CIBIL Score : लोन डिफॉल्ट होने पर इतने साल खराब रहता है सिबिल स्कोर, इस तरीके से हो जाएगा ठीक
CIBIL Score kaise sudharen : जब भी कोई बैंक से लोन लेने के लिए जाता है तो सबसे पहले सिबिल स्कोर चेक किया जाता है। ज्यादातर इसी के आधार पर लोन को स्वीकृत और अस्वीकृत किया जाता है। अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो लोन मिलने में परेशानी खड़ी हो जाती है। सिबिल स्कोर खराब (CIBIL Score khrab hone ke karn) न हो, इसके लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। एक बार सिबिल स्कोर खराब होने पर यह लंबे समय तक नहीं सुधर पाता। खासकर लोन डिफॉल्ट होने पर लोन कई साल तक खराब ही रहता है। ऐसे में इसे सुधारने के लिए आपको कुछ खास प्रयास करने के साथ-साथ जरूरी टिप्स भी ध्यान रखने होंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में इस खबर में।
My job alarm - (CIBIL Score Tips) इमरजैंसी में वित्तीय जरूरत के समय पैसों के प्रबंध के लिए बैंक से लोन लेना आसान विकल्प समझा जाता है। लेकिन यह सिबिल स्कोर (cibil score kaise thik kren) सही होने पर ही आसानी से मिल पाता है, नहीं तो आप लोन से वंचित हो जाएंगे। अब बड़ा सवाल तो यह है कि यह किन कारणों से खराब होता है और कितने दिन तक नहीं सुधर पाता। इसे सुधारने के लिए क्या तरीके अपनाएं? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए इस खबर को अंत तक पढ़ें।
लोन की किस्तें ड्यू होने पर खराब होता है सिबिल स्कोर
वैसे तो सिबिल स्कोर खराब होने के कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारणों में लॉन का डिफॉल्ट होना है। अगर आपने बैंक से लोन लिया और समय पर नहीं चुकाया या किस्तें ड्यू (CIBIL Score) कर दीं तो आपका सिबिल स्कोर गड़बड़ा जाएगा। फिर यह कई साल तक नहीं सुधरता। हालांकि इसे सुधारने के लिए कुछ तरीके जरूर हैं, जिनके बारे में विस्तार से यहां जानेंगे। सिबिल स्कोर को सही रखना जरूरी होता है, इसकी निगेटिव रैंकिंग हर बैंक और फाइनेंस एजेंसियों के पास तुरंत पहुंच जाती है। सिबिल स्कोर (CIBIL Score kya hai) खराब होने पर लोन मिलने के चांस न के बराबर हो जाते हैं। अगर मिला भी तो अधिक ब्याज दरों पर मिलेगा।
ऐसा करने पर होती है समस्या खड़ी
कई बार लोग किसी काम के लिए बैंक से लोन तो ले लेते हैं लेकिन बाद में किसी कारणवश उसका समय पर भुगतान नहीं कर पाते व न ही समय पर किस्तें दे पाते। ऐसे में इसका असर सीधा सिबिल स्कोर पर पड़ता है। बैंक आपको डिफॉल्ट की लिस्ट में डाल देता है। बाद में अगर आप बैंक का लोन चुका भी देते हैं तो भी बिगड़ा हुआ सिबिल स्कोर (laon default ka cibil score par asar) दो साल तक ठीक नहीं होता। इसलिए लोन को डिफॉल्ट न करें।
सिबिल स्कोर का बैंक को तुरंत चल जाता है पता
सिबिल स्कोर की रैंकिंग (cibil score ranking) को किसी सूरत में छिपाया नहीं जा सकता। हर बैंक और वित्तीय संस्थान तथा फाइनेंस एजेंसियों को इसकी रिपोर्ट तुरंत मिल जाती है। पॉजिटिव हो या नेगेटिव रैंकिंग, दोनों का तुरंत पता लग जाता है। ऐसी स्थिति में जब भी कोई लोन लेने जाता है तो रिपोर्ट आगे होती है।
सिबिल स्कोर सुधारने के तरीके
लोन डिफॉल्ट से खराब हुए सिबिल स्कोर को सुधारने के लिए सबसे पहले आपको बैंक से अपने वित्तीय लेनदेन को सही रखना होगा। इसके बाद क्रेडिट कार्ड (credit score kya hai) या छोटे-बड़े बिलों के भुगतान को समय पर निपटाएं, उन्हें ड्यू न करें। क्रेडिट कार्ड की मिनिमम ड्यू अमाउंट के बजाय पूरा बिल चुकाएं। इससे आपका सिबिल स्कोर ग्रोथ करेगा।
आमतौर पर सिबिल स्कोर 750 होने पर ही सही माना जाता है। इस बात का ध्यान रखें कि बैंक का लोन चुकाने के बाद बैंक से एनओसी जरूर ले लें। एनओसी (Loan NOC) न लेने से सिबिल स्कोर पर गलत असर पड़ता है। क्रेडिट कार्ड बंद करते समय इसकी कागजी कार्यवाही अधूरी न छोड़ें। कार्ड बंद करने का प्रमाण पत्र बैंक से हासिल कर लें। ये सब करके आप अपना सिबिल स्कोर सही कर सकते हैं।