Income Tax Notice : इनकम टैक्स का नोटिस आने पर कितने दिन में देना होता है जवाब, टैक्सपेयर्स जान लें IT विभाग कब जारी करता है नोटिस
Income tax update : हर खाताधारक के लेन-देन पर इनकम टैक्स की नजर होती है। खाते में रुपये जमा कराने, निकालने व ट्रांजेक्शन आदि का लेकर इनकम टैक्स विभाग ने नियम तय कर रखे हैं। कई बार ग्राहक को नियमों का या तो ध्यान नहीं रहता या जानकारी के अभाव में उल्लंघन कर दिया जाता है। ऐसे में इनकम टैक्स का नोटिस (income tax notice) तुरंत आ जाता है। इस स्थिति में अधिकतर लोग घबरा जाते हैं, लेकिन आपको घबराने या हड़बड़ाने के बजाय कुछ खास ट्रिक से काम लेना चाहिए। आइये बताते हैं उन तरीकों के बारे में।

My job alarm - (Income tax rule): कई बार लोग अपने सेविंग अकाउंट से तय सीमा से ज्यादा पैसों की ट्रांजैक्शन कर देते हैं, जिससे उन्हें आयकर विभाग से नोटिस (income tax) मिल सकता है। यहां तक कि गूगल पे, paytm, फोन पे जैसे पेमेंट्स ऐप के इस्तेमाल पर और बैंक से लेन-देन के दौरान जिसे लांघने पर इनकम टैक्स बिना कोई देरी किए आपके घर नोटिस भेज देता है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि इनके लिए निर्धारित किए गए बैंकिंग व इनकम टैक्स विभाग के नियमों को सही तरीके से समझें और उनका पालन करें।
इस स्थिति में आ सकता है आपके पास नाेटिस-
यूं तो आमतौर पर कई हजार की ट्रांजैक्शन अपने खाते से करने पर आपको कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन अगर आप 10 लाख रुपए से अधिक की ट्रांजैक्शन (payment transaction rules) करते हैं या क्रेडिट कार्ड का बिल 1 लाख से अधिक आता है और इसकी जानकारी आईटीआर के जरिये इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देनी होगी। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको इनके नोटिस का सामना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं घर खरीदते वक्त 30 लाख से अधिक का अमाउंट कैश (cash transaction rules) में जमा करवाने पर भी आपसे पैसे का सोर्स पूछने के लिए नोटिस भेजा जा सकता है।
दो तरह से भेजा जा सकता है नोटिस-
इनकम टैक्स के नियम अनुसार इनकम टैक्स विभाग (income tax department) दो तरीके से आपको ऑफलाइन या ऑनलाइन नोटिस भेजा जा सकता है।एक बार आपको नोटिस मिल गया फिर आप उसके सही होने की पुष्टि स्वयं कर सकते हैं या किसी सीए से भी करवा सकते हैं । अगर आपको भेजे गए नोटिस में आप पर किसी जानकारी का प्रूफ न देने पर पनेल्टी लगा रखी है तो आप दोबारा आईटीआर (Income tax return) फाइल कर पूरी डिटेल डिपार्टमेंट को बता सकते हैं, जिससे आप पर लगी पेनलटी डिपार्टमेंट वापस ले लेगा और अपको वह पेनलटी भरने कि कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।
बैंक से कैश के लेन-देन की लिमिट -
हर व्यक्ति का सेविंग अकाउंट (saving account) होना तो आम बात है। इस अकाउंट में आप चेक या ऑनलाइन के माध्यम से अपनी जरुरत अनुसार जितना मर्जी चाहें पैसा जमा या निकाल सकते हैं या अपने बैंक में बैलेंस के रूप में भी रख सकते हैं। सेविंग अकाउंट में चेक या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर कोई लिमिट नहीं है। लेकिन हां अगर आप बैंक ब्रांच में जाकर कैश का लेन-देन करते हैं तो बात अलग है।
सेविंग अकाउंट (saving account deposit rules) में बैंक से कैश के लेन-देन पर लिमिट निर्धारित कर रखी है। टैक्स कानून के तहत बैंक कंपनियों को करंट फाइनेंशियल ईयर के दौरान टैक्स डिपार्टमेंट को अपने उन ग्राहकों कि जानकारी देता है, जिन्होंने 10 लाख या उससे अधिक अमाउंट का लेन-देन कर रखा है। यह लिमिट संपूर्ण रुप से खाताधारक के भिन्न चालू खातों में से फाइनेंशियल ईयर में दस लाख रुपये या उससे अधिक के लेन-देन से देखी जाती है।
बचत खाते में पैसे जमा करवाने की लिमिट-
वैसे तो बचत खाते में पैसे जमा करवाने की कोई लिमिट (account cash deposit limit) नहीं होती लेकिन कुछ स्थितियाें में बैंक अकाउंट के हिसाब से इस लिमिट को अपने हिसाब से ऊपर नीचे कर दिया जाता है। बैंकों के नियम अनुसार अगर आपके सेविंग अकाउंट में 50,000 रुपये या उससे अधिक राशि जमा है तो ऐसे में आपको बैंक को अपने पैन कार्ड की डिटेल देने के साथ-साथ म्यूचुअल फंड, डिबेंचर, एफडी, क्रेडिट कार्ड खर्च (credit card), अचल संपत्ति में लेनदेन, विदेशी मुद्रा की खरीद आदि में निवेश के प्रयोजनों के लिए नकद जमा और निकासी से संबंधित लेनदेन पर भी लागू होता है
UPI ट्रांसफर पर है इतनी लिमिट
ऑनलाइन पेमेंट के चलते आज लाेगों के बैंकों के सारे काम घर बैठे google pay, paytm, phone pay जैसे पेमेंट्स ऐप इस्तेमाल करके बड़े आसानी से हो जाते हैं। इनसे आप अपने बिजली, पानी के बिल बिना कहीं जाए घर बैठे आराम से भर सकते हैं और किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे में 1 लाख रुपए से कम तक बिना बैंक जाए आसानी से ट्रांसफर (online trnsaction limit) कर सकते हैं क्योंकि नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI ट्रांसफर पर लिमिट सेट कर रखी है, जिसके तहत 24 घंटे में 1 लाख रुपए से अधिक की ट्रांजेक्शन करना संभव नहीं है। लेकिन ऐसा कतई नहीं है कि आप 24 घंटे में 1 लाख रुपए से अधिक कि ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते। आप दूसरी सुविधाओं का लाभ लेकर ज्यादा राशि भी भेज सकते हैं या मंगवा सकते हैं।
1 लाख से ज्यादा की ट्रांजेक्शन के लिए यह करें-
24 घंटे में 1 लाख से अधिक रुपये की ट्रांजेक्शन के लिए बैंक ऐप में उपलब्ध NEFT, RTGS जैसी सर्विस का इस्तेमाल जितना मर्जी पैसा ट्रांसफर करवा सकते हैं लेकिन RTGS जैसी सर्विस का इस्तेमाल करते वक्त एक बात ध्यान में रखें कि ट्रांसफर की रकम कम से कम 2 लाख रुपए हो और NEFT, RTGS जैसी सर्विस के इस्तेमाल में बैंक 24 घंटे तक का समय बैंक के तय अनुसार चार्ज लेता है।