KCC : करोड़ों किसानों की हो गई मौज, सरकार बिना किसी गारंटी दे रही 1.60 लाख का लोन
KCC : अगर आप किसान हैं और लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ये खबर आपके बेहद काम की है. दरअसल आपको बता दें कि सरकार बिना किसी गारंटी के 1.60 लाख रुपये का लोन दे रही है. इस से आप खेती से जुड़ी चीजें खरीद सकते हैं. बाद में फसल बेचकर लोन चुका दें. वहीं, केसीसी अब डेयरी और मछलीपालन के लिए भी मिल रहा है.
My job alarm - किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) किसानों के लिए एटीएम जैसा है. किसानों को खेती के लिए इस पर समय से लोन मिल जाता है. किसानों को केसीसी देने के पीछे मकसद यही है कि उन्हें समय पर किफायदी ऋण मिल सके. मगर क्या आप जानते हैं कि किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर बिना गारंटी के कितने लाख रुपये तक लोन ले सकते हैं. अगर आपका जवाब नहीं है तो चलिए आइए जान लेते हैं इस खबर में…
आरबीआई (Reserve Bank of India) और नाबार्ड ने 1998 में केसीसी की अवधारणा विकसित की. इसके पीछे मकसद यही था कि किसानों को आसानी से कैश क्रेडिड यानी कि ऋण मुहैया कराया जा सके.
KCC के लिए कौन है पात्र-
अपनी जमीन पर फसल पैदावार करने वाले काश्तकार इसे ले सकते हैं.
किसी और की जमीन पर खेती करने वाला व्यक्ति यानी बटाईदार भी ले सकता है लाभ.
पशुपालन, डेयरी और मछलीपालन वाले सभी किसान चाहे उनके पास कितनी भी जमीन हो.
न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होनी चाहिए.
किसान की उम्र 60 साल से अधिक होने पर एक को-अप्लीकेंट भी लगेगा. उसकी उम्र 60 साल से कम हो.
लोन देने से पहले बैंक किसान का सत्यापन करेगा. देखेगा कि आप किसान हैं या नहीं.
बिना गारंटी के कितने लाख का लोन-
आपको बता दें कि 1.60 लाख रुपये तक का लोन लेने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड पर गारंटी की जरूरत नहीं है. एक साल या कर्ज चुकाने की तारीख तक 7 प्रतिशत की दर से ब्याज लगाया जाएगा. देय तारीख के अंदर पैसा नहीं चुकाने के मामले में कार्ड दर पर ब्याज देना पड़ेगा. देय तिथि के बाद छमाही तौस से चक्रवृद्धि ब्याज लगेगा. लेकिन, अगर किसान एक लोन को एक साल के भीतर चुका देता है तो उसे इस पर महज 4 फीसदी का ब्याज देना होगा.
केसीसी से खेती से जुड़ी चीजें खरीद सकते हैं. बाद में फसल बेचकर लोन चुका दें. केसीसी लेने पर अब फसल बीमा कराना स्वैच्छिक हो गया है. वहीं, केसीसी अब डेयरी और मछलीपालन के लिए भी मिल रहा है.
जरूरी दस्तावेज-
सभी सरकारी, निजी, सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक इसे बना सकते हैं.
आप कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए भी आवेदन कर सकते हैं.
खेती के कागजात यानी राजस्व रिकॉर्ड लगेगा.
पहचान के लिए आधार, पैन कार्ड की फोटो कॉपी की जरूरत होगी.
किसी और बैंक में कर्जदार न होने का एफीडेविड.
आवेदक की फोटो.