Business Ideas : इन पेड़ों की करें खेती, थोड़े से समय में बन जाएंगे करोड़पति
Tree Farming : पारंपरिक खेती के बजाय हमेशा डिमांड में रहने वाली चीजों की खेती की जाए तो किसान कम समय और कम लागत में करोड़पति बन सकते हैं। कई किसान आधुनिक तकनीकों से खेती करके मालामाल भी हो रहे हैं। यहां आपको 5 ऐसे पेड़ों की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी खेती से आप थोड़े समय बाद ही मालामाल हो जाएंगे।
My job alarm (ब्यूरो)। बागवानी आजकल किसानों को मालामाल (Bagwani krne ka Treeka) कर रही है। यह शौक कब पेशे में बदल जाता है कई लोगों को तो पता ही नहीं चलता। दरअसल, कुछ पेड़ ऐसे हैं जिनकी खेती से आप मोटी कमाई कर सकते हैं। देश में कई किसान इनकी खेती करके खूब मुनाफा भी कूट रहे हैं। आइये जानते हैं इन पेड़ों की खेती करने के आधुनिक तौर तरीकों के बारे में डिटेल से इस खबर में।
मानसून के मौसम में उगाएं ये पेड़
कम खर्चे में पेड़ों की बागवानी करके पैसे कमाना चाहते हैं तो यह खबर आपके बहुत काम की है। खासकर बरसात के मौसम में किसान सागवान, सफेदे, शीशम, पॉपुलर और मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti) करके मोटी कमाई कर सकते हैं। फिलहाल मानसून (Monsoon) का दौर पूरे देश में चल रहा है। ऐसे में आप इस मौसम का फायदा उठाते हुए इन पेड़ों की खेती (Pedon ki kheti kaise kren) करके मुनाफा ले सकते हैं। इनकी मांग बाजार में तेजी से बढ़ रही है और इनकी लकड़ी की कीमत भी आसमान छू रही है।
दूसरी फसलों की खेती भी साथ में करना है आसान
आज के दौर में किसान उन पेड़-पौधों, सब्जियों या फलों की खेती करना चाहते हैं जिनकी बाजार 12 महीने डिमांड रहती है। पारंपरिक फसलों को उगाने की बजाय बागवानी (Bagwani Kaise kren) आदि पर ध्यान दिया जाने लगा है। अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किसान ऐसा कर रहे हैं। परंपरागत फसलें उगाने के साथ-साथ अच्छी कमाई भी इन पेड़ों की खेती करा सकती है।
इन पेड़ों की बागवानी (Bagwani Ki fasal kon si hn) में एक दो साल तक देखभाल करने के अलावा आपको ज्यादा मेहनत करने की भी आवश्यकता नहीं होती। ये पेड़ ना सिर्फ लकड़ी के लिहाज से महंगे बिकते हैं, बल्कि इनमें से कई पेड़ों की फल, पत्तियां,छाल और जड़ आदि भी बहुत महंगे बिकते हैं। इन पेड़ों की खेती करने का सबसे बड़ा फायदा यह भी है इनके साथ-साथ दूसरी फसलों की खेती भी की जा सकती है।
खेत में लगाएं शीशम के पेड़
किसान शीशम के पेड़ खेत (Sheesam ki Kheti) में लगाकर कुछ समय बाद इन्हें बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। शीशम पेड़ की लकड़ी काफी महंगी होती है, क्योंकि इस पेड़ की लकड़ी मजबूत होती है। शीशम के पेड़ की लकड़ी की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें दीमक नहीं लगती है। इसे इमारती लकड़ी भी कहा जाता है। इसलिए इसकी लकड़ी से बने फर्नीचर, दरवाजे, बिजली के बोर्ड, खिड़की के फ्रेम ओर रेलगाड़ी के डिब्बे आदि चीजें बनाने में किया जाता हैं।
इसकी लकड़ी से बनी चीजें काफी मजबूत होती हैं तथा काफी महंगी कीमत पर बिकती हैं। शीशम की खेती (Sheesam ki Kheti Kaise kren)के लिए शुष्क व रेतीली भूमि अच्छी मानी जाती है। इसके लिए बारिश की जरूरत होती है क्योंकि नम भूमि को शीशम के पौधों के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। अच्छे जल निकास वाली मिट्टी इसके लिए सही मानी जाती है। जल भराव बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
पॉपलर के पेड़ की खेती
पॉपलर के पेड़ की खेती (Poplar ki Kheti) से किसान बंपर कमाई कर सकते हैं। पॉपलर के पेड़ों की लकड़ी 700-800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिकती हैं। अगर पॉपलर के पेड़ों की सही तरीके से देखभाल की जाए तो एक हेक्टेयर में 250 पेड़ तक उगाए जा सकते हैं। जमीन से एक पेड़ की ऊंचाई 70 से 80 फीट तक होती है। इसकी लकड़ी (Poplar Ki lakdi ka Rate kya h) का कई जगह उपयोग होता है। एक हेक्टेयर की पॉपलर की खेती (Poplar ki Kheti krne ka tareeka) से छह से सात लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।
मालाबार नीम की खेती करें
मालाबार नीम की खेती (malabar Neem ki Kheti) किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है। इससे कई तरह की औषधि बनती हैं। इस पेड़ को लगाने के बाद किसान लाखों रुपए कमा सकते हैं। इस पेड़ की खेती में ज्यादा मेहनत की भी जरूरत नहीं होती मालाबार नीम की लकड़ी का इस्तेमाल कई तरह के कामों में होता है। इस कारण हमेशा डिमांड रहती है और इसकी लकड़ी की कीमत (malabar Neem ka Use) भी काफी अच्छी मिल जाती है। इसे बेचकर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
यूकिलिप्टस के पेड़ उगाकर करें कमाई
सफेदा यानी यूकिलिप्टस (Eucalyptus Ki Kheti)एक ऐसा पेड़ है इसकी कीमत भी बाजार में अच्छी मिलती है। इसकी खेती की खास बात ये है कि इसमें सबसे कम पानी की आवश्यकता होती है और किसी भी मौसम का इस पर असर नहीं पड़ता है। इसकी खेती हर प्रकार की जलवायु में की जा सकती है। इस पेड़ की लंबाई काफी ज्यादा होती है, इसलिए सफेदे की लकड़ी की भी काफी डिमांड रहती है।
भवन निर्माण में सफेदे की लकड़ी (Safede Ki Lakdi) काफी उपयोग में लाई जाती है। इसकी खेती से किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी लकड़ी से फर्नीचर, ईंधन तथा कागज का लुगदी भी बनाई जाती है। यह पौधा करीब 8 से 10 साल में एक पेड़ के तौर पर विकसित होता है। इसके बाद किसान इससे 10 से 12 लाख रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं। इसका पौधा कम कीमत में मिल जाता है। नर्सरी में पौध तैयार करके इसे खेत में लगाया जा सकता है।
सागवान का पेड़
सागवान की लकड़ी (Sagwan ki kheti) आज के समय में काफी महंगी बिकती है। इस पेड़ की लकड़ी काफी अच्छी गुणवत्ता वाली लकड़ी होती है। किसान इस मानसून सीजन में सागवान का पेड़ लगाकर उससे काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। एक एकड़ जमीन में सागवान के पेड़ (Sagwan ka ped) उगाकर लाखों रुपए की कमाई की जा सकती है। साथ ही दूसरी फसलें भी उगा सकते हैं। इससे फर्नीचर और प्लाइड तैयार किया जाता है। ये लंबे समय तक टिकाऊ होने के कारण इसकी बाजार मांग काफी है। इसकी खेती में लागत, श्रम बहुत कम है और मुनाफा ज्यादा है।