Home Loan Charges : होम लोन लेने पर कौन कौन से लगते हैं चार्जेज, जानिये कौन सी फीस करवा सकते हैं माफ
My job alarm - Home Loan Tips and Tricks : बड़े-बड़े शहरों में घर खरीदने का सपना लगभग हर कोई देखता है। अपने इन्ही सपनों को पूरा करने के लिए लोगों के द्वारा लोन का सहारा लिया जाता है। लगभग हर बैंक और फाइनेंस कंपनियों के द्वारा होम लोन (Home Loan) की सुविधा प्रदान की जाती है। आपको भी कभी न कभी तो लोन की जरूरत पड़ी ही होगी। अगर आपने भी लोन लिया है तो आपको इस बात के बारे में जानकारी जरूर होगी कि लोन की प्रक्रिया में काफी चार्जेज (Home Loan charges) भी चुकाने पड़ते है। आज के दौर में कई बैंक होम लोन देने की कतार में हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि उनके चार्ज अलग-अलग होते हैं। आपके लिए यह बेहतर होगा कि होम लोन से पहले आप इन बातों पर गौर कर लें। इससे आप यह आसानी से तय कर सकेंगे कि कौन से बैंक या संस्थान से लोन लेना आपके लिए फायदेमंद है। आइए उन चार्जेज के बारे में जानते (things to remember while taking home loan) हैं...
सबसे पहले आती है ऐप्लिकेशन फीस
सबसे पहला चार्ज ही है तो स्वाभाविक सी बात है कि यह फीस आपके होम लोन ऐप्लिकेशन की प्रोसेसिंग (home loan processing fees) के लिए ली जाती है। आपको इस बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए कि इस फीस का आपको लोन मिले या न मिले, इससे कोई लेना-देना नहीं होता है। इसका मतलब ये होता है कि यह गैर वापसी होता है। अगर किसी बैंक या वित्तीय संस्थान में आप ऐप्लिकेशन जमा (application fee of home loan) कर देते हैं और इसके बाद आपका इरादा बदल जाता है तो आपकी ऐप्लिकेशन फीस बर्बाद हो जाएगी। इसलिए आवेदन देने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपको किस बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेना है। लेना भी है या नही।
इस शुल्क को कराया जा सकता है माफ
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि सबसे पहले जब आप लोन एप्लीकेशन देते हे तो प्रोसेसिंग के लिए आपसे फीस ली जाती है। ये फीस अन रिर्टनेबल (application fees is not returnable) होती है। लेकिन, कुछ बैंक ऐसे भी होते है जो कि इस फीस के एक हिस्से को लोन ऐप्लिकेशन के साथ अदा करने और बाकी को लोन मिलने से पहले देने की सुविधा देते हैं। यह फीस या तो फ्लैट होती है या लोन के पर्सेंटेज के रूप में, इसका निर्धारण वित्तीय संस्थान (financial companies) या बैंक करता है। अगर बैंक चाहे तो इस शुल्क को माफ भी कर सकता है। आप अगर मैनेज करने में माहिर हैं तो इस फीस को माफ करवा सकते हैं या कम करवा सकते हैं। ये कुल मिलाकर आप पर ही निर्भर करता है।
मॉर्गिज डीड फीस
दूसरे नंबर पर आता है मॉर्गिज डीड शुल्क (mortgage deed fee) जो कि एक बड़ा चार्ज होता है। ये आपको प्रोसेसिंग फीस के बाद अदा करना होता है। वैसे आमतौर पर ये होम लोन के पर्सेंटेज के रूप में होता है और लोन लेने के लिए अदा किए जाने वाली कुल फीस राशि का यह एक बड़ा हिस्सा होता है। कुछ संस्थान होम लोन प्रॉडक्ट (Home loan offers by banks) को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इस चार्ज को माफ कर देते हैं।
कितनी होती है लीगल फी?
अग अगर लोन की बात आती है खासकर होम लोन की तो ये बहुत बड़ा अमाउंट होता है। ऐसे ही किसी को भी लोन तो नही दिया जा सकता हे तो इसके लिए बैंक के द्वारा पुरी कानूनी छानबीन की जाती (legal fees og home loan) है। बैंक छानबीन के लिए बाहरी वकीलों को नियुक्त करते हैं। इसके लिए वकील जो फीस लेते हैं, वह वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों से ही वसूलते हैं। लेकिन, अगर इस प्रॉपर्टी (property checking process in home loan) को संस्थान ने पहले ही कानूनी रूप से मंजूरी दे दी है तो यहां ध्यान देने वाली सबसे जरूरी बात ये है कि इसके बाद कोई लीगल फी या चार्ज नहीं लगता है। आपको संस्थान से पता करना चाहिए कि जिस प्रॉजेक्ट में आप निवेश करने जा रहे हैं, कहीं उसको पहले से मंजूरी मिली तो नहीं है। इस तरह से आप लीगल फी बचा सकते हैं।
लोन प्रीपेमेंट पेनाल्टी
जसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि लोन प्रीपेमेंट (Loan Prepayment) यानि कि लोन धारक पूरा या बाकी लोन अवधि समाप्त होने से पहले ही जमा कर देता है। अब इससे होगा क्या कि बैंक को ब्याज दर का नुकसान होता है, इसलिए कुछ हद तक इस नुकसान की भरपाई के लिए बैंक अपने ग्राहकों पर पेनल्टी लगाते हैं। अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज अलग होते हैं।
लोन प्री पेमेंट पर लगने वाली पेनाल्टी (penalty on prepayment of home loan) पूरी तरह से लोन के टाइप पर भी निर्भर करता है। लेकिन, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फ्लोटिंग इंट्रेस्ट रेट पर लिए गए होम लोनों पर प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं वसूलने का सभी बैंकों को निर्देश दिया है। फिक्स्ड रेट होम लोनों के लिए फ्लैट रेट पर प्रीपेमेंट पेनल्टी ली जाती है जो पहले अदा किए जाने वाली राशि का 2 फीसदी तक होती है। इसलिए अगर आप होम लोन का भुगतान अगर समय से पहले करना चाहते हैं तो आपको इस फैक्टर पर भी गौर करना होगा।
बैंक वसूलता है कमिटमेंट फीस
लोन लेने से चुकाने तक काफी प्रक्रियाएं चलती है जिनमें कि उन्ही के हिसाब से पेनाल्टी भी लगाई जाती है। कुछ वित्तिय संस्थान लोन को प्रोसेसिंग और मंजूरी हो जाने के बाद एक निर्धारित समय अवधि के अंदर लोन नहीं लेने की स्थिति में कमिटमेंट फीस (commitment fee on loan) वसूलते हैं। आपको इस बारे में पता होना चाहिए कि यह एक ऐसी फीस है जो अवितरित लोन पर वसूली जाती है।
इसको अगर उदाहरण से समझे तो आपको उदाहरण के लिए बता दें कि, निर्माण से जुड़े लोन के लिए परियोजना समापन का चरण लोन वितरण के लिए अहम है। कर्ज देने वाले संस्थान आपके लिए इस लाइन ऑफ क्रेडिट (line of credit) को खुला रखते हैं लेकिन कुछ खास रकम वसूलते हैं जिससे कि आप भविष्य में यह लोन ले सके। यह फीस आमतौर पर मंजूर और वितरित राशि के बीच अंतर के एक फीसदी के रूप में वसूला जाता है। होम लोन लेने वालों के लिए ऊपर बताए गए चार्जों के बारे में जानना जरूरी होता है। इसके अलावा औसत चार्जों के बारे में जानकारी रहने से ज्यादा चार्ज वसूले (charges on home loan) जाने से बचा जा सकता है।