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Income Tax का नोटिस आ जाए तो न लें टेंशन, ऐसे करें बचाव

Income Tax Notice : आयकर विभाग के द्वारा देश में चल रही वित्तिय गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जाती है। ऐसे में विभाग को जिस भी वित्तिय काम में त्रुटि नजर आती है या किसी पर किसी तरह की हेरा फेरी का संदेह लगता है तो विभाग के द्वारा उसे नोटिस भेज दिया जाता है। लेकिन क्या आपके पास भी विभाग का नोटिस आ गया है। ऐसे में आपको घबराने की कोई जरूरत नही है। आज हम आपको इससे बचने के उपायों के बारे में बताने वाले है। 
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Income Tax का नोटिस आ जाए तो न लें टेंशन, इन स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस से करें बचाव

My job alarm -  (IT Notice)  इनकम टैक्स के नोटिस के बारे में सुनते ही लोगों के पसीने छुटने लगते है। इससे अच्छे-अच्छे की हवा टाइट हो जाती है। ऐसे में अगर आप के पास अचानक एक दिन इनकम टैक्स का नोटिस (Tax notice) आ जाए तो ये आपके लिए बड़ा सिरदर्द हो सकता है। लेकिन क्या आप ये जानते है कि  इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax department) की तरफ से नोटिस जारी करने के पीछे कई तरह के कारण होते हैं। इनमें से अगर प्रमुख कारण की बात की जाए तो कई बार लोगों से ये गलती हो जाती है कि वह एक लिमिट से अधिक पैसा अपने सेविंग अकाउंट से ट्रांजेक्शन कर देते हैं। ये सबसे बड़ी गलती है। आपकी इस गलती की वजह से उनके घर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का नोटिस आ जाता है। कई बार तो बैंक वाले अकाउंट (bank account)  ही ब्लॉक कर देते हैं। अगर आप इस समस्या से खुद को बचाना चाहते हैं तो आपको नियम के बारे में जान लेना चाहिए।

 


आपको कब मिल सकता है इनकम टैक्स का नोटिस?


जैसा कि हमने ऊपर बताया कि एक लिमिट से ज्यादा का ट्राजेक्शन (Transaction exceeding limit) करने से इनकम टैकस की आंखे आपकी तरफ खुल जाती है। मान लों कि अगर आप अपने खाते से 10 लाख रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन करते हैं और इसकी जानकारी अपने आईटीआर (ITR)  में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं देते हैं तो होगा ये कि आपके घर नोटिस आ सकता है। इतना ही नहीं क्रेडिट कार्ड का बिल 1 लाख से अधिक आने पर भी नोटिस आने की संभावना रहती है। अगर आप उसका रीपेमेंट कैश के माध्यम से करते हैं। अगर आप घर खरीदते वक्त 30 लाख से अधिक का अमाउंट कैश में जमा करते हैं तब भी डिपार्टमेंट आपके पास उस पैसा का सोर्स (errors in income source)  पूछने के लिए नोटिस भेज देता है।


कैसे कर सकते हैं इस नोटिस से बचाव?


सबसे पहले तो आपको ये पता होना चाहिए कि विभाग आपको कैसे नोटिस भेज सकता (How can the department send you notice) है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विभाग आपको दो तरीके से आपको नोटिस भेज सकता है। एक तरीका ऑफलाइन और दूसरा ऑनलाइन होता  है। एक बार नोटिस मिलने के बाद आपको किसी सीए या खुद से वेरीफाई करना होता है कि क्या वह नोटिस सही है। अगर उसमें कोई ऐसी जानकारी होती है, जिसका प्रुफ (income proof)  ना देने की वजह से आपके ऊपर पेनाल्टी लगाई गई है तो आप एक बार फिर से आईटीआर फाइल (ITR filling) कर पूरी डिटेल डिपार्टमेंट को बता सकते हैं। इससे आपके ऊपर लगाई गई पेनाल्टी डिपार्टमेंट वापस ले लेता है।


अकाउंट में कितना रख सकते हैं पैसा?


खाता खुलवाने के साथ ही आपको उसके नियमों के बारे में जानकारी होना भी बेहद आवश्यक है। आपको सबसे पहले तो ये बता दें कि सामान्य सेविंग अकाउंट में आप चाहे जितना पैसा जमा कर सकते हैं और चाहे जितना पैसा निकाल सकते हैं। इसमें पैसा जमा करने या निकालने की कोई लिमिट नहीं होती है। हालांकि, बैंक ब्रांच में जाकर नकद पैसा जमा करने और नकद पैसा निकालने की सीमा (cash withdrawal limit)  निर्धारित होती है, लेकिन चेक के माध्यम से या ऑनलाइन माध्यम से आप 1 रुपए से लेकर हजार, लाख, करोड़, अरब या कितने भी रुपए सेविंग अकाउंट में जमा कर सकते हैं और बैलेंस के रूप में बरकरार भी रख सकते हैं।


बैंक इनकम टैक्स को देता है ये जानकारी


वित्तिय काम बड़े ही ध्यान से किए जाने वाले काम है। बैंक कंपनियों को हर साल टैक्स डिपार्टमेंट को बैंक से ग्राहकों द्वारा 10 लाख या उससे अधिक अमाउंट निकालने पर जवाब देना होता है। अगर बात करें टैक्स कानून की तो इसके तहत बैंक को करंट फाइनेंशियल ईयर के दौरान उन अकाउंट्स की जानकारी देनी होती है। यह लिमिट टैक्सपेयर्स (taxpayers news) के एक या एक से अधिक खातों (चालू खातों के अतिरिक्त व टाइम डिपॉजिट) में फाइनेंशियल ईयर (transaction limit in financial year) में दस लाख रुपये या उससे अधिक कैश जमा के लिए समग्र रूप से देखी जाती है। हालांकि आम तौर पर बचत खाते में जमा की कोई तय सीमा नहीं होती है।

कई बार बैंक अकाउंट के हिसाब से लिमिट कम अधिक कर देते हैं। जब भी आपके बचत खाते में नकद जमा सीमा 50,000 रुपये से अधिक हो तो आपको अपना पैन कार्ड डिटेल बैंक को देना होता (deposit limit in banks)  है। बता दें कि यह नियम आपके बचत खाते से जुड़े शेयरों, म्यूचुअल फंड, डिबेंचर, एफडी, क्रेडिट कार्ड खर्च, अचल संपत्ति में लेनदेन, विदेशी मुद्रा की खरीद आदि में निवेश के प्रयोजनों के लिए नकद जमा और निकासी से संबंधित लेनदेन पर भी लागू होता है।


जान लें क्या है ट्रांजेक्शन लिमिट


आजकल लोग डिजिटल माधयम के जरिए ही पेमेंट करते है। अधिकतर लोग गूगल पे, पेटीएम और फोनपे जैसे पेमेंट्स ऐप का इस्तेमाल (UPI apps)  आजकल लोग कर रहे हैं। इनके लिए यह लिमिट तय की गई है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India) के अनुसार एक व्यक्ति 24 घंटे में ​1 लाख रुपए से अधिक UPI ट्रांसफर नहीं कर सकता है। अगर आप इससे अधिक पैसा अपने सेविंग अकाउंट से ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपको अपने बैंक के ऐप में मौजूद NEFT, RTGS जैसी सर्विस का इस्तेमाल करना होगा। बैंक इसके लिए अपने हिसाब से चार्ज भी करते हैं। 


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि NEFT सर्विस (bank services) की मदद से आप 1 रुपए से जितना चाहें पैसा ट्रांसफर (money transfer rules) कर सकते हैं। अधिकतम कोई सीमा नहीं है। इसके लिए बैंक 24 घंटे तक का समय लेते हैं। कई बार यह जल्दी भी हो जाता है। RTGS की बात करें तो आप इस सर्विस के जरिए कम से कम 2 लाख रुपए और अधिकतम जितना आप चाहें पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। यह ट्रांसफर तुरंत होता है।
 

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