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Income Tax Rules : घर में कितना रख सकते हैं कैश, लेनदेन को लेकर भी तय है लिमिट, जानिये इनकम टैक्स के नियम

Cash Limit at Home : अधिकतर लोग आज के समय में अपने पैसों को बैंक में जमा करके रखते है ताकि उनका पैसा सुरक्षित रहे है। लेकिन कुछ लोग ऐसे है जो कि अपने पास कैश रखना जरूरी समझते है ताकि एमरजेंसी की स्थिति में बैंको के चक्कर से बचा जा सके। हालांकि बहुत से लोग ये जानते ही नही है कि घर मे कैश रखने की भी एक तय लिमिट होती है। इसके अलावा कई ऐसी ट्रांजेक्शन्स (limit on transactions)  है जो कि एक तय लिमिट में ही की जा सकती है। तो ऐसे में अगर आप इनके बारे में नही जानते है तो आइए नीचे खबर में जान लें कि इनके लिए कितनी तय है लिमिट...
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Income Tax Rules : घर में कितना  रख सकते हैं कैश, लेनदेन को लेकर भी तय है लिमिट, जानिये इनकम टैक्स के नियम

My job alarm -   (IT Rules on Transaction)  अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर आपके पास कुछ कैश तो होना ही चाहिए। हर कोई सुरक्षा के लिए अपने पास कुछ मात्रा में घर पर कैश जरूर रखता है। इसे लोग इमरजेंसी फंड के तौर पर घरों में रखते है। अचानक आने वाली जरूरत पर बैंक या एटीएम (ATM withdrawls) में कुछ समय बर्बाद होना तो लाजमी ही है। इसी स्थिति से बचने के लिए लोग अपने पास घर में कैश रखते है। आपको बता दें कि  वैसे तो घर में कैश रखने की कोई लिमिट नहीं होती है। लेकिन ये भी जरूरी है कि वह आपके इनकम के सोर्स से मेल खानी चाहिए। ऐसा न होने पर आप इनकम टैक्‍स (Income Tax rules) डिपार्टमेंट की नजर में आ सकते हैं। वहीं लेन देन की लिमिट को लेकर भी इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने नियम तय कर रखे हैं, जिसका पालन न करने पर आपको भारी जुर्माना यहां तक 100 फीसदी या इससे भी ज्‍यादा जुर्माना देना पड़ सकता है।


क्या है घर में कैश रखने की लिमिट


घर पर कैश रखने की लिमिट की अगर बात करें तो आपको बता दें कि आमतौर पर घर में कैश रखने की कोई लिमिट नही है। आयकर विभाग की ओर से इसके लिए कोई लिमिट सेट नही की गई (income tax rules on cash limit) है। लेकिन ये बात जरूरी है कि वह आपकी आय के अनुसार होनी चाहिए या उसका सोर्स होना चाहिए। अगर आपने उन पैसों को सही तरीके से कमाया या हासिल किया है और उसके लिए आपके पास पूरे डॉक्यूमेंट्स हैं या इनकम टैक्स रिटर्न भरा है तो फिर कोई चिंता नहीं है। जांच होने पर आपको उस कैश का सोर्स बताना जरूरी है।


लोन पेमेंट के मामले में कितनी है ये लिमिट


अगर लोन की बात करें तो लोन पेमेंट के मामले में, कोई व्यक्ति इनकम टैक्‍स एक्‍ट की धारा 269एसएस और 269टी के तहत कैश में 20,000 रुपये से अधिक की राशि स्वीकार नहीं कर सकता है या किसी संस्था या व्यक्ति को पेमेंट/रीपेमेंट नहीं कर सकता है। इतना ही नही, ये भी जान लें कि यह नियम कर्ज चुकाने पर भी लागू होता है। यहां तक ​​कि संपत्ति के लेनदेन में एडवांस सहित नकद लेनदेन के लिए 20,000 रुपये की ऊपरी सीमा (income tax department rules on loan repayments limit)  है। उल्लंघन में, इनकम टैक्‍स डिपांर्टमेंट जुर्माने के रूप में लोन या जमा राशि का 100 फीसदी वसूल कर सकता है।


नकद लेनदेन की तय है लिमिट


भारतीय आयकर के नियमों के अनुसार 2 लाख रुपये से अधिक के कैश लेनदेन को लेकर नियम तय हैं। इनकम टैक्‍स एक्‍ट की धारा 269ST किसी भी व्यक्ति को एक व्यक्ति से और एक ही दिन में 2 लाख रुपये से अधिक कैश स्वीकार करने में प्रतिबंधित करती है। उदाहरण के लिए बता दें कि अगर आप सोना खरीदने जाते है तो आप वहां केवल 2 लाख ही नकद पेमेंट कर (cash payment limit) सकते है। इसके बाद की बची राशि को आप किसी और माध्यम से पे कर सकते है। वहीं यह धारा एक ही घटना या अवसर से संबंधित एक व्यक्ति से प्राप्त कई लेनदेन के संबंध में प्रतिबंधित करती है। इसके बजाय, इसका पेमेंट चेक, कार्ड भुगतान या बैंक ट्रांसफर के जरिए करना होगा।

 

गिफ्ट के मामले में लिमिट


इसके अलावा अगर हम उपहार की बात करें तो कोई भी व्यक्ति किसी से और एक अवसर पर 2 लाख रुपये से अधिक का कैश गिफ्ट स्वीकार नहीं कर सकता है। यह नियम किसी व्यक्ति के उसके रिलेटिव से मिलने वाले धन पर भी लागू होता है। जो लोग इस नियम को तोड़ते हैं और 2 लाख रुपये से अधिक कैश स्वीकार करते (income tax rules on gift)  हैं, उन्हें उसी राशि के बराबर जुर्माना लगाया जा सकता है।


मेडिकल इंश्‍योरेंस प्रीमियम

अगर सरकार की ओर से बात करें सरकार ने यह भी निर्धारित किया है कि टैक्‍सपेयर्स को अपने मेडिकल इंश्‍योरेंस प्रीमियम का भुगतान करते समय भी लिमिट का पालन करना (medical insurance premium limit) चाहिए। सभी मेडिकल प्रीमियम का भुगतान कैश के अलावा किसी भी माध्यम से किया जाना है, जिसमें विफल रहने पर करदाता सेक्‍शन 80डी के तहत कटौती का दावा करने के लिए अयोग्य हो जाता है।

बिजनेस के लिए कितनी है लिमिट


अगर बिजनेस की बात करे तो इसके लिए, एक व्यक्ति को एक ही दिन में खर्च के रूप में 10,000 रुपये से अधिक का कैश पेमेंट (cash payment limit in business) नहीं किया जा सकता है। हालांकि, ट्रांसपोर्टर्स के लिए यह सीमा 35,000 रुपये है। तो अगर आप बिजनसे भी करते हे तो आपको इसकी लिमिट के बारे में पता होना बेहद आवश्यक है। 


इससे अधिक कैश ट्रांजेक्‍शन पर लगेगा जुर्माना


आपको बता दें कि एक फाइनेंशियल ईयर में 20 लाख रुपये से अधिक के कैश ट्रांजेक्‍शन पर भी जुर्माना लग सकता (bank transaction in financial year) है, अगर आपने इसका सोर्स नहीं बताया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक साल में आप अपने बैंक खाते में 20 लाख रुपये से अधिक का कैश डिपॉजिट करते हैं, तब भी आपको पैन और आधार बैंक में दिखाने होंगे। बैंक में एक बार में 50,000 रुपये से उससे ज्यादा की निकासी या जमा पर आपको पैन कार्ड दिखना होगा। शॉपिंग करते समय 2 लाख से अधिक का पेमेंट कैश में नहीं कर सकते हैं। इसके लिए भी आपको पैन और आधार दिखाना होगा।
 

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