अब सिबिल स्कोर नहीं होगा खराब, RBI ने बनाए नए नियम

My job alarm - (cibil score) यदि आप बैंक में लोन के अप्लाई करने जाते हैं तो चाहे कितना ही छोटा लोन हो या बड़ा सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर चेक किया जाता हैं। इसी के चलते यदि आपका आप बैंक में डिफाल्ट हो चुके हैं तो बैंक सीधा आपकी डिटेल सिबिल कंपनियों तक पहुंचाते हैं जिससे आपका सिबिल स्कोर रिकॉर्ड हो जाता हैं। जिससे की आपकी हिस्ट्री खराब हो जाती हैं। लेकिन अब ग्राहकों के लिए (cibil score check free) बडी राहत भरी खबर आई हैं। दरअसल, अब आरबीआई ने कुछ नियम बदले हैं कि जिसके तहत बैंक अब डिफाल्ट ग्राहकों की सूची सिबिल कंपनियों को देने से पहले ग्राहकों को सूचना देंगी। इस नियम से ग्राहकों का सिबिल स्कोर नहीं बिगडेगा।
बता दें कि अब सिबिल स्कोर जांचने पर कंपनियों को इसकी सूचना ग्राहक को मेल पर देनी होगी, साथ ही वर्ष में एक बार संपूर्ण रिपोर्ट नि:शुल्क उपलब्ध करानी होगी। यह नए नियम भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बनाए गए हैं जो 26 तारीख से लागू हो गए है। इससे ग्राहकों को राहत मिलेगी। यदि कोई ग्राहक (Credit Score) सिबिल खराब या गलत तरीके से सिबिल का उपयोग किया जाना अथवा सिबिल स्कोर बढ़वाने को लेकर शिकायत करता है, तो कंपनी को 30 दिन के भीतर शिकायत का निराकरण करना होगा। ऐसा न होने पर 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से कंपनियों को जुर्माना अदा करना पड़ेगा।
आरबीआई के पांच नियम -
1. ग्राहक को भेजनी होगी सिबिल चेक किए जाने की सूचना केंद्रीय बैंक ने सभी क्रेडिट इन्फार्मेशन कंपनियां जैसे क्रषिल,सिबिल ,अमेरिकन एक्सप्रेस आदि हैं। इन सभी कंपनियों से कहा है कि जब भी कोई (cibil score kaise badhaye) बैंक या एनबीएफसी किसी ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है तो उस ग्राहक को इसकी जानकारी भेजा जाना जरूरी है। यह जानकारी एसएमएस या ई-मेल के जरिये भेजी जा सकती है। क्रेडिट स्कोर को लेकर कई शिकायतें सामने आ रही थीं, जिसके चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने ये फैसला किया है।
2. रिक्वेस्ट को रिजेक्ट करने की वजह बताना जरूरी -
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार अगर किसी ग्राहक की किसी रिक्वेस्ट को रिजेक्ट किया जाता है तो उसे इसकी वजह बताया (how to improve cibil score) जाना जरूरी है। इससे ग्राहक को यह समझने में आसानी होगी कि किस वजह से उसकी रिक्वेस्ट को रिजेक्ट किया गया है। रिक्वेस्ट रिजेक्ट किए जाने की वजहों की एक लिस्ट बनाकर उसे सभी क्रेडिट इन्स्टीट्यूशन को भेजना जरूरी है।
3. साल में एक बार ग्राहकों को दें फ्री फुल क्रेडिट -
भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि क्रेडिट कंपनियों को साल में एक बार फ्री फुल क्रेडिट स्कोर अपने ग्राहकों को मुहैया कराया जाना चाहिए। इसके लिए क्रेडिट कंपनी को अपनी वेबसाइट पर एक लिंक डिस्प्ले करना होगा, ताकि ग्राहक आसानी से अपनी फ्री फुल क्रेडिट रिपोर्ट चेक कर सकेंगे। इससे साल में एक बार ग्राहकों को अपना सिबिल स्कोर और पूरी क्रेडिट हिस्ट्री पता चल जाएगी।
4. रिपोर्ट करने से पहले ग्राहक को बताना जरूरी -
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार अगर कोई ग्राहक डिफाल्ट होने वाला है तो डिफाल्ट को रिपोर्ट करने से पहले ग्राहक को बताना जरूरी है। लोन देने वाली संस्थाएं एसएमएस ई-मेल भेजकर सभी जानकारी शेयर करें। इसके अलावा बैंक, लोन बांटने वाली संस्थाएं नोडल अफसर रखें। नोडल अफसर लोगों की क्रेडिट स्कोर से जुड़ी हुईं दिक्कतें सुलझाने का काम करेंगे।
5. 30 दिन में हो शिकायत निपटारा, वरना रोज लगेगा 100 रुपये जुर्माना
बता दें कि अगर क्रेडिट इन्फार्मेशन कंपनी 30 दिन के अंदर-अंदर ग्राहकों की शिकायत का निपटारा नहीं करती है तो फिर उसे हर रोज 100 रुपये के हिसाब से जुर्माना चुकाना होगा। यानी जितनी देर से शिकायत का निपटारा किया जाएगा, उतना ही अधिक जुर्माना चुकाना होगा। लोन देने वाले बैंकों को 21 और क्रेडिट ब्यूरो को नौ दिन का वक्त मिलेगा। 21 दिन में बैंक ने क्रेडिट ब्यूरो को नहीं बताया तो बैंक हर्जाना देगा। वहीं बैंक की सूचना के नौ दिन बाद भी शिकायत का निपटारा नहीं किया गया तो क्रेडिट ब्यूरो को हर्जाना चुकाना होगा। इससे जुड़ी जानकारी देनी होगी। जिससे उपभोक्ता को सारी बातों का पता रहे।
आरबीआई के इन नए नियमों से अब ग्राहकों को उनके सिबिल चैक होने की सुचना दी जाएगी। जिससे आप सतर्कता से अपना सिबिल स्कोर बचा सकते हैं। ग्राहक की शिकायत का निपटारा यदि समय पर नहीं होता तो कंपनी पर जुर्माना लगेगा। ग्राहक की रिक्वेस्ट रिजेक्ट करने की वजह भी संबंधित को बतानी होगी। यह नियम काफी राहत देने वाले हैं।
बता दें कि आरबीआई ने बनाए गए नियमों के अनुसार कपंनियों को साल में एक बार सिबिल रिपोर्ट देनी होगी। आरबीआई के नियमों के अनुसार ग्राहकों को काफी राहत मिलने वाली है। अब बैंक आदि डिफाल्ट रिपोर्ट, सिबिल कंपनियों को भेजने से पहले ग्राहक को सूचना देंगी। इससे ग्राहक के पास मौका रहेगा वह अपनी सिबिल को खराब होने से रोकने का।