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Home Loan : पत्नी के नाम पर होम लोन लेने के ये हैं बड़े फायदे, होगी मोटी बचत

Home loan interest rates :होम लोन के लिए अप्लाई करने जा रहे है तो जरा रूकिए क्योंकि हमारी ये खबर पढ़ने के बाद आप अपने होम लोन में मोटी बचत कर सकते है। जी हां, आपने सही पढ़ा, आज हम आपको बताने वाले है कि कैसे आप अपनी पत्नी के नाम पर  होम लोन लेकर मोटी बचत कर पाएंगे। आपको शायद जानकारी नही है कि अगर आप महिला के नाम पर लोन लेते है तो आपको इस लोन पर कई बेनेफिट्स मिलते (benefits on home loan on women's name) है। तो देर किस बात कि आइए जल्दी से जान लें कि इससे क्या -क्या मिलने वाले है फायदे...
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Home Loan : पत्नी के नाम पर होम लोन लेने के ये हैं बड़े फायदे, होगी मोटी बचत

My job alarm -  (Home Loan Interest rates for women)  हर कोई यही चाहता है कि उसका अपना खुद का एक सुंदर सा घर हो। इसी सपने को साकार करने के लिए लोग बैंको से लोन जैसी सुविधा का सहारा लेते है। घर बनाने के लिए होम लोन (Home Loan) से बेहतरीन विकल्प कोइं नही है। अगर आप भी घर खरीदने या बनाने के लिए होम लोन लेने का सोच रहे है तो ये खबर आपके बेहद काम की है। क्योंकि इस खबर के माध्यम से हम आपको ये बताने वाले है कि आप कैसे होम लोन पर मोटी रकम की बचत कर सकते है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि बीते कुछ सालों में देश के इकनॉमिक माहौल (Indian Economy) में कई परिवर्तन हुए हैं और उनमें से उन महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी होना शामिल है जो अब देश के वर्कफोर्स का हिस्सा बन चुकी हैं और इसी के नतीजे के तौर पर उनके फाइनेंस में भी बदलाव हुआ है। 


इसका परिणाम ये निकला कि महिला प्रॉपर्टी मालिकों की संख्या (Number of women property owners in India)  मे पिछले कुछ सालों में बढ़ोतरी हुई है। हाल के सर्वे रिपोर्ट में रियल एस्टेट ट्रेंड में इस बदलते माहौल को हाइलाइट किया गया है। इसमें यह नोट किया गया है की पुरूषों की तुलना में महिलाओं के पास अधिक घर और जमीन हैं। ये सारी बदलती इकोनॉमी और उसके नियमों के कारण है। 
महिलाओं को मिलते है पुरूषों के मुकाबले ज्यादा अधिकार


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन बदलावों के बाद से अब होम लोन के संबंध में प्राइमरी या को-एप्लिकेंट के रूप में महिला उधारकर्ता (benefits to female borrowers) अनेक लाभ प्राप्त कर सकती हैं। इन इन्सेंटिव्स से उधारकर्ता अपने लोन पर बचत प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही यह बचत लोन से जुड़ी लागतों पर भी पाई जा सकती है। ऐसे में आइये कुछ महत्वपूर्ण बेनेफिट्स के बारे में बताते हैं, जो महिला होम लोन उधारकर्ताओं (Women Home Loan Borrowers) को उपलब्ध हैं।


सबसे पहले चेक करें ब्याज दरें


समाज में महिलाओं को सक्षत करने के लिए और उनके नाम पर जमीन जायदाद की तादाद बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे है। कई बैंकों और एनबीएफसी (Banks and NBFCs in India)  न केवल महिला उधारकर्ताओं को बल्कि ऐसे लोन जिनमें महिला को-एप्लिकेंट हैं और साथ ही प्रॉपर्टी की को-ऑनर हैं, उन पर सस्ती ब्याज दरों पर लोन ऑफर (Loan offers at affordable interest rates)  करते हैं।


आपको जानकर हैरानी होगी कि रेग्यूलर उधारकर्ताओं की तुलना में महिला उधारकर्ताओं के लिए होम लोन पर ब्याज दरें (Interest rates on home loans for women borrowers) खास तौर पर 0.05 से 0.1 प्रतिशत तक कम होती हैं। बता दें कि ये सस्ती दरें अलग-अलग उधारदाताओं की अलग हो सकती हैं और आमतौर पर ये एप्लिकेंट के क्रेडिट स्कोर पर आधारित होती हैं। कम दर का नतीजा कम ईएमआई (Home loan emi for women) होता है और ब्याज का आउटगो भी कम होता है, जिससे बचत को अधिकतम करने में सहायता मिलती है।


महिलाओं द्वारा लिए जाने वाले होम लोन पर कम ब्याज (home loan interest rates) लेने वाले कुछ बड़े बैंकों का ब्यौरा दिया गया है।

 

बैंक                      रेग्यूलर ब्याज दर    महिला एप्लिकेंट्स
यूनियन बैंक           9.20-9.55              9.15-9.50
बैंक ऑफ इंडिया    10.60-10.75          10.55-10.70
सेंट्रल बैंक              8.50-9.50              8.35-9.25
केनरा बैंक             8.60-11.25             8.55-11.20


मिलता है टैक्स बेनेफिट


ब्याज दरों के बाद दूसरे खास फायदे कि अगर बात करें तो वो है कर में लाभ। आपको बता दें कि आमतौर पर प्राइमरी या को-एप्लिकेंट्स के रूप में होम लोन का आवेदन करने वाली महिलाएं आयकर अधिनियम (Income tax act)  की विभिन्न धाराओं के तहत टैक्स बेनेफिट (tax benefits to women in loan) प्राप्त कर सकती हैं। आयकर की धारा 80 C के तहत उधारकर्ता अपने होम लोन की प्रिंसिपल राशि पर 1.5 लाख रूपये तक की टैक्स डिडक्शन प्राप्त कर सकते हैं। सेक्शन 24 B में अधिकतम 2 लाख रूपये की टैक्स डिडक्शन की अनुमति पूरी तरह से निर्मित घर के लिए गए होम लोन से जुड़े ब्याज पर दी जाती है।


लगती है बहद कम स्टाम्प ड्यूटी


प्रोपर्टी की खरीद (property purchase)  बेच पर लगने वाली स्टाम्प ड्यूटी के बारे में तो आप जानते ही है कि इस पर ही जमीन की खरीदारी के बाद काफी खर्चा हो जाता है। तो ऐसे में अगर आप महिला के नाम पर प्रोपर्टी की खरीद करते है या लोन लेते हे तो आपकी काफी बचत होती है। आमतौर पर इसे प्रतिशत के रूप में कैलकुलेट किया जाता है जो प्रॉपर्टी की कीमत के 3% से 9% या अधिक की रेंज में होती है। लेकिन, पूरे भारत में हर राज्य में यह ड्यूटी अलग-अलग होती है तथा अनेक राज्यों द्वारा घर खरीदने वाली महिलाओं को स्टाम्प ड्यूटी में छूट (exemption on stamp duty for women) दी जाती है।


अगर आप इस गणित को समझ नही पाए है तो हम आपको एक उदाहरण की सहायता से बताते है। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में स्टाम्प ड्यूटी पुरूषों के लिए 6% है और महिलाओं के लिए 5% है। पंजाब में घर खरीदने वाली महिलाओं से, पुरूषों से ली जाने वाली 7% की स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty in punjab) की तुलना में बहुत कम यानी 5% स्टाम्प ड्यूटी चार्ज की जाती है। अनेक अन्य राज्य जैसे हरियाणा, राजस्थान, ओडिशा तथा उत्तराखंड में भी महिलाओं से कम स्टाम्प ड्यूटी ली जाती (stamp duty in Haryana)  है।


ब्याज दर सब्सिडी


महिलाओं के इस सशक्तिकरण (women empowerment schemes)  के लिए सरकार काफी प्रयास करती रहती है। ऐसे में सरकार महिलाओं को अधिक से अधिक मकान-मालिक बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई स्कीमों की घोषणा भी करती रहती है जिनमें ब्याज सब्सिडी मुख्यरूप से शामिल है। उनमें से एक स्कीम प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) (PMAYU) है, जिसमें महिलाओं के लिए घर का मालिक या को-ऑनर होना ज़रूरी होता है, जिसमें 2.67 लाख रूपये की अधिकतम ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाती है। इसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (economically weeker section) या निम्न आय समूह (LIG) से जुड़ी सिंगल या विडो महिला उधारकर्ता 6 लाख रूपये तक लोन पर 6.5% सब्सिडी की पात्र होती हैं।

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