Home Loan EMI Calculator: होम लोन लेने वालों के लिए काम की बात, 7 साल में खत्म हो जाएगा 20 साल का लोन
Home Loan EMI Calculator: होम लोन बेशक आपको अपने सपनों का घर पाने में मदद करता है, लेकिन इसका रीपेमेंट ब्याज की राशि के तौर पर महंगा पड़ता है. होम लोन एक लंबे समय तक चलने वाली जिम्मेदारी है। लंबे समय तक EMI के बोझ के डर से लोग होम लोन (Home Loan) करवाने से बचते हैं. लेकिन आज हम आपको अपनी इस खबर में एक ऐसा तरीका बताने जा रहे है जिससे जान लेने के बाद आप 20 साल के लोन को सात साल में खत्म कर सकते है.
My job alarm - Home Loan EMI Calculator: हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना खुद का घर हो. लेकिन बढ़ती महंगाई और बढ़ते खर्च के कारण घर खरीदना मुश्किल होता जा रहा है. वहीं, लंबे समय तक EMI के बोझ के डर से लोग होम लोन (Home Loan) करवाने से बचते हैं.
होम लोन एक लंबे समय तक चलने वाली जिम्मेदारी है। होम लोन बेशक आपको अपने सपनों का घर पाने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका रीपेमेंट ब्याज की राशि के तौर पर महंगा पड़ता है. लेकिन आज हम आपको अपनी इस खबर में एक ऐसा उपाय बताएंगे जिसकी मदद से आप EMI के बोझ को कम कर सकते हैं.
सस्ते दर पर लोन लें-
लोन लेते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि लोन ट्रांसफर रेपो रेट (Repo rate) से 2 प्रतिशत ही अधिक पर हो, इससे आसानी से लोन चुकाने में मदद मिलती है. क्योंकि स्प्रेड कम होने से ब्याज दर कम होगी. रेपो रेट व लोन रेट का अंतर स्प्रेड रेट कहलाता है. जैसे मानाे कि आपने होम लोन 9.5 प्रतिशत लिया है वर्तमान में रेपो रेट 6.5 प्रतिशत है. इस तरह आपको स्प्रेड रेड 3 प्रतिशत हो गया जबकि बाजार में औसत स्प्रेड दर 3 प्रतिशत है. अगर आप औसत स्प्रेड दर के आसपास लोन करवाते हैं तो लोन सस्ते हो जाएंगे.
अगर मार्केट रेट और आपके लोन रेट में स्प्रेड दर का अंतर 0.5 प्रतिशत से ज्यादा का अंतर है और आपका लोन आधे से ज्यादा बाकी है या अक्टूर से पहले लोन लिया है तो इसके रिफाइनेंस को लेकर बैंक से बात कर सकते हैं.
प्री पेमेंट का ऑप्शन चुने-
अपने होम लोन अगर आप ब्याज भुगतान कम करना चाहते हैं, तो आपको लोन की राशि का प्री-पेमेंट करने पर विचार करना चाहिए. प्री-पेमेंट राशि मूलधन को कम करता है और ब्याज (Interest) में कमी आती है. ऐसा करने से पहले यह जरूर पता करें कि आपका बैंक या होम लोन प्रोवाइडर प्रीपेमेंट के लिए कोई जुर्माना या शुल्क तो नहीं लेते हैं, खासकर अगर ब्याज दर तय है. फ्लोटिंग रेट के मामले में, कोई प्री-क्लोजर शुल्क नहीं लगाया जाता है.
जैसे अगर आप 8.5 प्रतिशत ब्याज दर पर 20 साल के लिए लोन लेते हैं और सालाना EMI 10 प्रतिशत बढ़ाते हैं तो यह लोन सिर्फ 79 महीने यानी 7 साल से भी कम समय में खत्म हो जाएगा. अगर 20 साल में माना कि आपको 100 रुपया ब्याज लग रहा था तो यह भी घट कर 35 हो जाएगा.
Extra EMI का विकल्प-
अगर लोन 20 साल के लिए है तो आप साल में एक बार एकस्ट्रा ईएमआई भुगतान करके भी लोन की अवधि को 4 साल के लिए घटा सकते हैं. हालांकि, इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है कि कुछ बैंक दो या तीन EMI के बराबर न्यूनतम प्री पेमेंट ही भुगतान करने का विकल्प देते हैं.