Home Loan EMI में होगी लाखों रूपयों की बचत, बस फॉलो करें ये जरूरी टिप्स
My Job Alarm - (Home Loan Interst Rates) घर खरीदना आज के समय में कोई आसान काम नही है। लोगों की उम्रभर की कमाई इक्टठी करने के बाद भी घर बनाने के लिए पैसे जमा नही होते है। आप भी अपने घर बनाने का सपना अगर पूरा करना चाहते है तो होम लोन (Home loan) आपको लिए एक बेहतर विकल्प के तौर पर आपकी सहायता करता है। बता दें कि होम लोन से आपके खुद के घर बनाने का सपना आसानी से पूरा हो सकता है। लोन लेकर आज के जमाने में घर बनाना जितना आसान है उसे चुकाने में उतनी ही मुसीबतों का सामना करना पड़ता है कई बार तो ईएमआई (Home loan emi )भी चूक जाती है। जिससे कि बैंक की ओर से आपके लिए अलर्ट भी जारी किए जाते है।
वैसे समय-समय पर लगभग हर संस्थान के द्वारा जबरदस्त ऑफर दिये जाते है। अगर आप भी घर लेने का प्लान कर रहे हैं तो इसके लिए आपको कई चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। जब आप कोई भी घर लेने के लिए फाइनल करते हैं तो इसमें सबसे बड़ा रोल आपके होम लोन और उसकी ब्याज दर का होता है। होम लोन की ब्याज दर कम होने पर आपको लाखों रुपये की बचत हो सकती है। लोन अप्रूव कराने से पहले ध्याद रखें कि आपकी ब्याज दर कम हो। इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बैंकों की ब्याज दर की तुलना करें
अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर को कम्पायर (compare home loan interest rates of banks) करें। इसका फायदा यह होगा कि जिस बैंक या एनबीएफसी की ब्याज दर (NBFC interest rates) और प्रोसेसिंग फी कम होगी, आप उससे अपना लोन फाइनल कर सकते हैं।
सही रखें अपना सिबिल स्कोर
ये तो हर कोई जानता है कि लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर अनिवार्य है लेकिन आपको ये पता होना चाहिए कि आपका क्रेडिट स्कोर (credit score for home loan) कितना है क्योंकि इस पर यह निर्भर करता है कि कोई भी बैंक या एनबीएफसी आपको किस ब्याज दर पर होम लोन देगा? आपका कोई लोन चल रहा है तो उसका समय पर ईएमआई करके और बिल आदि का समय से भुगतान करके अपने क्रेडिट स्कोर को इम्प्रूव कर सकते हैं। यदि आपका क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर (good credit score range) है तो आपको इसका फायदा लोन की ब्याज दर के रूप में मिलता है।
लोन समयावधि का करें सही से चुनाव
अगर आपने पहले कभी लोन नही लिया है तो आपको ये मालूम होना चाहिएए कि आपको कितना ब्याज लगने वाला है ये पूरी तरह से आपकी लोन की अवधि (home loan tenure) पर निर्भर करता है। आपके लोन का टेन्योर कितना है इसी से आपके कुल ब्याज की कैलकुलेशन ऊपर-नीचे होती है। आप कम टेन्योर का लोन रखते हैं तो आमतौर पर आपको कम ब्याज देना होता है। लेकिन इसमें आपकी मंथली किश्त बढ़ जाएगी। लेकिन टेन्योर बढ़ाने पर मासिक किश्त (monthly downpayment) कम हो जाएगी और ब्याज की राशि ज्यादा हो जाएगी। इसलिए किसी भी लोन के री-पेमेंट के लिए छोटे टेन्योर का ही सिलेक्शन करें।
रेगुलर री-पेमेंट
होम लोन का री-पेमेंट (loan repayment) करते समय आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आपकी कोई भी किश्त नहीं टूटे। एक भी किश्त टूटने से आपकी ऊपर पेनाल्टी (penalty on installment breakdown) लग सकती है और आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित हो सकता है।
फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट का करें चुनाव
अगर आप लोन लेने वाले है तो किसी भी लोन को लेते समय ब्याज दर फ्लोटिंग सिलेक्ट करें। फ्लोटिंग ब्याज दर (floating interest rate) बाजार के उतार-चढ़ाव के अनुसार बदलती रहती है। अगर ब्याज दरें कम होती है तो आपको होम लोन में इसका फायदा (benefits in home loan) मिलेगा।
होम लोन डाउन पेमेंट में करें बढ़ोतरी
लोन लेने वालों को इस बात का जरूर पता होना चाहिए कि अगर आपने होम लोन लिया है तो आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए कि मकान की डाउन पेमेंट (downpayment of loan) ज्यादा करने से आपकी लोन की राशि कम रह जाएगी। इसके अलावा लोन के मूलधन का एक हिस्सा समय से पहले चुकाने से बकाया राशि कम हो जाएगी आपको कम ब्याज का भुगतान (interest paid) करना होगा।
होम लोन को ट्रांसफर करें
होम लोन को ट्रांसफर की सुविधा का लाभ आप आसानी से उठा सकते है। मान लों कि अगर आपका होम लोन चलते हुए कई साल हो गए हैं तो आप इसे किसी दूसरे बैंक में भी आसानी से ट्रांसफर (home loan transfer) कराने के लिए ट्राई कर सकते हैं। लोन ट्रांसफर कराने पर बैंकों की तरफ से कम ब्याज दर के साथ जीरो प्रोसेसिंग फी (processing fees on home loan transfer) का ऑफर दिया जाता है। इससे आपकी काफी बचत हो सकती है।