Pention Rules) के अनुसार 10 साल तक प्राइवेट नौकरी करने वालो पेंशन के हकदार हो जाते हैं। 

पेंशन में जमा होते हैं इतने पैसे

हर कर्मचारी की बेसिक सैलरी+DA का 12 फीसदी हिस्‍सा हर महीने PF अकाउंट में जमा होता है। इसमें से कर्मचारी का यह पूरा हिस्सा EPF में जाता है, जबकि नियोक्ता पेंशन व पीएफ (PF ka Rule) दोनों में योगदान देता है। एम्प्लॉयर की ओर से 8.33 प्रतिशत हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना (employee pension scheme) यानी EPS में जाता है और 3.67 प्रतिशत हर महीने EPF में जाता है। इस तरह से यह कुल 24 प्रतिशत हो जाता है।


बेसिक सैलरी से ऐसे करें कैलकुलेशन


यदि आप प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं और आपकी बेसिक सैलरी 14,000 रुपये है और हर साल 10 प्रतिशत वेतन वृद्धि होती है तो आप नेशनल पेंशन स्कीम (National Pension Scheme) यानी NPS और कर्मचारी भविष्य निधि Employees Provident Fund जैसी योजनाओं में योगदान देकर हर महीने 2.9 लाख रुपये पेंशन पास सकते हैं। साल दर साल आपकी सैलरी बढ़ती जाएगी। इस तरह से यह राशि 30 साल की सेवा के बाद अंतिम मूल वेतन से अधिक होगी।

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