indian currency notes: नोटों पर लिखा मैं धारक को...रुपये अदा करने का वचन देता हूं, 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता इसका मतलब
My job alarm - Indian Currency Note: हमारे भारत देश में कोई भी सामान खरीदने के लिए हमें उसके बदले में कीमत के तौर पर रूपये यानी भारतीय करंसी देनी पडती हैं। भारतीय करंसी में सरकार द्वारा जारी सिक्के व नोट कुछ भी हो सकते हैं। यदि देखा जाए तो वर्तमान में भारत में मुद्रा के तौर पर आज के दौर में सिक्कों और नोटों का ही चलन है। जिसके चलते पुरानी कंरसी को बंद (new notes) करने के लिए हम नोटबंदी भी देख चुके हैं और इसके साथ-साथ नए नोटों का चलन हुआ।
नए नोटों का साइज, कलर, प्रिंट सब बदल गया। लेकिन यहां पर एक बात ध्यान देने योग्य हैं कि नोट का सारा डिजाइन बदलने के बाद भी एक चीज जो नहीं बदली वह है नोट पर लिखी यह लाइन - 'मैं धारक को...रुपये अदा करने का वचन देता हूं। आपने देखा होगा कि 10 से लेकर 2000 रुपये तक के नोट पर (Indian currency) भी यही वाक्य लिखा होता है। क्या आप इस वाक्य की महत्ता को समझते हैं? कभी सोचा है कि इसका मतलब क्या है और अगर यह न लिखा हो तो क्या होगा?
ये हैं इस लाइन का सही मतलब
भारतीय कंरसी को बनाने व उन्हें लागु करने की जिम्मेदारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की है। रिजर्व बैंक धारक यानी कि नोट को रखने वाले ग्राहक को इस बात का विश्वास दिलाया जाता हैं कि जो वचन (line written on notes) नोट पर लिखा गया हैं यह बैंक इस वचन का पुरा कृतज्ञ हैं। इसका मतलब यह होता है कि जितने मूल्य का नोट आपके पास है, उतने मूल्य का सोना RBI के पास रिजर्व रखा है। यानी इस बात की गारंटी है कि उतने मूल्य के नोट के लिए धारक को उसकी देयता है।
नोटों पर क्यों बनी होती हैं तिरछी लाइनें
इसके साथ साथ आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि यदि आपने गौर किया हो तो 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नोटों के किनारों पर तिरछी लाइनें बनी होती हैं। आखिर इस लाइन का मतलब (interesting facts about indian currency) क्या होता हैं? दरअसल, इन लाइनों को 'ब्लीड मार्क्स' कहते हैं। इन ब्लीड मार्क्स को खासतौर पर नेत्रहीनों के लिए ( RBI updates) बनाया जाता है। इसका अर्थ यह हैं कि नोट पर बनी इन (1 Rupee Old Note) लकीरों को छू कर ही वो लोग यह पता लगा सकते हैं कि वह नोट कितने रुपये का है। इसीलिए 100, 200, 500 और 2000 के नोटों पर अलग-अलग संख्या में लकीरें बनीं हुई होती हैं।
1 रुपये के नोट पर नहीं होते RBI गवर्नर के हस्ताक्षर -
यह बात ध्यान देने योग्य हैं कि भारतीय मुद्रा में 1 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के नोट चलन में हैं। इन सभी नोटों के (RBI Guideline) मूल्यों का जिम्मेदार RBI गवर्नर होता है। गौरतलब है कि सिर्फ एक रुपये के नोट को छोड़कर बाकी सभी नोटों पर RBI गवर्नर के हस्ताक्षर मिलते हैं लेकिन एक रुपये के नोट पर आरबीआई गर्वनर के नहीं बल्कि भारत के वित्त सचिव के हस्ताक्षर अंकित होते हैं।