Home Loan नहीं भरने पर अब 4 बार मिलेगा मौका, पांचवीं बार बैंक लेगा ये एक्शन
Home Loan - अगर ग्राहक समय पर लोन नहीं भर पाता है तो बैंक मौटे तौर पर तीन महीने की EMI नहीं चुकाने के बाद ग्राहक को दो महीने का और वक्त देता है. बैंक की ओर से ग्राहक पर पांच तरह की कार्रवाई की जाती है. यह एक्शन एक बार में नहीं होता, बल्कि बारी-बारी से होता है, यह कार्रवाई EMI नहीं चुकाने पर या डिफॉल्टर घोषित होने पर की जाती है.
My Job alarm - बड़े शहरों में लोग होम लोन (Home Loan) लेकर सपनों का आशियाना खरीद लेते हैं. प्रॉपर्टी के बढ़ते दामों के साथ महानगरों में घर खरीदना आसान नहीं है. बड़े बजट का मतलब यह भी है कि आपको होम लोन लेना पड़ सकता है, कभी-कभी इसे किफायती बनाने के लिए खुद को आर्थिक रूप से पीछे खींचना पड़ सकता है. अर्थात खर्चे कम करने पड़ सकते हैं.
बाकी लोन को देखें तो हाउस लोन या आवास ऋण लंबे वर्षों के होते हैं. लोन की अवधि के दौरान किसी भी समय नौकरी छूटना या मेडिकल इमरजेंसी (Medical Emergency) आपके लोन पेमेंट (Loan Payment) को बंद कर सकती है. अगर आपको अपने होम लोन पर ईएमआई चुकाने में मुश्किल हो रही है, तो कुछ कदम हैं जो आपको स्थिति को उबारने में मदद कर सकते हैं. लेकिन उससे पहले यह जानना चाहिए कि होम लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है. कितनी EMI तक बैंक इंतजार करता है और फिर क्या एक्शन लेता है?
बैंक क्या करते हैं कार्रवाई-
दरअसल आपको बता दें कि, बैंक ग्राहकों पर 5 तरह की कार्रवाई करता है. बैंक की ओर से यह एक्शन एक बार में नहीं लिया जाता है, बल्कि बारी-बारी से होता है. यह कार्रवाई EMI नहीं चुकाने पर या डिफॉल्टर (Defaulter) घोषित होने पर की जाती है.
- सबसे पहले, अगर आपने पहली ईएमआई नहीं चुकाई हैं तो बैंक इसे गंभीरता से नहीं लेता है लेकिन आपकी निगरानी शुरू हो जाती है.
- दूसरा, लगातार दूसरी ईएमआई नहीं भरी जाए तो बैंक आपको पेमेंट का रिमाइंडर (Payment Reminder) भेजता है.
- तीसरा, लगातार 3 ईएमआई नहीं चुकाने पर बैंक कानूनी नोटिस (legal notice) भेजता है जिसमें बकाया पैसा देने को कहा जाता है.
- चौथी कार्रवाई के तहत अगर ग्राहक लगातार 5 ईएमआई नहीं भरता है तो बैंक घर की नीलामी का नोटिस (House Auction Notice) देता है. इसमें चेतावनी दी जाती है कि बकाया जमा कर दें, अन्यथा घर बेच दिया जाएगा.
- पांचवां, इन नोटिस के बावजूद ग्राहक पैसा नहीं भरता तो बैंक घर की नीलामी करता है, उसे बेचता है और अपना बकाया पैसा निकाल लेता है.
इससे बचने के लिए क्या करें-
अगर आप लोन चुकाने की हालत में नहीं हैं, यानी EMI चुकाने में असफल रहते हैं तो इसके लिए भी कुछ उपाय हैं. तो अपने देनदार कर्ज से संपर्क करें. ग्राहक बैंक को अपनी परेशानी बता सकता है, साथ ही दस्तावेज सौंप सकते हैं. लोन का पुनर्गठन से कुछ महीनों तक EMI टालने या ईएमआई की राशि कम करने में मदद मिल सकती है. हालांकि ऐसे मामले में होम लोन की टेन्योर बढ़ जाएगा.
इसके अलावा इसका सीधा हल ये है कि होम लोन की EMI को हरसंभव समय पर चुकाने की कोशिश करें. इसके लिए कोई एफडी (Fixed Deposit) है तो उसे तोड़ दें. कहीं भी निवेश है तो उसे निकाल EMI भर दें. इसके लिए परिवार या दोस्तों से उधार भी ले सकते हैं और बाद में अपनी सुविधा के अनुसार वापस कर सकते हैं.
किराये पर लगा दें मकान-
यदि आप जिस इलाके में रह रहे हैं, वहां किराये की आय कमाने की अच्छी संभावना है, तो घर को किराए पर दें. किराये के पैसे का उपयोग अपनी ईएमआई के एक हिस्से को चुकाने के लिए करें. यह बेहतर है कि आप बैंक को नीलामी करने देने की तुलना में घर को बेच दें. नीलामी में अक्सर अच्छी कीमत नहीं मिलती है. इसके विपरीत, यदि आप बैंक को बताकर खुद इसे बेचते हैं तो आपको बेहतर कीमत मिलने की संभावना है. बिक्री से मिली राशि बकाया लोन को चुकाने में मदद कर सकती है.