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Multiple Bank Accounts : एक से ज्यादा बैंक आकउंट रखने वालों के लिए अलर्ट, जानिये 5 बड़े नुकसान

Bank Account Rules : बैंक में खाता हर किसी का होता है लेकिन कुछ लोग बैंक में एक से ज्यादा खातों का संचालन करते है। लेकिन क्या ऐसा सही है या नही? आज हम आपको हमारी इस खबर के माध्यम से ये बताने वाले है कि आप अगर बैंक में मल्टीपल अकाउंट (Multiple bank account)  रखते है तो इससे आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते है।  
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Multiple Bank Accounts : एक से ज्यादा बैंक आकउंट रखने वालों के लिए अलर्ट, जानिये 5 बड़े नुकसान

My job alarm -  (Bank Account) वर्तमान समय में हर कोई बैंक में अपना खाता खुलवाता है ताकि उनमें अपनी आय को सेव करके रख सके। आजकल ये लगभग हर किसी की जरूरत बन गया है। यहां तक कि बच्चों के भी बैंक खाते खुलवाए जाते है ताकि आगे भविष्य में उनके लिए सेविंग की जा सके। इनमें कुछ लोग ऐसे है जो कि अपने खुद के एक से ज्यादा खाते खुलवा कर रखते है। लेकिन क्या आपको ये पता है कि इससे आपको कितना नुकसान हो सकता है। इसलिए आपकी जानकारी के लिए आज हम आपको ये बताने वाले है कि एक से ज्यादा बैंक बचत खाते रखने से मौद्रिक नुकसान हो सकता (DISADVANTAGES OF BANK ACCOUNT) है जिस पर लोगों का ध्यान नहीं जाता। 


ऐसे में अगर कमाने वाला व्यक्ति वेतनभोगी है, तो कई बचत खाते रखने की तुलना में एक ही बचत बैंक खाता रखना बेहतर है। कर और निवेश विशेषज्ञों के अनुसार, एक बैंक खाता बनाए रखना आसान है और जब आप अपना आयकर रिटर्न दाखिल (ITR File) कर रहे होते हैं, तो आपका काम आसान हो जाता है क्योंकि आपके अधिकांश बैंकिंग विवरण (banking details) एक ही बैंक खाते में उपलब्ध होते हैं।  


हालांकि, सुविधा के अलावा, अगर आपके पास एक ही बचत बैंक खाता है तो कुछ मौद्रिक लाभ (monetary gain in single saving account) भी आपको मिलेंगे। जैसे आप डेबिट कार्ड AMC, SMS सेवा शुल्क, न्यूनतम शेष राशि आदि पर लगाए जाने वाले बैंक सेवा शुल्क को बचा सकते हैं।


एक से अधिक बैंक खाते रखने पर हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान


1. सिबिल रेटिंग के लिए खतरा


आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखना आपके लिए खतरा बन सकता है। इससे आपको उचित न्यूनतम शेष राशि (minimum balance rule) रखने को लेकर दिक्कत हो सकती है। ऐसे मामले में, एक भी गलती से अगर जुर्माना लग गया तो यह सीधे तौर पर आपकी सिबिल रेटिंग (cibil report) पर प्रभाव डालेगा।


2. फ्रॉड का हो सकते हैं शिकार 


मल्टीपल अकाउंट (multiple bank account) होने का मतलब है कि आपके खाते के निष्क्रिय होने की संभावना अधिक है, जिसमें जालसाजी की संभावना भी बढ़ जाती है। बता दें कि ऐसा तब होता है जब एक वेतनभोगी व्यक्ति वेतन खाते को वहीं छोड़कर एक संगठन से दूसरे संगठन में नौकरी बदल लेता है। ऐसे मामले में, वेतन खाता निष्क्रिय (salary account inactive) हो जाता है और जैसा कि पहले कहा गया है, ऐसे खातों में जालसाजी की संभावना सबसे अधिक होती है।


3. बढ़ जाएगा सर्विस चार्ज 


ये तो आप जानते ही है कि बैंको की ओर से आपके खाते से सर्विस चार्ज (service charges of bank) भी कटता है। अगर आप एक से ज्यादा बैंक खाते रखते है तो आपको सभी खाते मेंटेन करके रखने होते है उन सभी पर सर्विस चार्ज कटता है जो कि आपको महंगा पड़ सकता है। ये चार्जिस होते है जैसे कि SMS अलर्ट सेवा शुल्क, डेबिट कार्ड AMS, आदि। अगर आपके पास एकल बैंक बचत खाता है, तो आपको एक बार भुगतान करना होगा, जबकि एक से अधिक बैंक के मामले में शुल्क भुगतान (multiple account fee payment)  दोगुना हो जाता है। जो आपकी जेब के लिए सही नही है। 


4. आपके निवेश पर खतरा


बैंको की ओर से ग्राहकों को ये जानकारी दी जाती है कि उन्हे अपने खाते में एक तय सीमा तक राशि रखनी होती है अगर ये उससे कम हो जाता है तो बैंक के द्वारा उस पर चार्ज फाइन किया जाता है। बैंक बचत खाता रखने के लिए न्यूनतम शेष राशि (minimum balance maintainance)  भी बनाए रखना आवश्यक है। इसलिए अगर आपके पास कई बैंक हैं तो आपके बचत बैंक खाते में बड़ी रकम फंसने की संभावना है।


मान लो कि इन दिनों, निजी बैंक 20,000 रुपये न्यूनतम शेष राशि मांग रहे हैं और यदि आपके पास तीन अलग-अलग बैंकों में ऐसे तीन बैंक खाते हैं, तो दो अतिरिक्त बैंक बचत खाते में न्यूनतम शेष बनाए रखने में आपके 40,000 रुपये डूब जाएंगे।


इस अतिरिक्त 40,000 रुपये का उपयोग निवेश उद्देश्य के लिए किया जा सकता है और इस पर 8 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है क्योंकि डेट फंड अल्पकालिक निवेश (debt fund short term investment) में कम से कम 8 प्रतिशत आकर्षित करते हैं। वहीं, बैंक बचत जमा में, 4 से 5 प्रतिशत ब्याज मिलेगी, जो डेट फंड में निवेश के माध्यम से अर्जित राशि का लगभग आधा है।


5. इनकम टैक्स फ्रॉड


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बैंक बचत खाते में 10,000 रुपये तक के ब्याज पर कर छूट मिलती है और इसलिए TDS कटौती होती (TDS on interest)  है। ऐसेस में अगर आपके बैंक बचत खाते में 10,000 रुपये का ब्याज नहीं मिल रहा है, तब तक आपका बैंक TDS नहीं काटेगा, लेकिन बैंक बचत खाते की संख्या कई होने के कारण, ऐसा हो सकता है कि आपके बैंक ने आपके एकल बैंक खाते के कारण तरह TDS नहीं काटा हो।


बैंको की ओर से एक वित्तीय वर्ष में 10,000 रुपये का ब्याज (interest rates on saving account) नहीं मिलता है, लेकिन ऐसा हो सकता है कि  आपके सभी बचत खाते में संपूर्ण ब्याज जोड़ने के बाद, यह 10,000 रुपये को पार कर सकता है, जिससे आप टीडीएस कटौती के लिए उत्तरदायी होंगे। ऐसे में आपको आईटीआर (ITR) फाइलिंग के दौरान आयकर विभाग (income tax department)  को इसकी जानकारी देनी होगी। ऐसा न करने पर आयकर धोखाधड़ी हो जाएगी, जो अनजाने में हुई है।
 

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