EPFO : 25 हजार बेसिक सैलरी वालों को रिटायरमेंट पर मिलेंगे 69.87 लाख रुपये, समझें कैलकुलेशन
EPFO : अगर आपकी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) 25,000 रुपये है. रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है तो EPF Calculator के मुताबिक, अगर रिटायरमेंट तक ईपीएफ पर सालाना ब्याज 8.1 प्रतिशत मिलता है... तो रिटायरमेंट पर आपके पास संभावित 1.68 करोड़ का फंड बन सकता है. आइए नीचे खबर में समझ लेते है कैलकुलेशन.
My job alarm - EPF Calculation: निजी क्षेत्र में काम करने वाले सैलरीड कर्मचारियों को रिटायरमेंट बेनेफिट (Retirement Benefit) के लिए इम्प्लॉइड प्रोविडेंट फंड (Employees Provident Fund) एक दमदार स्कीम है. सरकार की ओर से हर साल ईपीएफ की ब्याज दरें तय की जाती हैं. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 8.1 प्रतिशत सालाना ब्याज तय की गई है. EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है.
25,000 रुपये वेतन वालों को कितना मिलेगा रिटायरमेंट फंड-
आपकी उम्र 30 साल है और मान लीजिए अगर आपकी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) 25,000 रुपये है और रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है. EPF Calculator के मुताबिक, अगर रिटायरमेंट तक ईपीएफ EPF पर सालाना ब्याज 8.1 प्रतिशत मिलता है. साथ ही हर साल औसत सैलरी ग्रोथ दस प्रतिशत रहती है, तो रिटायरमेंट (retirement) पर आपके पास संभावित 1.68 करोड़ का फंड बन सकता है. ईपीएफ स्कीम में 58 साल तक ही कंट्रीब्यूशन कर सकते हैं.
EPF Calculation -
बेसिक सैलरी+DA= ₹25,000
मौजूदा उम्र= 30 साल
रिटारमेंट उम्र= 58 साल
इम्प्लॉई मंथली कंट्रीब्यूशन= 12 फीसदी
एम्प्लॉयर मंथली कंट्रीब्यूशन= 3.67 फीसदी
EPF पर ब्याज दर= 8.1 फीसदी सालाना
सालाना सैलरी ग्रोथ= 10 फीसदी
58 साल की उम्र में मैच्योरिटी फंड= 1.68 करोड़ (इम्प्लॉई कंट्रीब्यूशन 50.51 लाख और एम्प्लॉयर कंट्रीब्यूशन 16.36 लाख रुपये रहा. कुल कंट्रीब्यूशन 69.87 लाख रुपये रहा.)
(नोट: कंट्रीब्यूशन के पूरे साल में सालाना ब्याज दर 8.1 फीसदी और सैलरी ग्रोथ 10 फीसदी ली गई है.)
एम्प्लॉयर कंट्रीब्यूशन का 3.67 प्रतिशत EPF में-
आपको बता दें कि ईपीएफ अकाउंट में इम्प्लॉई की बेसिक सैलरी (Basic Salary) और महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) का 12 प्रतिशत जमा होता है. लेकिन, एम्प्लॉयर की 12 प्रतिशत की रकम दो हिस्सों में जमा होती है. एम्प्लॉयर के 12 प्रतिशत कंट्रीब्यूशन में से 8.33 प्रतिशत रकम इम्प्लॉई पेंशन अकाउंट (Employees Pension Account) में जमा होती है और शेष 3.76 प्रतिशत रकम ही EPF Account में जाती है. जिन इम्प्लॉई की बेसिक सैलरी (Employees Basic Salary) 15 हजार रुपये से कम है उनके लिए इस स्कीम से जुड़ना अनिवार्य है.
PF पर कैसे होती है ब्याज की कैलकुलेशन-
पीएफ खाते में हर महीने जमा पैसे यानी मंथली रनिंग बैलेंस के आधार पर ब्याज की गणना (PF Interest calculation) की जाती है. लेकिन, इसे साल के आखिर में जमा किया जाता है. ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization) के नियमों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की लास्ट डेट को बैलेंस राशि (Balance Amount) में से सालभर में अगर कोई राशि निकाली गई है, तो उसे घटाकर 12 महीने का ब्याज निकाला जाता है.
बता दें कि, EPFO हमेशा खाते का ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस लेता है. इसका आकलन करने के लिए मासिक रनिंग बैलेंस को जोड़ा जाता है और ब्याज के रेट/1200 से गुणा कर दिया जाता है.